वचन की परिभाषा – वचन किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?

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Hello दोस्तों, आज के इस ब्लॉग में हम हिंदी व्याकरण का महत्वपूर्ण भाग वचन किसे कहते हैं? (Vachan kise kahte hai) और वचन के भेद कितने होते है? (Vachan Ke Kitne Bhed Hote Hain) के बारे में आपको बताने वाले है! इसके साथ ही हम वचन की परिभाषा और उदाहरण, संस्कृत में वचन के कितने प्रकार होते है? के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे!

हिंदी भाषा को पूर्ण रूप से समझने के लिए हिंदी व्याकरण के सभी भागो संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, वाक्य, क्रिया, कारक आदि के बारे में जानना बहुत आवश्यक है!

तो आइये अधिक समय व्यर्थ किये बिना वचन किसे कहते हैं? Vachan kise kahte hai, वचन के भेद कितने होते है? वचन के उदाहरण और संस्कृत में वचन के कितने प्रकार होते है? के बारे में जान लेते है!

Vachan Ke bhed Kitne hote hain

वचन की परिभाषा क्या है?

सरल शब्दों में वचन की परिभाषा, जब किसी वाक्य में उपस्थित शब्दों से किसी वस्तु, व्यक्ति, पदार्थ इत्यादि की संख्या का बोध होता हो उसे वचन के रूप में जाना जाता है!

वचन किसे कहते हैं? – Vachan Kise Kahte Hai

हिंदी व्याकरण में वचन का शाब्दिक अर्थ ‘संख्यावचन’ होता है, अर्थात संज्ञा के जिस रुप से किसी व्यक्ति, वस्तु के एक या एक से अधिक संख्या होने का पता चलता हो, वचन कहलाता है। 

संज्ञा या सर्वनाम के संख्यां एक या एक से अधिक हो सकती है! और इससे ही वचनो के प्रकार का पता चलता है! जैसे गाड़ी – गाड़ियां, किताब – किताबें, लड़की – लड़किया, नदी – नदियां, मछली – मछलियां इत्यादि!

वचन के उदारहण 

उदाहरण के माध्यम से वचन को आसानी से समझा जा सकता है!

  • किरण के पास किताब है!
  • तुम मिठाइयां खरीद रहे हो!
  • राम आम खा रहा है!
  • सीता के पास पेंसिल है!
  • हमारे पास कई गाड़िया है!
  • बैग में संतरे रखे हुवे है!

ऊपर दिए गए सभी उदाहरणों में किताब, मिठाइयां, आम, पेंसिल, गाड़िया, संतरे इत्यादि शब्द में उनके संख्या का पता चल रहा है जिसमे जीव, वस्तु या अन्य का एक या एक से अधिक होना का बोध किया गया है इसलिए यह सभी उदाहरण वचन के रूप है!

वचन के भेद कितने होते है? – Vachan Ke Kitne Bhed Hote Hain

हिंदी व्याकरण में मुख्यतः वचन के दो भेद होते है! जो इस प्रकार निम्न है;

  1. एकवचन 
  2. बहुवचन

1). एकवचन किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में जब संज्ञा के जिस रुप से किसी एक ही व्यक्ति, वस्तु या एक ही संख्या का बोध हो, वह रूप एकवचन कहलाता है!

अर्थात किसी वाक्य में लिखे गए शब्दों से यदि यह पता चलता है कि उसकी संख्या वहां पर एक ही है, तब वह एकवचन माना जाता है!

जैसे: लड़की, टॉफी, किताब, थाली, भैंस, गाड़ी, मछली इत्यादि!

एकवचन के उदाहरण 

  • मेरे पास एक टॉफी है!
  • उसके पास भैंस है!
  • राम किताब पढ़ रहा है! 
  • यह मेरी लड़की है!
  • उसके पास थाली है!

ऊपर दिए गए सभी उदाहरणों में टॉफी, भैंस, किताब, लड़की, थाली इत्यादि संज्ञा है! इस प्रकार ज्ञात हो रहा है कि इनमे संज्ञा की संख्या एक ही है इसलिए यह सभी एकवचन है! 

2). बहुवचन किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में जब संज्ञा के जिस रूप से किसी वस्तु और व्यक्ति के एक से अधिक संख्या होने का बोध हो, वह बहुवचन कहलाता है!

जैसे: नदियां, कमरे, घोड़े, पुस्तकें, जातियाँ, महिलाएं, चिंड़िया इत्यादि!

बहुवचन के उदाहरण 

  • भारत देश में बहुत सारी नदियां बहती है!
  • हमारे घर में 6 से अधिक कमरे है!
  • उसके पास कई घोड़े है!
  • भारत में कई अलग अलग जातियां निवास करती है!
  • यह महिलाओ का एक समूह है!

ऊपर दिए गए सभी उदाहरणों में संज्ञा की संख्यां एक से अधिक बताई जा रही है अर्थात यह सभी उदाहरण बहुवचन के रूप है!

वचन को संस्कृत में क्या कहते हैं?

अगर बात करे की संस्कृत में वचन को क्या कहते हैं? तो संस्कृत में वचन को वचन ही कहते है! जिस प्रकार संस्कृत में पुरुष और लिंग तीन होते है उसी तरह संस्कृत में वचन भी तीन होते हैं- एकवचन, द्विवचन और बहुवचन!

अर्थात संख्या में एक होने पर एकवचन, दो होने पर द्विवचन और तीन या फिर दो से अधिक होने पर बहुवचन कहा जाता है!

संस्कृत में वचन कितने होते है!

मुख्यतः संस्कृत भाषा में वचन के तीन भेद होते है इस प्रकार निम्न है!

  1. एकवचन
  2. द्विवचन
  3. बहुवचन

1). एकवचन

संस्कृत भाषा में किसी वाक्य में एक वस्तु या एक व्यक्ति का बोध करने के लिए एक वचन का प्रयोग किया जाता है!

जैसे; बालकः, पुस्तकालयः, गुरुः, विद्यालयः आदि!

2). द्विवचन

संस्कृत भाषा में दो वस्तु या दो व्यक्ति के लिए वाक्य में द्विवचन का प्रयोग किया जाता है! 

जैसे; बालकौ, गुरू, विद्यालयौ, पुस्तकें, मित्रौ, आदि!

3). बहुवचन

संस्कृत भाषा में वाक्य में दो या दो से अधिक वस्तु या व्यक्ति के लिए बहुवचन का प्रयोग किया जाता है!

जैसे; विद्यालया, बालका:, शिष्या, गुरुव:, हरय: आदि!

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस हिंदी ब्लॉग में हमने वचन किसे कहते हैं? (Vachan Kise Kahte Hai) और वचन के भेद कितने होते हैं? के बारे में आपको बताया! इसके साथ ही वचन की परिभाषा और उदाहरण, संस्कृत में वचन के कितने प्रकार होते है? के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारिया दी!

हिंदी व्याकरण में वचन क माध्यम से संज्ञा या सर्वनाम की गिनती को दर्शाया जाता है! उम्मीद है आपको इस आर्टिकल (Vachan Ke Bhed Kitne Hote Hain) से हिंदी व्याकरण के भाग वचन के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! पोस्ट को अपना एक लाइक जरूर दें! 

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