Hello Dosto, क्या आप जानते है एनजीओ क्या है (NGO Kya Hai in Hindi) और एनजीओ का फुल फॉर्म क्या होता है (NGO Ka Full Form Kya Hai) एनजीओ एक ऐसी गैर सरकारी संस्था होती है जो बिना किसी लाभ के सामाजिक कार्य करती है!
पुरे विश्व में लगभग 10 मिलियन से भी अधिक NGO यानी की गैर सरकारी संस्थाएँ मौजूद है और इनमे से सबसे अधिक गैर सरकारी संस्थाएँ भारत में मौजूद और सक्रीय है!
ये गैर सरकारी संस्थाएँ शहरो से लेकर दूरस्थ गॉवों में जाकर गरीब बच्चों, बुजुर्गो और असहाय लोगो को बिना किसी स्वार्थ के सहायता प्रदान करते है! इसके साथ ही पर्यावरण को बचाने में भी इन गैर सरकारी संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है!
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तो चलिए बिना किसी विलम्ब के एनजीओ क्या है (NGO Kya Hai) और एनजीओ का फुल फॉर्म क्या होता है (NGO Full Form in Hindi) एनजीओ कैसे काम करता है? एनजीओ जॉइन कैसे करें? के बारे में आगे जानते हैं!
इसके साथ ही भारत में शीर्ष 10 गैर सरकारी संगठन (10 Top NGO in India in Hindi) के बारे में विस्तार से जानते है!

[ NGO Kya Hai – NGO Full Form in Hindi ]
एनजीओ का फुल फॉर्म – NGO Full Form in Hindi
NGO Full Form in Hindi: एनजीओ का फुल फॉर्म Non – Governmental Organization होता है! NGO का हिंदी में फुल फॉर्म यानी की पूरा नाम गैर सरकारी संगठन होता है! एनजीओ को समाजसेवी संस्था भी कहा जाता है!
एनजीओ क्या है? – NGO Kya Hai in Hindi
NGO Kya Hai: एनजीओ एक प्रकार का गैर-सरकारी संगठन होता है! साधारण शब्दों में कहे तो यह एक तरह की प्राइवेट संस्था होती है! जिसमे सरकार की किसी भी प्रकार से कोई भागीदारी नहीं होती है!
इस संगठन या फिर समूह (Organization) को देश के नागरिको द्वारा देश के नागरिको के लिये चलाया जाता है!
यह समाज कल्याण और बुजुर्ग, गरीब और असहाय लोगो के समस्याओ के समाधान के लिए बनाया जाने वाला एक संगठन होता है!
NGO में कार्य देश के ही के केवल एक व्यक्ति द्वारा नहीं किये जा सकते है! इसमें दो या दो से अधिक व्यक्तियों का समूह बनाकर समाज में कार्य किये जाते है!
दुनिया भर में यह गैर सरकारी संगठन मौजूद है! इसमें Social Development, Woman Education और Economics पर कार्य किया जाता है! इस संगठन को ‘नागरिक समाज संगठन’ के नाम से भी जाना जाता है!
देश के बड़े बड़े व्यवसायिक लोग जो एक अच्छा खासा पैसा कमाते है! अधिकतर वे लोग किसी भी एनजीओ में अपना पैसा donate करते है या फिर खुद का एनजीओ चलाते है!
यदि आप स्वेच्छा से समाज की सेवा और समाज के विकास में अपना सहयोग या योगदान देना चाहते है तो आप किसी भी एनजीओ को ज्वाइन कर सकते है!
इसके अलावा आप कुछ लोगो की टीम के साथ मिलकर भी एक एनजीओ को बना सकते है! जिसके लिए आप अपने कुछ रूल्स को फॉलो करना होता है!
एनजीओ के उद्देश्य – NGO Ka Mukhya Uddeshya
- NGO का सबसे मुख्य उदेश्य देश में, समाज में बच्चों, महिलाओ और अधिक गरीब और बेसहारा लोगो को आर्थिक, शैक्षिक सहायता प्रदान करना!
- एक सकारात्मक सोच के साथ समाज सेवा में योगदान प्रदान करना! जरूरत मंद लोगो को व्यवसाय प्रदान करना और उनकी मदद करना!
- सामाजिक विकास से जुड़े सभी प्रकार के मुद्दों पर सहयोग और मार्गदर्शन करना!
- देश, समाज और छोटे छोटे गावों में शिक्षा का प्रचार प्रसार करना और लोगो को शिक्षा के प्रति जागरूक करना!
- निर्धन बच्चों के लिए पुस्तकों का प्रबंध करना।
- छोटे छोटे शहरों और गावो में लोगो को व्यवसाय देकर आर्थिक सहायता प्रदान करना और खुद का व्यवसाय करने के लिए लोगो को प्रोत्साहित करना!
- महिला शिक्षा को प्रोत्साहित करना! और देश की प्रत्येक महिला को उनके जीवन की परिस्थितियों और कठिनाइयों का स्वयं सामना करने का साहस हेतु को प्रेरित करना!
भारत में NGO की शुरुआत कब हुई थी – When NGO Started in India
भारत में सबसे पहले एनजीओ की शुरुवात 1917 में कोलकत्ता में हुवी! जिसका मुख्य उदेश्य हथकरघा में कारीगरों और बुनकरों को आर्थिक और मानसिक रूप से सहायता प्रदान करना था!
इस संगठन को टैगोर जी के भतीजे श्री गगनेंद्रनाथ टैगोर द्वारा बनाया गया!
इसके बाद भारत में स्टेट और राज्य स्तर पर कई गैर सरकारी संगठनों को गठित किया गया! 2009 में central statistical institute द्वारा घोषणा के द्वारा बताया गया इंडिया में ल्गभग 4 मिलियन एनजीओ पंजीकृत है!
अन्य फुल फॉर्म – Other full forms
एनजीओ कैसे काम करता है – NGO Kaise Kaam Karte Hai
एनजीओ यानी की गैर-लाभकारी संगठन समाज के बिच में रहकर समाज के हित के लिए निस्वार्थ काम करते है!
NGO का उद्देश्य पैसा कमाने के बजाय जरूरतमंद लोगो की मदद करना और उनके सामाजिक उत्थान के लिए हर संभव प्रयास करना होता है!
गैर सरकारी संस्थाएँ दूरस्थ गॉवों से लेकर बड़े बड़े शहरों में भी अपनी सेवाएं प्रदान करते है!
NGO दूर गावों में रह रहे लोगो के बीच में निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करते है!
- दूरस्थ गाओं में जाकर गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान करना
- गांव की औरतो का समूह बनाकर उन्हें स्वालंभि बनाना!
- वृद्धो को पेंशन देना, जरुरतमंदो को राशन उपलब्ध कराना
- निर्धन वर्ग का विकास करना और उनके बच्चो को शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करना!
- बुजुर्गो की समस्याओ को हल करना!
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाना
- बेरोजगार युवाओ को उपयुक्त ट्रेनिंग प्रदान करना ताकि वे खुद का रोजगार कर सके!
- प्राकृतिक संकट के समय देश की मदद करना
इसी तरह आपदा के समय गैर सरकारी संस्थाएँ आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर पीड़ित लोगो को जरुरी सामान और आपातकालीन चिकित्सा उपलब्ध कराते है!
एनजीओ कैसे ज्वाइन करें – NGO Kaise Join Kare
NGO Kaise Join Kare: आज के इस इंटरनेट के समय में किसी भी एनजीओ को जॉइन करना मतबल की किसी भी एनजीओ का सदस्य बनना बहुत आसान हो गया है!
हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्यों की वर्तमान में लगभग सभी प्रमुख गैर सरकारी संस्थाओ का अपना ऑफिसियल वेबसाइट होता है! और आप किसी भी एनजीओ को उसके ऑफिसियल वेबसाइट में विजिट करके जॉइन कर सकते है!
तो चलिये Step by Step जानते है की एनजीओ कैसे ज्वाइन करें?
Step1.
सबसे पहले आप अपने कंप्यूटर के किसी ब्राउज़र जैसे की गूगल क्रोम या Firefox को ओपन कर लीजिये!
Step2.
इसके बाद ब्राउज़र के सर्च बार में आप जिस भी एनजीओ को जॉइन करना चाहते है उसका नाम लिखकर सर्च कीजिये!
Step3.
सर्च करने के बाद आपको उस NGO की ऑफिसियल वेबसाइट मिलती है! और आप इस वेबसाइट में विजिट करके बहुत आसानी से NGO को ज्वाइन कर सकते है!
उदाहरण के लिए यदि आप एक प्रसिद्ध गैर सरकारी संस्था Childline India Foundation से जुड़ना चाहते है तो आप अपने वेब ब्राउज़र में Childline India Foundation लिखकर सर्च कीजिये!
अब आपको इस NGO की ऑफिसियल वेबसाइट का लिंक सबसे पहले मिलता है! और इस लिंक को ओपन कीजिये!

इसके बाद आप Childline India Foundation नाम के इस गैर सरकारी संस्था के ऑफिसियल वेबसाइट के होम पेज में आ जाते है! अब आप सबसे ऊपर JOIN US के बटन पर क्लिक करके इस NGO से जुड़ सकते है!
एनजीओ कैसे बनाये – NGO Kaise Banaye
NGO Kaise Banaye: यदि आप समाज की सेवा में अपना सहयोग देना चाहते है या आर्थिक रूप से गरीब लोगो को मदद करना चाहते है! बहुत लोग अपनी सम्पति को समाज हित के लिए देने में रूचि रखते है!
आप चाहे तो किसी NGO को अपना पैसा डोनेशन के तौर पर दे या अपना खुद का NGO भी बना सकते है!
खुद का NGO स्टार्ट करना हो तो इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना होता है! सबसे पहले आपको एक NGO को बनाने के लिए अपने लक्ष्य और उदेश्य को निर्धारित करना होता है!
इसके बाद इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, सचिव और मुख्य सलाहकार के रूप में सदस्यों का चयन करना होता है!
खुद का NGO स्टार्ट करना हो तो इसके लिए सबसे जरुरी इसके बाद में थोड़ा बहुत जानकारी होनी चाहिए! स्वयं का NGO बनाने के लिए सबसे पहले आपको NGO में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है!
इसके बाद ही आप एनजीओ में होने वाले आगे की कार्यो को कर सकते है!
एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कैसे करें? – NGO Registration kaise kare
NGO Registration: एनजीओ में रजिस्ट्रेशन तीन तरह का होता है!
- भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1982 (Indian Trust Act 1982)
- सोसाइटी अधिनियम 1860 (Societies Act 1860)
- कंपनी अधिनियम 2013 (Companies Act 2013)
1. भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1982 (Indian Trust Act 1982)
आप जब एक ट्रस्ट के रूप मे पंजीकरण करवाते है! इसके लिए आपको भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1982 के अंतर्गत रजिस्ट्रशन करना होता है!
2. सोसाइटी अधिनियम 1860 (Societies Act 1860)
जब एक सोसाइटी के रूप मे पंजीकरण करवाते है! इसके लिए आपको सोसाइटी अधिनियम 1860 के अंतर्गत रजिस्ट्रशन करना होता है!
3. कंपनी अधिनियम 2013 (Companies Act 2013)
और यदि एक नॉन प्रॉफिट कंपनी के रूप मे पंजीकरण करवाते है! इसके लिए आपको कंपनी अधिनियम 2013 के अंतर्गत रजिस्ट्रशन करना होता है!
NGO Registration प्रक्रिया के लिए आपको एक Individual Witness, Land Trust इसके साथ संस्था का एक प्रस्ताव होना अनिवार्य होता है इसके बाद ही आप रजिस्ट्रेशन कार्यालय में पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते है!
आप इस आवेदन पत्र को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार से भर सकते है! और आपको एक एनजीओ बनाने हेतु निर्धारित दस्तावेजो को जमा करना होता है!
एनजीओ के लिए Fund कैसे मिलता है?
एनजीओ विभिन्न स्रोतों से फंडिंग प्राप्त कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सरकारी अनुदान: राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर सरकारें गैर-सरकारी संगठनों को Funding प्रदान करती हैं जो समाज के विकास की दिशा में काम करते है और एक विकसित समाज के निर्माण में मदद करते है।
- अंतर्राष्ट्रीय संगठन: संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन गैर-सरकारी संगठनों को उनके विकास और मानवीय परियोजनाओं के लिए धन मुहैया कराते हैं।
- Corporate Social Responsibility (CSR): कई निगमों ने सीएसआर पहल की है और सामाजिक विकास की दिशा में काम करने वाले एनजीओ को वित्तपोषित करने के लिए अपने लाभ का एक हिस्सा आवंटित करते हैं।
- व्यक्तिगत दान: एनजीओ व्यक्तिगत दानदाताओं से भी धन प्राप्त कर सकते हैं जो उनके कारण में विश्वास करते हैं और उनके प्रयासों में योगदान देना चाहते हैं। यह कार्य समाज में रहने वाले हर एक व्यक्ति को जरूर करना चाहिए।
- क्राउडफंडिंग: एनजीओ भी अपनी परियोजनाओं और पहलों के लिए जनता से धन जुटाने के लिए ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं।
गैर-सरकारी संगठनों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने कार्य की स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अपने वित्त पोषण स्रोतों में विविधता लाएं।
एनजीओ बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पहचान पत्र (वोटर आईडी / आधार कार्ड, पैनकार्ड, आदि), पासपोर्ट (अनिवार्य)
- पंजीकृत कार्यालय पता प्रमाण
- निवास प्रमाण पत्र (बिजली / मोबाइल बिल या बैंक स्टेटमेंट)
- न्यूनतम दो संचालक
- कम से कम एक संचालक भारतीय निवासी होना चाहिए
- हाउस टैक्स रसीद
- शेयरहोल्डर और संचालक एक ही हो सकते हैं
भारत में 10 मुख्य एनजीओ के नाम – 10 Top NGO in India in Hindi
- गूंज (Goonj)
- चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (Childline India Foundation)
- कथा (Katha)
- ग्रामीण विकास फाउंडेशन (Rural Development Foundation)
- भारत सेवाश्रम संघ (Bharat Sevashram Sangha)
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bhartiya Vidyarthi Parishad)
- चाइल्ड इन नीड इंस्टिट्यूट (Child In Need Institute)
- अक्षय पात्र फाउंडेशन (Akshaya Patra Foundation)
- तितलियों भारत (Butterflies India)
- बच्चों को बचाओ भारत (Save the Children India)
1. गूंज (Goonj)
- स्थापना: 1999
- संस्थापक: अंशु गुप्ता
- मुख्य न्यायालय: नई दिल्ली
- उद्देश्य: देश में आपदा राहत, मानवीय सहायता, शिक्षा और समाज कल्याण में सहयोग
- Official Website: https://goonj.org
2. चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (Childline India Foundation)
- स्थापना: 1996
- संस्थापक: जेरू बिलिमोरिया
- मुख्य न्यायालय: मुंबई
- उद्देश्य: बाल अधिकार का प्रोत्साहन करना और बाल सुरक्षा के लिए आपातकालीन सुरक्षा हेतु टोलफ्री फ़ोन
- Official Website: https://www.childlineindia.org

3. कथा (Katha)
- स्थापना: 1988
- संस्थापक: गीता धर्मराजन
- मुख्य न्यायालय: नई दिल्ली
- उद्देश्य: समाज कल्याण, शिक्षा, बाल विकास, जीवन साहित्य( जीवन की कहानियो का अनुवाद)
- Official Website: https://www.katha.org
4. ग्रामीण विकास फाउंडेशन (Rural Development Foundation)
- स्थापना: 1996
- मुख्य न्यायालय: हैदराबाद
- उद्देश्य: ग्रामीण विकास, शिक्षा, लोगो को व्यवसाय प्रदान कर आर्थिक सहायता में सहयोग
- Official Website: https://rdfindia.org
5. भारत सेवाश्रम संघ (Bharat Sevashram Sangha)
- स्थापना: 1917
- संस्थापक: आचार्य श्रीमत स्वामी प्रणवानन्दजी महाराज
- मुख्य न्यायालय: कोलकाता
- उद्देश्य: शिक्षा, धार्मिक अध्ययन, सेवा कार्य और आध्यात्मिकता का समर्थन करना
- Official Website: https://www.bharatsevashramsangha.org
6. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bhartiya Vidyarthi Parishad)
- स्थापना: 1949
- संस्थापक: बलराज मधोकी
- मुख्य न्यायालय: मुंबई
- Official Website: https://www.abvp.org
7. चाइल्ड इन नीड इंस्टिट्यूट (Child In Need Institute)
- स्थापना: 1974
- संस्थापक: समीर चौधरी
- मुख्य न्यायालय: कोलकाता
- उद्देश्य: हेल्थ, पोषण, शिक्षा और बच्चे, असहाय और जरूरतमंद महिलाओं के व्यवसाय और सरक्षण में विकास को बढ़ावा देना
- Official Website: https://www.cini-india.org
8. अक्षय पात्र फाउंडेशन (Akshaya Patra Foundation)
- स्थापना: 2000
- संस्थापक: भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद
- मुख्य न्यायालय: नई दिल्ली
- उद्देश्य: बाल शिक्षा, स्वछता, समाजिक कल्याण
- Official Website: https://www.akshayapatra.org
9. तितलियों भारत (Butterflies India)
- स्थापना: 1989
- संस्थापक: रीता पनिकर
- मुख्य न्यायालय: नई दिल्ली
- उद्देश्य: बाल अधिकार का प्रोत्साहन करना
- Official Website: https://www.butterflieschildrights.org
10. बच्चों को बचाओ भारत (Save the Children India)
- स्थापना: 2008
- संस्थापक:
- मुख्य न्यायालय: गुरुग्राम
- उद्देश्य: हेल्थ, पोषण, शिक्षा और बाल विकास
- Official Website: https://www.savethechildren.in
एनजीओ के मुख्य कार्य – NGO Works in Hindi
- एक एनजीओ का निर्माण समाज के कल्याण हेतु समर्पण को ध्यान में रखकर किया जाता है! जिससे यह संगठन में जुड़े लोग बिना किसी स्वार्थ के देश सेवा कर सकें!
- NGO का कार्य देश, शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले असहाय और गरीब लोगो की मदद करना और उनके समस्याओ को सुनना और उनको हल करना होता है!
- शिक्षा के क्षेत्र में बनाये जाने वाले NGO के तहत सभी क्षेत्रों में शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसके अंतर्गत बच्चो, महिलाओ की शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाता है!
- NGO के अंतर्गत लोगो को रोजगार प्रदान किये जाते है जिससे लोगो की आर्थिक मदद हो पाए! बड़ी बड़ी कम्पनिया NGO के तहत लोगो को रोजगार की सुविधा प्रदान करते है!
- देश में मानव अधिकार, बाल अधिकार का समर्थन के साथ साथ बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखना! देश में बुराइयों को जड़ से समाप्त करना!
- स्वास्थ्य संबंधी सेवा प्रदान करना! दूर शहरों में और गावों में आपातकालीन चिकित्सा उपलब्ध करना!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ (Frequently Asked Questions)
Q1. NGO से आप क्या समझते हैं?
Ans. यह एक प्रकार की समाजसेवी संस्था होती है! जिसमे सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है! यह संगठन समाज के लोगो द्वारा एक या एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा मिलकर बनाया जाता है!
Q2. एनजीओ की पॉलिसी क्या है?
Ans. सामान्य तौर पर, एनजीओ की ऐसी नीतियां होती हैं जो उनकी गतिविधियों और संचालन को नियंत्रित करती हैं। गैर-सरकारी संगठनों की कुछ सामान्य नीतियां शामिल हो सकती हैं:
Financial Policies
Human Resources Policies
Health and Safety Policies:
Privacy and Data Protection Policies
Advocacy and Campaigning Policies
Q3. क्या एक सरकारी कर्मचारी NGO चला सकता है?
Ans. आपको बता दे एक सरकारी कर्मचारी खुद का NGO नहीं चला सकता है लेकिन सदस्य के रूप में कोई NGO से जुड़ सकता है! और एक सरकारी कर्मचारी किसी भी एनजीओ से कोई वेतन नहीं ले सकता है!
Q4. टॉप अंतराष्ट्रीय एनजीओ कौन कौन से है?
Ans. BARC (Bangladesh Rural Advancement Committee), IRC (International rescue committee), CARE International, The Wikimedia Foundation आदि Top International NGOs के लिस्ट में गिने जाते है!
Q5. एनजीओ का मुख्य कार्य क्या होता है?
Ans. एक एनजीओ के मुख्य कार्य देश में निस्वार्थ भावना के साथ समाज कल्याण और आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगो की सहायता, शिक्षा को बढ़ावा देना, दूर दराज क्षेत्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना! आदि होते है!
- आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस क्या होता है?
- वेंटीलेटर क्या है यह कैसे काम करता है?
- ICU में Use होने वाले उपकरण क्या होते हैं?
निष्कर्ष – Conclusion
आज के इस आर्टिकल में हमने एनजीओ क्या है (NGO Kya Hai) एनजीओ का फुल फॉर्म क्या होता है? (NGO Full Form in Hindi) और किसी NGO को जॉइन कैसे करें? और खुद का एनजीओ कैसे बनाये? इसके साथ ही एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कैसे करें? के बारे में जाना!
इसके अलावा इस ब्लॉग में हमने भारत में 10 सबसे बड़े एनजीओ (10 Largest NGO in India in Hindi) के बारे में जानकारी आप तक साझा की!
उम्मीद करते है आपको इस हिंदी आर्टिकल से एनजीओ के बारे (NGO Full Form in Hindi) में बहुत कुछ जानने को मिला होगा!
यदि आप इस पोस्ट से संबधित किसी भी तरह के किसी सवाल या फिर अपने विचारो को हम तक साझा करना चाहते है तो कृप्या कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताये और साथ ही पोस्ट को शेयर करना न भूले!
हमारी यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!
स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें और अपनों का ख्याल रखें!
Nice Information I appreciate it.