नमस्कार दोस्तों, आज के इस हिंदी लेख में MRI Full Form, एमआरआई क्या है और (MRI Machine Kya Hai) के बारे में आपको जानकारी देने वाले है इसके साथ ही हम एमआरआई टेस्ट कैसे किया जाता है और एमआरआई टेस्ट के दौरान ध्यान रखने वाली बातों के बारे में आपको बताएंगे!
आमतौर पर जब मरीज के शरीर में किसी बीमारी का पता नहीं चल पता है तो एमआरआई टेस्ट करवाया जाता है!
आज के समय में लगभग सभी बीमारी के शुरुआत में डॉक्टर साहब द्वारा MRI Test करवाने की सलाह दी जाती है! लेकिन एमआरआई के बारे में बहुत ही कम लोगो को जानकारी होती है!
इसके आलावा अधिकतर लोग समय समय अपना MRI टेस्ट करवाते है! ताकि उन्हें अपने शरीर के बारे में सही जानकारी पता चल सके!
तो चलिये आज के इस हिंदी लेख में MRI Machine Kya Hai, एमआरआई का हिंदी में फुल फॉर्म क्या है? (MRI Full Form) और MRI जांच की कीमत कितनी होती है? के बारे में विस्तार से जानते है!
एमआरआई का फुल फॉर्म – Full Form of MRI in Hindi
MRI Full Form: एमआरआई का फुल फॉर्म Magnetic Resonance Imaging होता है! एमआरआई का हिंदी में फुल फॉर्म चुंबकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन होता है! MRI तकनीक के द्वारा शरीर के Internal Images को प्राप्त किया जाता है!
एम आर आई के अन्य फुल फॉर्म – MRI others full form
Full form of MRI in Hospitals: Manchester Royal Infirmary
MRI full form in Healthcare: Mental Research Institute
Full form of MRI in Research & Development: Midwest Research Institute
MRI full form in Medicine & Drugs: Monoamine Reuptake Inhibitor
Full form of MRI in Pets & Domesticated: Meuse-Rhine-Issel
एमआरआई क्या है – MRI Machine Kya Hai/ MRI Test
MRI Kya Hai: एमआरआई एक ऐसी आधुनिक तकनीक है जिसमें चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों की सहायता से हमारे शरीर के अंगों का चित्र लिया जाता है! इसे चुंबकीय अनुनाद टोमोग्राफी (Magnetic Resonance Tomography) भी कहा जाता है!
हमारे शरीर के अंदरूनी अंगो में अगर कोई भी दिक्कत हो या बीमारी हो तो हम शरीर के अंदर झांक कर तो देख नहीं सकते!
MRI Machine के द्वारा शरीर के अंदर जो भी दिक्कत है! उन अंगों को हम चित्रों (Images) के माध्यम से देख सकते हैं! इसीलिए एमआरआई टेस्ट कराया जाता है!
अब आप सोच रहे होंगे इस मशीन में ऐसा क्या है जो शरीर के अंदर की बीमारी का पता चल जाता है! यह इसलिए होता है क्योंकि हमारे शरीर में करीब 75 % पानी होता है, यानि हाइड्रोजन और प्रोटोन, जब भी मरीज को इस मशीन के अंदर डाला जाता है!
तब प्रोटोन चुंबकीय क्षेत्र में आने से एक जगह इकट्ठा हो जाते हैं जैसे ही चुंबकीय क्षेत्र अपना काम करना बंद कर देता है! तब हमारे शरीर में उपस्थित प्रोटोन से रेडियों तरंगे जनरेट होती है!
उसके बाद इन्हीं रेडियों तरंगों की वजह से ही हमारे शरीर के अंगो का चित्र बन जाता है! जिन्हे देखकर ही डॉक्टर मरीज को बीमारी के बारे में बता पाते हैं!
एमआरआई मशीन कितने प्रकार की होती हैं – Types of MRI Machine in Hindi
मुख्यतः एमआरआई मशीन तीन तरह की होती है,
- 1 टेस्ला
- 1.5 टेस्ला
- 3 टेस्ला
1. one टेस्ला (1 Tesla)
एमआरआई मशीन की शक्ति को टेस्ला में नापा जाता है! 1 टेस्ला मशीन की पावर 0.5 से कम होती है इसलिए भारत में इस मशीन का एमआरआई टेस्ट बेहतर जानकारी देने वाला नहीं होता है!
इस मशीन को अशिकतर ग्रामीण इलाकों में यूज किया जाता है! कई डॉक्टर्स द्वारा यह दावा किया गया है कि 1 टेस्ला मशीन लगभग 80 % जानकारी शरीर के बारे में गलत बताती है!
2. 1.5 टेस्ला (1.5 Tesla)
यह भारत में सबसे अधिक उपयोग में लाई जाती है! यह मशीन स्पाइन के लिए सही मानी जाती है किन्तु कई बार कंधों और रीढ़ की एमआरआई रिपोर्ट सटीक नहीं बताती है तो ऐसे में रेडियोलॉजिस्ट और टेक्नीशियन का रोल महत्वपूर्ण माना जाता है!
3. 3 टेस्ला (3 Tesla)
यह सबसे हाई क्वालिटी की मशीन मानी जाती है! 3 टेस्ला पावर होने से मशीन अधिक आवाज नहीं करती है! इसलिए यह मशीन मरीज की बीमारी का सटीक रिजल्ड दे पाती है! अधिकतर डॉक्टर इसी मशीन से एमआरआई टेस्ट कराने की सलाह देते हैं!
अन्य फुल फॉर्म – Other full forms
एमआरआई कैसे होती है – MRI kese hoti Hai
एमआरआई ने चिक्तिसा को एक नया आयाम देने का काम किया है यह हम इसलिए कह रहे हैं! क्योंकि बिना किसी उपकरण के या फिर बिना किसी अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाए इसके द्वारा हमारे शरीर के अंदरूनी भाग को बड़ी आसानी से देखा जा सकता है!
MRI Test करने से पहले बहुत बातें ऐसी होती है जिन्हें मरीज को डॉक्टर द्वारा समझाया जाता है!
टेस्ट करने से पहले मरीज के शरीर में कोई भी धातु नहीं होनी चाहिए! क्योंकि एमआरआई मशीन में चुंबकीय शक्ति बहुत होती है जिसे वह धातु को अपनी ओर खिंच सकती है!
स्कैनिंग से पहले मरीज के कपड़ो को भी बदला जाता है! आगे मरीज को एमआरआई स्कैनिंग टेबल के आगे लिटाया जाता है! और उसके बाद मरीज को मशीन के अंदर भेजा जाता है!
चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों की वजह से मरीज के अंगों की तस्वीरें ली जाती है! इस स्कैनिंग से शरीर में छोटी से छोटी बीमारी का भी पता लगाया जा सकता है!
यह जरूरी नहीं है कि पूरे शरीर का एमआरआई टेस्ट करवाया जाये! मरीज को जिस अंग में दिक्कत है वो सिर्फ उस जगह का एमआरआई टेस्ट करवा सकते हैं!
एम आर आई जांच कितने रुपए में होती है – MRI Test Price in Hindi
आपके मन में भी MRI के बारे में एक सवाल सबसे पहले आता होगा की आखिर MRI का खर्च यानी की एम आर आई जांच की कीमत कितनी होती है!
तो चलिये अब एम आर आई की कीमत और भारत में एक व्यक्ति के लिए एम आर आई जांच की कीमत कितनी होती है? के बारे में बात करते है!
आमतौर पर एक बार में MRI Test कराने में करीब 3000 से 5000 तक का खर्चा आता है! लेकिन MRI का खर्च इस बात पर भी निर्भर करता है की आप अपना MRI Test कहा और कौन से अस्पताल में करवा रहे है!
भारत के उन सभी सरकारी अस्पतालों में जहा पर MRI मशीन उपलभ्द है वहा एम आर आई की जांच मुफ्त में भी की जाती है! लेकिन शरीर के जिस अंग में दिक्कत उसी अंग का एमआरआई टेस्ट करने पर आपका खर्चा कम आ सकता है!
कभी कभी तो मरीज को MRI Machine के अंदर आधे घंटे तक रखकर जांच की जाती है! अमूमन एक मरीज के एम आर आई की जांच में 15 मिनट का समय लगता है!
सीटी स्कैन और एमआरआई के बीच का अंतर – Difference between MRI and CT Scan machine
एम आर आई मशीन को Magnetic Resonance Imaging मशीन कहा जाता है जो मनुष्य के बॉडी के भीतर की प्रॉब्लम से को फोटो के जरिए दिखाता है!
सिटी स्कैन मशीन को कंप्यूटेड टोमोग्राफी मशीन कहा जाता है यह भी शरीर के भीतर की इमेज लेकर शारीरिक परेशानियों को शो करता है!
सिटी स्कैन मशीन और एम आर आई मशीन दिखने में एक समान होती हैं! लेकिन इन दोनों मशीन का इस्तेमाल एक विशेष जांच के लिए किया जाता है!
MRI मशीन रेडियो तरंगों के माध्यम से कार्य करती है और CT Scan मशीन एक्स-रे के जरिए कार्य करती है!
एम आर आई मशीन के द्वारा मुख्यतः Joints, ब्रेन, कलाई, Ankle, छाती, हृदय, ब्लड सेल्स इत्यादि की जांच की जाती है!
सिटी स्कैन मशीन के द्वारा मुख्यत: कैंसर, इंटरनल ब्लीडिंग, बॉडी पार्ट्स फैक्चर, ट्यूमर और इंफेक्शन इत्यादि की जांच करने के लिए किया जाता है!
एमआरआई टेस्ट के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- MRI Test के दौरान मरीज को मशीन के अंदर लेटना होता है अगर सिर की जाँच हो रही है! तो आपको एक हैलमेट जैसा उपकरण पहनने को कहा जा सकता है!
- कभी कभी जाँच के दौरान आपको सांसों को रोकने के लिए भी कहा जा सकता है इस दौरान आपको बिलकुल भी हिलना डुलना नहीं होता है!
- कभी कभी एमआरआई मशीन तेज आवाज करती है ऐसे में आपको एयरफोन पहनने को भी दिए जा सकते हैं!
- मशीन के अंदर कोई भी असुविधा होने पर मशीन लगे स्पीकर के द्वारा आप बता सकते हैं! यह जानकारी डॉक्टर पहले मरीज को दे देते हैं!
- अगर आपको घबराहट हो रही हो तो आप डॉक्टर या फिर हॉस्पिटल स्टाफ को बता सकते हैं ऐसे में आपको तनाव मुक्त होने वाली दवाइयां ले लेनी चाहिए!
- आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस क्या होता है?
- वेंटीलेटर क्या है यह कैसे काम करता है?
- ICU में Use होने वाले उपकरण क्या होते हैं?
आज हमने क्या जाना – Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने एमआरआई क्या होता है? (MRI Kya Hai) एमआरआई का फुल फॉर्म क्या है? (MRI Full Form Kya Hai) एमआरआई मशीन कितने प्रकार की होती है (Types of MRI Machine in Hindi) और यह टेस्ट कैसे किये जाता है? जाना! साथ ही एमआरआई टेस्ट कितने रुपयों में होता है? और एमआरआई टेस्ट के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की!
हमें उम्मीद है आपको इस हिंदी आर्टिकल से MRI Ka Full Form और MRI Machine Kya Hai में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! साथ ही अब आप यह समझ पाएंगे की आखिर आपके वेबसाइट के लिए एक अच्छा और बेहतरीन वेब होस्टिंग कौन सा होगा!
इस हिंदी आर्टिकल को पूरा पढने के लिए आपका धन्यवाद!
सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें और अपनों का ख्याल रखें!
Bahut acha content likhte hai aap sir