नया संसद भवन का नाम और पूरी जानकारी | New Parliament of India Name in Hindi

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New Parliament of India Name in Hindi – हमारे भारत देश के लिए संसद भवन एक बहुत ही महत्वपूर्ण इमारत है जहां पर देश के जरूरी मुद्दों से जुड़े हुए छोटे बड़े सभी फैसले लिए जाते हैं, वर्तमान में देश की संसद लगभग 100 साल से भी अधिक पुरानी हो चुकी है, और इसे अंगेजों द्वारा बनाया गया था! 

जब हमारा देश अंगेजों का ग़ुलाम था उस समय ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स Sir एडविन लुटियंस और हरबर्ट बेकर ने हमारे देश के इण्डियन पार्लियामेंट को डिज़ाइन किया था!

इसके बाद हमारे देश भारत के इस संसद की नींव 12 फ़रवरी सन् 1921 में रखी गई और यह 1927 में जाकर समाप्त हुआ था! 

New Parliament of India Name in Hindi

बीते सालों में देश में कई बदलाव हुए लेकिन आज भी, अंगेज़ों से आज़ादी के बाद से लेकर आज वर्तमान तक इस 100 साल पुरानेसंसद भवन का ही प्रयोग किया जा रहा है!

इस लिये वर्तमान भारत सरकार अर्थात् मोदी सरकार ने पुराने संसद भवन में सांसदों के बैठने की क्षमता को कम देखते हुए देश में नयासंसद भवन बनाने का फैसला लिया गया।

दोस्तों सरकार ने दावा किया था कि अब का नया संसद भवन पूरी तरह से आधुनिक होगा और इसमें सीटों की क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा! 

अब तो भारत सरकार द्वारा इस नये संसद भवन को बना दिया गया है और हमारे देश का यह नया संसद भवन पुराने संसद भवनसे बिलकुल भिन्न हैं, आकार और सुविधाओं में यह पुराने संसद भवन से बिल्कुल अलग और उत्कृष्ट हैं!

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नए संसद भवन में एक हॉल हैं जहां पर संविधान की प्रति के साथ साथ देश के कई महापुरुषों की तस्वीरें भी लगाई जाएंगी।

नया संसद भवन कैसा है? New Parliament of India Shape in Hindi

नया संसद भवन दिल्ली के मध्य में एक विशाल, त्रिकोणीय आकार का परिसर है। यह भारतीय संसद के बढ़ते आकार को समायोजितकरने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।

यह इमारत प्रबलित कंक्रीट, बलुआ पत्थर और स्टील से बनी है! कुल क्षेत्रफल 64,500 वर्ग मीटर है, और इसमें अधिकतम 1,200 लोग बैठ सकते हैं।

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संसद के कार्य करने के लिए इसे अधिक कुशल और प्रभावी स्थान बनाने के लिए भवन में कई विशेषताएं हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • एक बड़ा केंद्रीय कक्ष जिसका उपयोग संसद के पूर्ण सत्र के लिए किया जा सकता है
  • कई छोटे समिति कक्ष
  • एक पुस्तकालय
  • एक शोध केंद्र
  • संसद सदस्यों और उनके कर्मचारियों के लिए कई कार्यालय
  • परिधि दीवार और सुरक्षा नियंत्रण कक्ष सहित कई सुरक्षा सुविधाएं

नया संसद भवन भारत के लोकतंत्र का प्रतीक है, और यह देश की प्रगति का वसीयतनामा है।

यह संसद के कार्य करने के लिए एकआधुनिक, कुशल और सुरक्षित स्थान है, और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि भारत का लोकतंत्र फलता-फूलता रहे।

नया संसद भवन कहां बना है? New Parliament of India Location in Hindi

नए संसद भवन को देश की राजधानी नई दिल्ली में स्थापित किया गया है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत निर्मित यह संसद भवनराष्ट्रपति भवन से लगभग 750 मीटर दूर है!

यह  इंडिया गेट, युद्ध स्मारक, पीएम कार्यालय और पीएम निवास, मंत्री भवन और भारतसरकार के अन्य प्रशासनिक भवनों से घिरा हुआ नया संसद भवन दिखने में काफी सुंदर और भव्य है।

नए संसद भवन का पूरा पता प्लॉट नंबर 8, संसद मार्ग, नई दिल्ली हैं। वही पुराना संसद भी भवन नई दिल्ली, भारत में स्थित है। यह दिल्ली के संसद मार्ग पर स्थित है, जो राजपथ और संसद मार्ग के मिलानस्थल पर है।

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संसद भवन भारतीय संसद की मुख्य इमारत है, जहां लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की बैठकें आयोजित होती हैं।यह भवन भारतीय संविधान के निर्माण का महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है, हालांकि अब पुराने संसद भवन को संग्रहालय में बदल दिया जाएगा।

देश के मशहूर आर्किटेक्चर विमल पटेल ने नए संसद भवन के डिजाइन को तैयार किया है, आपको बता दें कि इस नए संसद भवन केकंस्ट्रक्शन की पूरी जिम्मेदारी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कंपनी के लिया है।

नया संसद भवन का नाम | New Parliament of India Name in Hindi

नए भारतीय संसद भवन का अभी तक कोई नाम नहीं है। इसका उद्घाटन 28 मई, 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।इमारत मौजूदा संसद भवन के पास एक त्रिकोणीय भूखंड पर स्थित है, और इसे भारत सरकार के सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना केहिस्से के रूप में बनाया गया था।

नया संसद भवन भारतीय संसद के बढ़ते आकार को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह आधुनिक सुविधाओं सेसुसज्जित है। इसे बुद्ध की करण मुद्रा से प्रेरित भी कहा जाता है

भारत के मशहूर अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सूत्रों से ऐसे खबर मिली हैं कि, नए संसद भवन के निर्माण के साथ हीइसके नाम में भी बदलाव किए जाएंगे।

हालांकि अगर संसद भवन का नाम बदला भी जाता है तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं क्योंकि बीते सालों में बीजेपी शासित कईराज्यों में सड़कों और इमारतों के नाम बदले जा चुके हैं, हाल ही में राष्ट्रपति भवन में कई सालों से स्थापित मुगल गार्डन को अमृत उद्याननाम दे दिया गया।

सितंबर 2022 में सरकार ने राज्य पथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ रख दिया, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मशहूर इलाहाबाद शहरको प्रयागराज नाम दे दिया गया था।

अभी तक देश में संसद भवन को संसद के नाम से ही जाना जाता रहा है, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भवन बदलने के साथ-साथसंसद भवन का नाम भी बदल जाएगा अथवा नहीं, हालांकि अभी तक संसद के लिए कोई नया नाम सामने नहीं आ रहा है।

नया संसद भवन के बारे में पूरी जानकारी | New Parliament of India in Hindi

64,500 वर्ग मीटर में फैले हुए नए संसद भवन की देश भर में चर्चा है, दरअसल पुराने संसद भवन में सीटों की क्षमता कम थी, पुरानेसंसद भवन की लोकसभा में अधिकतम 552 सांसद बैठ सकते है, जब कि नए संसद भवन में सांसदों के बैठने के लिए सीटों की क्षमताको बढ़ाकर 888 किया गया है।

इसके अलावा राज्यसभा भवन में 250 सदस्यों के बैठने की क्षमता है, तो वहीं नए राज्यसभा के भवन में बैठने की क्षमता को बढ़ाकर384 कर दिया गया है।इस बार संसद भवन का आकार कुछ अलग है पुराना संसद भवन गोलाकार में था जबकि नए संसद भवन कोतिकोने आकार में बनाया गया है।

इसका तात्पर्य यह है की संयुक्त बैठक के दौरान वहाँ 1272 सांसद एक साथ बैठ कर सदन में चर्चा कर पाएंगे।

नए संसद भवन में अंदर घुसते ही एक बड़ा सा हॉल देखने को मिलेगा जिसे कॉन्स्टिट्यूशन हॉल या संविधान हॉल कहा जाता है।

हॉल में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को दर्शाते हुए संविधान की मूल प्रति को यहां पर रखा जाएगा।

नए संसद भवन में लोक सभा का भवन है इसे राष्ट्रीय पक्षी मयूर का डिजाइन दिया गया है जबकि राज्यसभा के भवन को राष्ट्रीय फूलकमल का डिजाइन दिया गया है।

नए संसद भवन में सुविधाओं की बात करें तो ऐसा कहा जा रहा है कि सभी सांसदों को अलग से ऑफिस दिया जाएगा, ऑफिस पूरीतरह से मॉडर्न डिजिटल सुविधाओं से लैस होगा, पेपरलेस ऑफिस कल्चर को भी ध्यान में रखा जाएगा!

New Parliament House में सांसदों के लिए लाइब्रेरी, कई केमटी रूम, कैफे, डाइनिंग एरिया और पार्किंग की सुविधा को भी ध्यान में रखा जा रहा है। नए संसद भवन को बनाने में कुल खर्च की बात करें तो यह लगभग 1,200 करोड़ रूपए है।

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नया संसद भवन का उद्घाटन कब हुआ? New Parliament of India Inauguration Date

हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन से पहले भव्य हवन और पूजा काआयोजन किया गया था।

वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच देश को सौगात के रूप में नया संसद भवन प्रदान किया गया।

लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में तमिलनाडु के अधीनम संतों द्वारा सभी अनुष्ठानों को संपन्न कराया गया, अनुष्ठान खत्म हो जाने के पश्चात पूजा करा रहे संतों ने प्रधानमंत्री मोदी को सेंगोल (Sengol) हाथ में सौंपा।

प्रधानमंत्री ने सबसे पहले सेंगोल (Sengol) को साष्टांग प्रणाम किया और फिर उसे नए संसद भवन में स्थापित किया गया।

सेंगोल (Sengol) के स्थापन के बाद सर्वधर्म सभा का आयोजन. हुआ और इस प्रार्थना सभा में केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों केमुख्यमंत्री भी शामिल रहें।

अंतिम शब्द – New Parliament of India Name in Hindi

आपको बता दें कि देश भर में संसद के उद्घाटन को लेकर विपक्ष द्वारा विरोध किया जा रहा है! विपक्ष का कहना है कि नए संसद भवनका उद्घाटन देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए!

इसी विरोध के कारण उद्घाटन के दौरान कांग्रेस समेत 19 विपक्षी पार्टीका कोई भी नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ।

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