Steroid क्या होता है? बॉडी में स्टेरॉयड लेने से क्या होता है? और कैसे ले?

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Steroid Kya Hota Hai – नमस्कार दोस्तों, क्या आपको मालूम है की स्टेरॉयड लेने से क्या होता है? और कैसे ले? स्टेरॉयड काम कैसे करता हैं? क्या स्टेरॉइड लेने से जल्दी बॉडी बनती है? और इस स्टेरोइड को लेने के फायदे और नुकसान क्या क्या है? इसके साथ ही क्या स्टेरोइड को लेने से बॉडी बनाना सही है?

पिछले कुछ सालों में Steroid का नाम काफी उभर कर सामने आया है, फिर बात चाहे, बीते महामारी से जुड़े इलाज की हो, या जिम में बॉडी बनाने की! आज के समय में हर जगह पर लोगों की जुबान पर स्टेरॉयड का ही नाम सुनने को मिलता है! तो आज के इस लेख मे हम स्टेरोइड क्या होता है? स्टेरॉयड लेने से क्या होता है? और कैसे ले? के बारे मे बताने वाले है!

यदि आप जिम जाते हो तो आपको जरूर स्टेरोइयड के बारे मे पता होगा! अक्सर जिम जाने वाले बॉडी बिल्डरस मे स्टेरोइड लेने के आरोप लगते रहते है! और अगर आप जिम जाने का प्लान कर रहे है तो ऐसे में जरूर आपके दिमाग में भी स्टेरोइड को लेकर तरह तरह के सवाल आना लाजमी है!

आखिर स्टेरॉयड क्या है? (Steroid kya hota hai), स्टेरॉयड काम कैसे करते हैं? स्टेरॉयड लेने से क्या होता है? क्या स्टेरॉइड लेने से जल्दी बॉडी बनती है? और सबसे सबसे जरूरी बात की इस स्टेरोइड को लेने के फायदे और नुकसान क्या क्या है? इसके साथ ही क्या स्टेरोइड को लेने से बॉडी बनाना सही है?

तो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको Steroid kya hota hai के साथ साथ स्टेरॉयड लेने से क्या होता है? और कैसे ले? और आपके मन मे आने वाले Steroid से जुड़े सभी सवालो के बारे मे बताने वाले है!

steroid kya hota hai

आज के इस ब्लॉग मे हम स्टेरोइड से जुड़ी हर एक छोटी बड़ी जानकारी विस्तार से देने वाले है! इसलिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें!

स्टेरॉयड क्या है? Steroid kya hota hai

Steroid एक तरह के हार्मोन हैं, जो इंसान के शरीर में प्राकृतिक रूप से, अपने आप बनते हैं! स्टेरॉयड्स का काम शरीर के अंदर होने वाली क्रियाओं को सामान्य रूप से बनाए रखना होता हैं ताकि इंसान बीमार ना पड़ें!

लेकिन वहीं, बात अगर Steroid Medicine की करें तो, “Steroid दवा, मानव निर्मित या सिंथेटिक दवाई है, जिसके अंदर, मानव शरीर में बनने वाले प्राकृतिक हार्मोन्स के गुण मौजूद होते हैं!” आसान शब्दों में कहें तो, मानव शरीर के अंदर जो प्राकृतिक स्टेरॉयड बनते हैं, ठीक उसी के गुणों से भरपूर Steroid दवा होती है!

Steroid दवाओं को हम प्राकृतिक स्टीरॉयड की नकल भी कह सकते हैं! जब किसी कारणवश मानव शरीर के अंदर प्राकृतिक स्टेरॉयड बनना कम हो जाते हैं, तो उस समय Steroid दवाओं की मदद से, उस व्यक्ति के शरीर की क्रियाओं को सामान्य रूप से संचालित करने में मदद मिलती है!

इसके अलावा, Steroid दवाओं को कई बीमारियों के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है! स्टेरॉयड दवा को आमतौर पर, स्टेरॉयड हार्मोन, ग्लूकोकॉर्टिकोइड और कोर्टिकोस्टेरॉयड के नाम से भी जाना जाता है!

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स्टीरॉयड के प्रकार (Types of Steroid in Hindi)

मानव निर्मित Steroid यानी “Steroid दवा” को मुख्य रूप दो भागों में बांटा जाता है:-

  1. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स
  2. एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड (AAS)

1. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स

कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, हमारे शरीर में मौजूद एड्रीनल ग्रंथि से निकलने वाले कोर्टिसोल हार्मोन की प्रतिलिपि (नकल) हैं! कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल, मुख्य रूप से अस्थमा के इलाज में किया जाता है! जहां ये फेफड़ों के सांस नली में पैदा हुई सूजन और म्यूकस के उत्पादन को कम करके मरीज को तुरंत राहत पहुंचाते हैं!

इसके अलावा कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, आर्थराइटिस, त्वचा की बीमारियां जैसे – चकते और एग्जिमा, और ऑटोम्यून्यून बीमारियों जैसे – मल्टीपल स्क्लेरोसिस और लुपस के इलाज में भी मददगार है!

2. एनाबॉलिक-एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड (AAS)

एनाबॉलिक-एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड, ऐसे हार्मोन हैं, जो शरीर में मांसपेशियों के उत्पादन को बढ़ाने के साथ साथ, शरीर की क्षमता को भी कई गुना बढ़ा देते हैं, ताकि मांसपेशियों के टूटने की समस्या ना हो!

आसान शब्दों में कहें तो, एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड Muscle Production को बढ़ाने के साथ साथ, Muscle breakdown को भी रोकने में हेल्प करते हैं! जिम में जल्द से जल्द बॉडी बनाने के लिए जिस Steroid का इस्तेमाल होता है, वो एनाबॉलिक-एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड ही हैं!

लेकिन हम आपको बता दें, इस Steroid के फायदे से ज्यादा, नुकसान हैं, इसलिए आज के समय में इंडिया में एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड, को बिना डॉक्टर के पर्ची के खरीदना और सेवन करना पूरी तरह से अवैध है!

कुछ बड़े बड़े एथलीट, जो एक निश्चित डोज में Steroid का सेवन करते हैं, वे भी इसे पूरी तरह से डॉक्टर की सलाह पर लेते है!

अगर आप जिम में जल्द से जल्द अपनी बॉडी बनाने के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के, एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड का सेवन करते हैं, तो पहले तो आप कानूनी रूप से जुर्म कर रहे हैं, और दूसरी बात, आगे चलकर इसके वजह से आपको बहुत सारे स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों का सामना करना पड़ेगा!

स्टेरॉयड कैसे काम करते हैं?

जैसा कि अब आप समझ चुके हैं कि स्टेरॉयड दो तरह के होते हैं, इसलिए इसलिए इन दोनो के काम करने का तरीका भी अलग अलग है! आयिये एक एक करके दोनो को समझते हैं:-

कॉर्टिको स्टेरॉइड्स कैसे काम करते हैं?

कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, मुख्य रूप से शरीर में प्राकृतिक रूप से बनने वाले कार्टिसोल हार्मोन की तरह काम करते हैं! हर सुबह, हमारे शरीर में मौजूद एड्रीनल ग्रंथि प्राकृतिक कोर्टिसोल को हमारे खून में छोड़ती है, ताकि रोजमर्रा के तनाव की वजह से, हमारे शरीर में जो बीमारियां पैदा होती है, उनको रोका जा सके!

अब आप सोच रहे होंगे, जब हमारे शरीर में पहले से कार्टिसोल हार्मोन मौजूद है, तो फिर कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स की क्या जरूरत है?

चलिए जानते हैं:-

दरअसल हमारे शरीर में, हर रोज एक निश्चित मात्रा में ही कोर्टिसोल हार्मोन पैदा होता है! ऐसे में जब हम कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेते हैं, तब शरीर में कार्टिसोल की मात्रा बढ़ जाती है, और यह हमे अस्थमा और एग्जिमा जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में मदद करता है!

कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, हमारे बॉडी के नेचुरल इम्यून सिस्टम के काम करने की रफ्तार को कम करके, ऑटोइम्यून बीमारियों से लड़ने में भी मदद करते है! इसके अलावा, ध्यान देने वाली बात यह है कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का muscle production यानी बॉडी बनाने से कोई संबंध नहीं है!

एनाबॉलिक स्टेरॉयड कैसे काम करते हैं?

एनाबॉलिक स्टेरॉयड की बनावट, मर्दों के शरीर में मुख्य रूप से पाए जाने वाले टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के तरह होती है! इसलिए जब यह, मर्दों के शरीर में जाता है, तो तुरंत टेस्टोस्टेरोन रिसेप्टर्स एक्टिव हो जाते हैं!

जिसके बाद, मर्दों के शरीर में मांसपेशियों यानी की muscles बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है! आमतौर पर, डॉक्टर की सलाह के बाद, एथलीट इसे 6 से 12 हफ्तों तक लेते हैं!

इसके बाद, फिर इसे 6 से 12 हफ्तों तक बंद कर दिया है! इस पूरे प्रोसेस को साइक्लिंग कहते हैं!

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स्टेरॉयड के फायदे | Steroid Benefits in Hindi

अगर डॉक्टर की सलाह पर, सही मात्रा में steroids को लिया जाए, तो इसके कई फायदे देखने को मिलते हैं! इसलिए नीचे हमने दोनों तरह के स्टेरॉयड के फायदे की बात की है!

कॉर्टिको स्टेरॉइड्स के फायदे

  • फेफड़ों के सांस नली में आई सूजन को कम करना!
  • फेफड़ों में बन रहे म्यूकस के उत्पादन को कम करना!
  • चकते और एग्जिमा जैसी गंभीर बीमारियों के ट्रीटमेंट में सहायता करना
  • ऑटोइम्यून बीमारी जैसे – ऑटोइम्यून हैपेटाइटिस या सिस्टमिक लुपस एरिथेमैटोसस के ट्रीटमेंट में सहायता करना!

एनाबॉलिक स्टेरॉयड के फायदे

  • जल्दी ना थकना!
  • मांसपेशियों के उत्पादन (muscle gain) में सहायता मिलना!
  • ज्यादा भूख लगना!
  • शरीर की ताकत बढ़ने का एहसास होना!
  • अच्छी बॉडी बनने की वजह से, आत्मविश्वास महसूस होना!

स्टेरॉयड के नुकसान | Steroid Side Effects in Hindi

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया, डॉक्टर से सलाह लेकर, अगर आप सही डोज में स्टेरॉयड लेते हैं, तो आपको इसके कई फायदे मिलेंगे!

लेकिन अगर आप बिना डॉक्टर की सलाह के, सिर्फ बॉडी बनाने के लिए, या किसी अन्य कारण से Steroid लेते हैं, तो आगे चलकर निश्चित रूप से आपको इसके Side effects का सामना करना पड़ेगा!

कॉर्टिको स्टेरॉइड्स के नुकसान

अगर आप कम समय तक, कॉर्टिको स्टेरॉइड्स लेते हैं, तो आपको इसके छोटे मोटे नुकसान (side effects) देखने को मिलेंगे! जैसे :-

  • अनियमित रूप से मूड में बदलाव होना!
  • सामान्य से ज्यादा भूख लगना!
  • सोने में परेशानी होना!

ये कॉर्टिको स्टेरॉइड्स कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स हैं, जो पूरी तरह से नॉर्मल हैं! इसलिए घबराए नहीं! एक बार, जब आपका कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स से चलने वाला इलाज खत्म हो जायेगा, तब अपने आप ही इसके side effects हमेशा के लिए खत्म हो जायेंगे!

एनाबॉलिक स्टेरॉयड के नुकसान

अगर आप एनाबॉलिक स्टेरॉयड को डॉक्टर की सलाह पर, एक नियमित डोज में लेते हैं, तो आपको इसके निम्न side effects का सामना करना पड़ सकता है!

  • पिंपल हो सकते हैं!
  • पुरुष स्तनों में वृद्धि हो सकती है!
  • Fluids Retaintion की समस्या हो सकती है!
  • पेशाब करते समय दर्द या असुविधा महसूस हो सकती है!
  • बाल अचानक से बढ़ भी सकते हैं, और अचानक से झड़ने भी शुरू हो सकते हैं!
  • Good HDL cholesterol की और Bad HDL cholesterol की वृद्धि हो सकती है!
  • लाल रक्त कोशिकाओं में बढ़ोतरी हो सकती है!

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लेकिन अगर आप, अपने जिम ट्रेनर की सलाह पर एनाबॉलिक स्टेरॉयड लेते हैं, तो आपको वह निश्चित डोज से 10 गुना ज्यादा डोज देगा, ताकि आपकी बॉडी जल्द से जल्द बने! पर आगे चलकर, इसके आपको निम्न side effects देखने को मिलेंगे :-

  • दिल की बीमारी, जैसे – अचानक से कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक आना!
  • Liver से जुड़ी बीमारियां होना!
  • ट्यूमर!
  • हड्डियों को बीमारियां, जैसे – ऑस्टियोपोरोसिस!
  • पुरुषों में स्तन का विकास होना और बांझपन की समस्या!
  • अगर teen age में बच्चे, एनाबॉलिक स्टेरॉयड लेते हैं, तो इससे उनकी बॉडी तो बन जाती है, लेकिन उनका शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है!
  • लंबे समय तक इस्तेमाल के बाद, अगर आप एनाबॉलिक स्टेरॉयड लेना बंद करते हैं, तो डिप्रेशन की समस्या हो सकती है!
  • अगर महिलाएं, एनाबॉलिक स्टेरॉयड लेती हैं तो, इससे उनके पीरियड्स में अनियमितता आयेगी, उनके आवाज में बदलाव होगा, पूरे शरीर पर सामान्य से ज्यादा बाल निकलने लगेंगे, स्तनों में संकुचन हो सकता है!

एनाबॉलिक स्टेरॉयड, से होने वाले ज्यादातर नुकसान permanent होते हैं! यानी अगर आप इस steroids को लेना बंद भी कर देते हैं, तब भी आपको पूरी जिंदगी इसके side effects को झेलना पड़ेगा!

स्टेरॉयड कैसे ले?

Steroids के फायदे और नुकसान जानने के बाद भी, अगर आप इसे लेना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें, यह मार्केट में कई रूपों में बिकता है! जैसे-

  • टैबलेट, सिरप और लिक्विड रूप में! जैसे – Prednisolone
  • इंजेक्शन के रूप में! जैसे – Methylprednisolone
  • Nasal spray और inhaler के रूप में! जैसे – Fluticasone Propionate और Beclomethasone
  • लोशन, क्रीम और जेल के रूप में! जैसे – Hydrocortisone

मार्केट में मिलने वाले, ज्यादातर steroids डॉक्टर की पर्ची दिखाने पर मिलते हैं! लेकिन इनमे से कुछ steroids आपको कॉस्मेटिक की दुकानों पर भी मिल जायेंगे!

इसके अलावा, जिम में अवैध रूप से इसकी खरीद बिक्री की जाती है! हमारी सलाह में, अगर आप steroids लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें! और फिर डॉक्टर के बताए गए डोज के मुताबिक ही steroids लें!

स्टेरॉयड दवा के नाम | Steroids medicine list

बाजार में मिलने वाले, कुछ कॉमन स्टेरॉयड दवा के नाम इस प्रकार से हैं:-

  • Betamethasone – त्वचा संबंधी बीमारी जैसे खुजली, सूजन और irritation के इलाज में इसका use किया जाता है!
  • Hydrocortisone – तनाव कम करने में, मन को शांत करने के लिए, दर्द और सूजन कम करने में इसका use करते हैं!
  • Prednisolone – एलर्जी,  खून की बीमारी, त्वचा की बीमारी, इनफेक्शन आदि के इलाज में इसका use करते हैं!
  • Dexamethasone – अस्थमा, आर्थराइटिस, किडनी की बीमारी, बोन मैरो की बीमारी, त्वचा की बीमारी, आदि के इलाज में इसे use करते हैं!

निष्कर्ष – Conclusion

Steriod एक तरह के हार्मोन्स होते है, जो मानव शरीर को सुचारू रूप से संचालित होने में अहम भूमिका निभाते है! ये हार्मोन्स मानव शरीर के अंदर, अपने आप ही बनते और नष्ट होते हैं! लेकिन जब कई बीमारी के इलाज के लिए, इन प्राकृतिक Steriods को, मानव के द्वारा लैब में बनाया जाता है, तब इसे Steriod medicine कहते हैं!

स्टेरॉयड दवाओं में ठीक वही गुण मौजूद होते हैं, जो मानव शरीर के अंदर बनने वाले प्राकृतिक स्टेरॉयड में होते हैं! स्टेरॉयड दवाएं काफी स्ट्रॉन्ग होती हैं! इसलिए कभी भी बिना डॉक्टर की सलाह के, किसी भी तरह के steroids का सेवन नहीं करना चाहिए!

इस आर्टिकल में हमने आपको, स्टेरॉयड क्या है? (Steroid kya hota hai), स्टेरॉयड दवा क्या है? स्टेरॉयड का मतलब क्या होता है? Steriods के types, स्टेरॉयड कैसे काम करते हैं? स्टेरॉयड के फायदे, स्टेरॉयड के नुकसान, Steroid लेने से क्या होता है? स्टेरॉयड कैसे ले? Steroid दवा के नाम आदि से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी है, ताकि आपको steroids से हर छोटी बड़ी जानकारी मालूम हो सके!

अतः अगर आपको हमारा यह लेख “Steroid kya hota hai” पसंद आया है, तो इसे उन सभी लोगों के साथ शेयर करें! जिन्हें स्टेरॉइड्स के बारे में जानने की जरूरत है! साथ ही अगर आप हमसे steroids से जुड़ा कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं, तो कॉमेंट बॉक्स में आपका स्वागत है!

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