आज के इस जरुरी हिंदी लेख में हम माइग्रेन क्या होता है? (Migraine Kya Hota Hai) माइग्रेन के लक्षण और माइग्रेन के घरेलू उपचार क्या होते है? साथ ही माइग्रेन के कितने प्रकार होते है? के बारे में विस्तार से बताने वाले है!
हेल्लो दोस्तों, क्या आपको भी अक्सर सिर में तेज दर्द होता है? और कभी कभी दर्द इतना बढ़ जाता है कि आपको साधारण रौशनी और आवाज तक बर्दाश्त नहीं होती, अगर हां तो ऐसा संभव है कि आपको माइग्रेन बीमारी हो!
पर इसका पता कैसे लगाएं कि आपको माइग्रेन बीमारी है या नहीं और अगर माइग्रेन बीमारी है तो इसका इलाज कैसे करें!
तो आपकी इसी समस्या का समाधान हम आपके लिए इस आर्टिकल में लेकर आएं हैं! यहां हमने माइग्रेन क्या होता है? (Migraine Kya Hota Hai) Migraine क्यूं होता है?, माइग्रेन के लक्षण और माइग्रेन के घरेलू उपाय, योग, दवाई, डॉक्टर की सलाह आदि से जुड़ी सारी जानकारी को विस्तार से दिया है!
माइग्रेन क्या होता है – Migraine Kya Hota hai
Migraine Kya Hai – माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी होती है, जिसमें मरीज के सिर में चुभन जैसा दर्द महसूस होने लगता है! यह दर्द सिर के किसी एक तरफ के हिस्से में ज्यादा महसूस होता है तो दूसरे हिस्से में कम होता है!
कभी कभी यह दर्द सिर के सिर्फ एक ही तरफ लगातार होता है! साथ में ज्यादातर माइग्रेन की बीमारी में मरीज को सिरदर्द के साथ मिचली (nausea) जैसा भी महसूस होता है और उसे रौशनी या तेज आवाज सहन करने में भी परेशानी महसूस होनी शुरू हो जाती हैं!
क्या सिरदर्द को ही माइग्रेन कहते है?
आमतौर पर अधिकतर लोग सिरदर्द को ही माइग्रेन या फिर माइग्रेन को सिर दर्द से जुड़ी हुई एक बीमारी समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है!
दरअसल माइग्रेन के मरीज को सिर्फ सिर में ही दर्द होता है! लेकिन यह आमतौर पर होने वाले सिर दर्द से बिलकुल अलग होता है!
माइग्रेन जैसी खतरनाक बीमारी अपने आने से पहले ही और भी कई अन्य स्वास्थ्य से जुड़ी तकलीफों को भेज देती है! जिससे कारण आदमी कई दिनों तक बिस्तर से उठ भी नहीं पाता है!
दोस्तों हम, माइग्रेन के मरीज के किन तकलीफों की बात कर रहे,इसके बारे ने आपको आर्टिकल पूरा पढ़ने के बाद ही पता चलेगा!
माइग्रेन के लक्षण क्या होते है? Migraine Symptoms
Migraine बीमारी साधारण सिर दर्द के तरह नहीं होती है! माइग्रेन के मरीजों में माइग्रेन शुरू होने से पहले अलग लक्षण दिखाई देते हैं!
कभी कभी माइग्रेन के दौरान अलग लक्षण दिखाई देते हैं और माइग्रेन के बाद अलग लक्षण दिखाई देते हैं! इसे हम माइग्रेन के अलग अलग stages के रूप में समझ सकते हैं!
अगर व्यक्ति समय रहते इन stages के लक्षणों को समझ जाए, तो माइग्रेन जैसी बड़ी बीमारी से भी बच सकता है!
अलग-अलग स्टेज पर माइग्रेन के लक्षण इस प्रकार से होते हैं?
माइग्रेन के प्रारंभिक लक्षण क्या होते है?
मरीज में यह लक्षण माइग्रेन Attack आने से 1 या 2 दिन पहले दिखाई देंगे!
- कब्ज
- मूड में बार-बार बदलाव, कभी ज्यादा दुख होना तो कभी एकदम खुश होना!
- बार-बार कुछ खाने का मन करना
- गर्दन में अकड़न
- बार-बार मूत्र आना
- शरीर में तरल की अधिकता जिसके कारण शरीर या चेहरे में सूजन
- बार-बार जंभाई लेना
माइग्रेन Aura क्या है?
Aura एक तरह का माइग्रेन का Warning Signal होता है, जो यह बताता है कि अब माइग्रेन शुरू होने वाला है!
Aura ke Symptoms कुछ इस प्रकार से हैं!
- आंखों से चमकीले चमकते बिंदु, चमक या रोशनी दिखाई देना!
- सही से दिखाई ना देना, धुंधलापन
- हाथ और पैर में पिन जैसी चुभन महसूस करना
- चेहरा या शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या सुन्न (numbness) होना, महसूस करना
- बोलने में कठिनाई महसूस होना
Aura के symptoms 10 मिनट से लेकर 60 मिनट तक रहते हैं और इन्हें तुरंत दावा के माध्यम से रोका या ठीक किया जा सकता है!
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माइग्रेन अटैक किसे कहते है?
Migraine Attack Kya Hai – माइग्रेन के कारण हमे हमारे दिमाग यानी की हमारे सिर में असहनीय सिर दर्द को सहना पड़ता है और अगर समय रहते इस खतरनाक बीमारी इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति को माइग्रेन अटैक आने शुरू हो जाते है और इन माइग्रेन अटैक का असर लगभग 4 से 72 घंटे तक रहता है!
ज्यादातर मरीजों को माइग्रेन अटैक एक महीने में ही कई बार आ जाते है! और इन दर्दनाक माइग्रेन अटैक के कारण कई लोगो की मौत भी हो जाती है!
माइग्रेन अटैक के दौरान मरीज में ये Symptoms (लक्षण) दिखाई देते हैं –
- आमतौर पर सिर के एक तरफ चुभन जैसा दर्द होना, कभी-कभी सिर के दोनों दोनों तरफ दर्द होना
- उल्टी का एहसास होना या उल्टी होना
- रौशनी या ध्वनि से परेशानी होना
- सूंघने और स्पर्श (touch) की क्षमता में बदलाव
Postdrome माइग्रेन के लक्षण
माइग्रेन अटैक के बाद 1 से 2 दिन तक मरीज को Confused या Washed out जैसी फीलिंग आ सकती है! इसे आमतौर पर लोग Migraine Hangover भी कहते हैं! माइग्रेन के लगभग 80% मरीज, इसे माइग्रेन अटैक के बाद जरूर महसूस करते हैं!
चूंकि माइग्रेन अलग-अलग type का होता है, इसलिए किसी एक Type के माइग्रेन में ऊपर बताए गए केवल कुछ Stages ही पाए जाते हैं जबकि किसी दूसरे type वाले माइग्रेन में ये सभी stages पाए जाते हैं
इसलिए आप इन stages को जानने के बाद माइग्रेन के Types के बारे में भी जरूर पढ़ें, ताकि आप यह फैसला कर पाएं कि आपको किस type का माइग्रेन है या फिर आपको माइग्रेन है ही नहीं!
माइग्रेन कितने प्रकार का होता है? Types of Migraine in Hindi
माइग्रेन कई प्रकार के होते है! अलग-अलग Symptoms के आधार पर Migraine को अलग अलग Types में बांटा जाता है!
1). Migraine with aura
आज के समय में 15 से 20% लोग माइग्रेन से पहले या माइग्रेन के दौरान Aura के symptoms को महसूस करते हैं! इस तरह के माइग्रेन को complicated migraine भी कहते हैं!
2). Migraine without aura
ज्यादातर मरीजों को माइग्रेन के दौरान Aura का एहसास नहीं होता है! इसमें मरीज को माइग्रेन से पहले केवल कुछ प्रारम्भिक लक्षण और माइग्रेन के बाद का hangover होता है! इस तरह के माइग्रेन को Common Migraine भी कहते हैं!
3). Migraine without head pain
इसमें मरीज में माइग्रेन अटैक से पहले Aura ke लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन जब माइग्रेन शुरू होता है तो सिर में दर्द नहीं होता है!
सिर दर्द को छोड़कर, मरीज अन्य सभी माइग्रेन अटैक के लक्षणों जैसे – मिचली, रौशनी, आवाज से परेशानी आदि को महसूस करता है!
ऐसे माइग्रेन को “Silent migraine” या “Acephalgic Migraine” भी कहते हैं!
4). Hemiplegic Migraine
इसमें मरीज के शरीर के एक तरफ का हिस्सा बहुत कमजोर महसूस होने लगता और सुन्न पड़ जाता है! ऐसे में मरीज को फालिज (paralysis) का एहसास होता है! लेकिन यह समस्या सिर्फ उतने देर ही रहती है, जितने देर माइग्रेन अटैक का असर रहता है! बाद में मरीज नॉर्मल हो जाता है!
इस तरह के माइग्रेन में मरीज को सिर दर्द हो भी सकता है और नहीं भी!
माइग्रेन क्या होता है? – Migraine Kya Hota Hai
5). Retinal Migraine या Ocular Migraine
इस तरह के माइग्रेन में जब मरीज को अटैक आता है तो उसे एक आंख से हल्का या पूरी तरह से दिखना बंद हो जाता है! साथ में आंख के पीछे के हिस्से में हल्का दर्द भी रहता है!
यह अंधापन मरीज में एक मिनट के लिए भी हो सकता है और महीनों तक भी! ऐसे में मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए!
6). Chronic Migraine
इस तरह के माइग्रेन में मरीज को महीने में 15 दिन migraine की समस्या रहती है! ऐसे में अगर व्यक्ति महीने में 15 दिन सिर दर्द की दवा खायेगा, तो साइड इफेक्ट्स के कारण उसे और भी ज्यादा सिर दर्द रहने लगेगा!
7). Migraine with Brainstem aura
इस तरह के माइग्रेन में मरीज को अचानक से माइग्रेन से पहले चक्कर आना, उल्टी आना,धुंधला दिखाई देना जैसी परेशानी आती है और जब माइग्रेन शुरू होता है तब सिर के पिछले हिस्से में दर्द होता है! इसके अलावा मरीज को बोलने में भी परेशानी होने लगती है!
8). Status Migraineurs
यह माइग्रेन बहुत कम लोगों में पाया जाता है! इसमें मरीज को लगातार 72 घंटों तक तेज सिर दर्द होता है और मिचली आती रहती है!
माइग्रेन बीमारी क्यों होती है? Migraine Causes in Hindi
अलग-अलग लोगों में माइग्रेन होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं! हम आपको यहां migraine होने के कुछ ऐसे प्रमुख कारण बताने जा रहे हैं –
1). जेनेटिक्स – लगभग 80% मरीजों को उनके पूर्वजों से तोहफे के रूप में माइग्रेन की बीमारी मिलती है!
2). जेंडर – महिलाओं में, पुरुषों को तुलना में माइग्रेन होने की संभावना 3 गुनी होती है क्योंकि महिलाओं में अकसर हार्मोन्स में गड़बड़ी होती रहती है! 15 से 55 साल की महिलाओं को सबसे ज्यादा माइग्रेन होने की संभावना बनी रहती है!
3). तनाव – अगर आप जरूरत से ज्यादा stress लेते हैं तो फिर चाहे आप महिला हो या पुरुष, आपको माइग्रेन की समस्या से कोई भी बचा नहीं सकता है! ज्यादा तनाव लेना माइग्रेन को एक्टिवेट कर सकता है!
4). स्मोकिंग – सिगरेट या बीड़ी पीने से भी माइग्रेन बीमारी हो सकती है!
दोस्तों, अभी तक आपने जाना कि माइग्रेन क्या होता है, इसके लक्षण क्या है और यह क्यों होता है! चलिए अब जानते हैं कि माइग्रेन बीमारी से बचाव कैसे करे, इसके घरेलू उपचार क्या है और डॉक्टर से कब परामर्श लेना चाहिए!
माइग्रेन बीमारी से बचाव कैसे करें?
अगर आप माइग्रेन बीमारी से होने से खुद का बचाना चाहते हैं नीचे बताए गए टिप्स को जरूर फॉलो करें! ये सभी टिप्स उन लोगों के लिए भी है, जो वर्तमान में माइग्रेन बीमारी से जूझ रहें हैं क्योंकि हमारे ये टिप्स अपनाने पर बहुत हद तक आप अपने अगले माइग्रेन अटैक से बच जायेंगे!
माइग्रेन क्या होता है? – Migraine Kya Hota Hai
1). Stress Management
स्ट्रेस कहीं ना कहीं माइग्रेन को एक्टिवेट करने का काम करता है इसलिए आप स्ट्रेस से बचने की कोशिश करें!
स्ट्रेस से बचने के लिए आप अपनी जिंदगी में उन चीजों को वक्त दें, जो आपको अच्छी लगती हों! जैसे – अगर आपको कुकिंग या पेंटिंग का शौख हो तो उसे शुरू कर दें!
इसके अलावा आप सुबह शाम किसी पार्क में जाकर शांति से बैठ भी सकते हैं और अपना मनपसंद गाना सुन सकते हैं!
2). Sleep
कभी भी 8 घंटे से कम की नींद ना लें! इसके अलावा रोज रात में एक fix समय पर सोएं और सुबह भी एक fix समय पर उठें!
रात में 11 बजे तक सो जाने और सुबह 7 बजे तक उठ जाने की आदत डालें! कुछ दिन परेशानी होगी लेकिन बाद में आपको फायदा जरूर मिलेगा!
इसके साथ ही, रात को सोते समय एक शांत मौहौल में लाइट बंद करके सोएं! ताकि अच्छी नींद आ सके!
3). Migraine Trigger
ऐसे चीजों से बचे जो आपके माइग्रेन को एक्टिवेट कर दे! जैसे – चॉकलेट, कॉफी, अल्कोहल, सिगरेट, कम सोना, देर तक मूवी या वेब सीरीज देखना जिससे आंखो और सिर पर असर हो!
4). Meditation
ध्यान (Meditation) लगाने से दिमाग को बहुत शांति और सुकून मिलता है, इसलिए आप रोज Meditation करने की आदत डालें!
5). Avoid sunlight
तेज धूप में बाहर जाने से बचें! फिर भी अगर बाहर जाना बहुत जरूरी हो तो सिर्फ पर कोई कपड़ा डाल लें या छाता लगा लें और आंखों में काला चश्मा जरूर पहनें!
6). Drink Water
रोज कम से 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिएं! अगर आपके शरीर में पानी की कमी हुई तो डिहाइड्रेशन की समस्या हो जायेगी और डिहाइड्रेशन माइग्रेन को एक्टिवेट कर सकता है!
इसके अलावा आप और भी कई अलग अलग तरह के natural homemade drinks पी सकते हैं जैसे – छांछ, लस्सी, नारियल पानी, नींबू पानी, फलों का जूस आदि!
माइग्रेन का घरेलू उपाय या घरेलू उपचार
माइग्रेन का घरेलू उपचार या उपाय की बात करें, तो हमारे बताए गए उपायों के दौरा आप Common Migraine की समस्या से काफी हद तक आराम पा सकते हैं! तो चलिए अब बात करते हैं माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए रामबाण घरेलू उपाय क्या है-
1). लैवेंडर का तेल
आपने अरोमा थेरेपी का नाम सुना ही होगा! माइग्रेन बीमारी में लैवेंडर तेल की अरोमा थेरेपी बहुत असर करती है!
इस थेरेपी को करने के लिए आप गरम पानी में कुछ बूंदे लैवेंडर ऑयल की डालें और उसे सूंघें! इससे आपको माइग्रेन में होने वाले सिर दर्द से काफी आराम मिलेगा और रिलैक्स महसूस होगा!
अगर आप गरम पानी में लैवेंडर ऑयल डालकर सूंघना नहीं चाहते तो अमेजॉन से Oil Diffuser मशीन मंगा ले! बेहद कम कीमत की यह मशीन आपके पूरे कमरे में लैवेंडर ऑयल की खुशबू फैला देगी और आपको सुकून देगी!
2). बर्फ से सिकाई
अगर माइग्रेन के दौरान आपके शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आई हो तो इसका इलाज करने के लिए आप किसी मोटे तौलिए बर्फ के टुकड़े रखें और उससे अपने सूजन वाले जगह की सिकाई करें! ऐसा करने से सूजन काफी कम हो जायेगा और आपको आराम भी मिलेगा!
3). मालिश
मालिश करने से अंग में blood flow तेज़ी से होता है जिससे दर्द से आराम मिलता है! जब भी आपको माइग्रेन में सिर दर्द हो अपने पूरे सिर, खासकर के पीछे वाले हिस्से की मालिश जरूर करें! आपको तुरंत फायदा मिलेगा!
इसके साथ ही आप चाहें, तो पैरों के तलवे की भी मालिश कर सकते हैं! यह भी माइग्रेन में लाभदायक होता है!
गर्मी के दिन में सिर की मालिश के लिए नारियल तेल और सर्दियों में सरसों के तेल का इस्तेमाल करें!
माइग्रेन क्या होता है? – Migraine Kya Hota Hai
4). अदरक
जिन लोगों को माइग्रेन के दौरान उल्टी आती है, उनके किए अदरक किसी वरदान से कम नहीं है! मिचली आने पर आप अदरक को छोटे टुकड़ों में काटकर पानी में उबालें और फिर इसी हल्के गर्म पानी में कुछ बूंद नीबू और शहद की डालकर पी सकते हैं या फिर एक कप अदरक की चाय भी पी सकते हैं!
ध्यान रहे माइग्रेन के दौरान ज्यादा चाय ना पिएं! वरना नुकसान भी हो सकता है!
5). तुलसी का तेल
बाजार में आपको तुलसी का तेल आसानी से मिल जायेगा! इसे सिर दर्द या सूजन होने पर, दर्द वाली जगह पर लगाने से काफी ज्यादा फायदा मिलता है!
6). ACV
ACV यानी एप्पल साइडर विनिगर, जिसे हम सेब का सिरका भी कहते हैं! इसे अपनी रोज की जिंदगी में शामिल करें!
रोज सुबह खाली पेट 1 से 2 चम्मच ACV को एक गिलास पानी और एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पिएं! ACV माइग्रेन के साथ साथ आपकी और भी कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे – ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, वजन बढ़ना आदि को ठीक करने में मदद करेगा!
माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए योग
माइग्रेन को ठीक करने में योग एक बहुत बड़ी भूमिका निभाता है! इसलिए अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं तो आपको हफ्ते में कम से कम 2 दिन ये सारे योग जरूर करने चाहिए –
- उत्तानासन
- बालासन
- सेतुबंध
- हलासन
- सर्वांगासन
माइग्रेन में क्या खाना चाहिए?
ऐसे व्यक्ति जिन्हें माइग्रेन की समस्या है, उन्हें अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए और ऐसा भोजन करना चाहिए जो मैग्नीशियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर हो! जैसे – गहरे रंग वाली हरी पत्तेदार सब्जियां, एवोकाडो, मछली और सूरजमुखी, कद्दू आदि के बीज!
माइग्रेन के डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
आपको जानकर हैरानी होनी कि आज के समय में लगभग आधी व्यक्त आबादी माइग्रेन की समस्या का सामना कर रही है! लोग पहले बहुत सारी bad habits को पाल लेते हैं और इसके कारण जब उन्हें माइग्रेन हो जाता तो वे इसे साधारण सिर दर्द समझ कर, मेडिकल शॉप से दावा लेकर खा लेते हैं और ऐसा बार बार करते हुए एक दिन उनकी बीमारी इतनी ज्यादा बढ़ जाती कि फिर इसका इलाज करना असंभव हो जाता है!
अगर आपको कभी कभार सिर दर्द रहता हैं तो घबराने की बात नहीं! ऐसे में आप दवा ना खाकर, हमारे बताए गए माइग्रेन के घरेलू उपायों को अपनाएं लेकिन अगर आपको अक्सर ही सिर दर्द रहता, वो भी ज्यादातर सिर के केवल एक हिस्से में तो, देर ना करते हुए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें साथ ही हमारे बताए गए माइग्रेन से बचाव के उपाय को भी जरूर अपनाएं!
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों, इस आर्टिकल में हमने Migraine से जुड़ी हुई सारी जानकारी दी जैसे – माइग्रेन क्या होता है? (Migraine Kya Hota Hai) माइग्रेन के लक्षण और माइग्रेन के घरेलू उपचार क्या होते है? साथ ही माइग्रेन के कितने प्रकार होते है?, माइग्रेन क्यों होता है, माइग्रेन होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं, कौन सा योग करें, माइग्रेन से बचने के लिए क्या करें और डॉक्टर से कब संपर्क करें!
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धन्यवाद!