MLA Full Form in Hindi: एमएलए क्या होता है? एमएलए का चयन कैसे होता है?

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आज के इस हिंदी लेख में हम एमएलए का फुल फॉर्म क्या होता है? (MLA Ka Full Form) एमएलए क्या होता है? (MLA Kya Hota Hai) शैक्षिक योग्यता और एक MLA का कार्यकाल कितने समय का होता है? के बारे में जानने वाले हैं!

आमतौर पर देश के प्रशासन को चलाने की लिए देश में सरकार द्वारा कार्य प्रणाली को तीन स्तर में विभाजित किया जाता है! केंद्र सरकार राज्य सरकार और नगर पालिका! केंद्र सरकार जो सम्पूर्ण राष्ट्र स्तर पर कार्य करती है!

राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तरीय कार्य किये जाते है और तीसरे स्तर पर नगर पालिका जो स्थानीय स्तर पर कार्य करती है!

यदि आप राजनीती के क्षेत्र में रूचि रखते है और सामाजिक कार्य और समाज सेवा करने का अवसर प्राप्त करना चाहते है तो आप MLA के चुनाव लड़ सकते है! 

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सभी विधायकों की सहमति से एक प्रदेश के मुख्यमंत्री का चयन होता है इसलिए विधायक के बारे में जानना आपके लिए बहुत ही जरुरी है! एमएलए क्या होता है? (MLA Kya Hota Hai) इस जरुरी जानकारी को जानने के लिए आप हमारे इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें! 

MLA Full Form in Hindi
MLA Full Form in Hindi: एमएलए क्या होता है? एमएलए का चयन कैसे होता है?

एमएलए का फुल फॉर्म – MLA Ka Full Form in Hindi

MLA Full Form in Hindiएमएलए का फुल फॉर्म Member of the Legislative Assembly होता है! एमएलए को हिंदी में विधायक के रूप में जाना जाता है जो की विधान सभा के लिए निर्वाचित किया जाने वाला प्रतिनिधि होता है!

यह प्रदेश की विधानसभा चुनाव में जनता द्वारा चुना हुआ जन प्रतिनिधि होता है! 

  • M का मतलब – Member
  • L का मतलब – Legislative
  • A का मतलब – Assembly

एमएलए क्या होता है? (What is MLA in Hindi)

MLA विधानसभा का वह प्रतिनिधि होता है जिसका चुनाव किसी राज्य में निर्वाचन जिले की जनता द्वारा राज्य-स्तर के प्रशासन के लिए विधानमंडल के सदस्य के रूप किया जाता है! 

देश में राज्य सरकार का गठन में विधायकों की अहम भूमिका होती है! एक MLA के द्वारा अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व विधानसभा में किया जाता है!

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विधानसभा किसी भी राज्य का उच्च सदन होता है और यह एक स्थायी सदन होता है!

भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में से सभी 28 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों (दिल्ली, पुडुचेरी और जम्मू और कश्मीर) में विधानसभाएं हैं।

लोकसभा चुनाव में चुने जाने वाले सांसद संसद भवन (Sansad Bhavan) में और MLA विधानसभा के कार्यकाल में अपनी प्रतिभागिता करते हैं! 

राज्यों की जनसंख्या और कुछ अन्य कारको के कारण प्रत्येक राज्यों में विधायकों की संख्या भिन्न भिन्न होती है! 

देश में सबसे अधिक विधायकों की संख्या उत्तर प्रदेश में है जो लगभग 403 है और सबसे कम विधायकों की संख्या केंद्रशासित प्रदेश पांडुचेरी में है जो की लगभग 30 है!

एमएलए (Member of The Legislative Assembly) बनने के लिए आवश्यक योग्यता 

एक MLA बनने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित योग्यता इस प्रकार होती है!

  • MLA यानि की विधायक बनने के लिए उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए!
  • विधायक बनने के लिए कैंडिडेट्स की उम्र भारतीय सविंधान के अनुच्छेद 173 के अनुसार न्यूनतम 25 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए!
  • कैंडिडेट्स मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए!
  • उम्मीदवार तब तक विधानमंडल का सदस्य नहीं बन सकता जब तक वह किसी एक निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता न हो!
  • कैंडिडेट्स का किसी भी बैंक में किसी प्रकार का कोई बैंक डिफ़ॉल्ट लोन (NPA Loan Account) न हो!

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एमएलए बनने की चयन प्रक्रिया

मुख्य रूप से किसी भी राज्य में एक MLA का चयन निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा किया जाता है! आइये जान लेते है विधायक के चयन प्रक्रिया निम्नलिखित होती है!

  • राज्य में नए विधायकों का चयन वर्तमान में असेम्बली के कार्यकाल समाप्त होने पर होता है! एक क्षेत्र में एक से अधिक उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते है!
  • विधायक पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए प्रतिनिधि को पूर्ण रूप से योग्य होना चाहिए इसके साथ ही प्रतिनिधि की आयु 25 वर्ष से अधिक होनी चाहिए!
  • प्रत्येक राज्य की जनसंख्या के आधार पर ही निर्वाचन क्षेत्रों को निर्धारित किया जाता है! 
  • चुनाव से पहले विधायक पद के लिए उठे प्रतिनिधियों और उनके सहयोगियों द्वारा अपने क्षेत्र में मतदान हेतु प्रचार प्रसार किया जाता है!
  • प्रतिनिधि किसी विशिष्ट राजनैतिक दल से विधायक पद पर चुनाव लड़ सकते है या वे स्वतंत्र प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ सकते है!
  • मतदान की प्रक्रिया गुप्त तरीके से होती है जिसमे केवल मतदाता को पता होता है की वह किस प्रतिनिधि को अपना वोट देना चाहते है!
  • एक राज्य के राज्यपाल के पास एंग्लो-इंडियन समुदाय के सदस्य को नामित करने की कार्यकारी शक्ति होती है, यदि उस व्यक्ति के पास MLA में उचित प्रतिनिधित्व नहीं हो!

एमएलए की शक्तियां (Power of MLA)

MLA की पावर उस राज्य तक सिमित होती है जिस राज्य का वह चयनित विधायक होता है! चलिए जान लेते है एक MLA की शक्तियों अलग अलग प्रकार की की होती हैं जो निम्न हैं-

  • कार्यकारी शक्तियां 
  • वित्तीय शक्तियां 
  • संविधान शक्तियां 
  • चुनावी शक्तियां 

MLA का कार्यकाल कितना होता है?

विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है तो MLA का सम्पूर्ण कार्यकाल भी 5 साल का होता है परन्तु किसी प्रकार की परिस्थतियो में इस अवधि को राज्यपाल द्वारा भंग भी किया जा सकता है! 

राज्य में आपातकाल स्थिति में यह कार्यकाल एक बार के लिए बढ़ाया भी जाता है लेकिन एक बार में यह कार्यकाल 6 महीने से अधिक नहीं बढ़ाया जाता है!

MLA (Member of the Legislative Assembly) की सैलरी कितनी होती है? 

संविधान का अनुच्छेद 106 और अनुच्छेद सांसद और विधायकों को संविधान यह शक्तियां देता है कि वे कानून बनाकर अपने वेतन और भत्ते निर्धारित कर सके! प्रत्येक राज्यों में उपस्थित विधायकों की तनख्वाह अलग अलग होती है!

वर्तमान में MLA का वेतन 20 हजार होता है लेकिन इसमें कई प्रकार के भत्तों को जोड़कर एमएलए को दिए जाने वाला वेतन राशि 1 से 2 लाख तक होता है!

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सबसे कम वेतन की बात करें तो त्रिपुरा प्रदेश के विधायकों को सबसे कम राशि दी जाती है! सबसे अधिक राशि पाने वाले विधायकों की बात करें तो तेलंगाना के विधायक सबसे अधिक राशि वेतन के रूप में लेते हैं! 

सैलरी के साथ साथ उनके रहन – सहन का खर्चा, असिस्टेंट तनख्वाह, इलाज के लिए खर्चा, मोबाइल खर्च आदि अलग अलग भत्तों को भी सम्मलित किया जाता है! भारत में एक MLA की सैलरी प्रतिमाह लगभग 1 लाख से ऊपर होती है!

भारत में राज्यों के विधायकों की सैलरी की सूची इस प्रकार निम्न है-

राज्यों के नामविधायकों की संख्या विधायकों की सैलरी (भत्ता) प्रतिमाह 
आंध्र प्रदेश1751.25 लाख 
अरुणांचल प्रदेश6025 हजार 
असम12660 हजार 
बिहार2431.65 लाख 
छत्तीसगढ़901.25 लाख 
दिल्ली702.10 लाख 
गोवा401 लाख 
गुजरात1821.27 लाख 
हरियाणा901.15 लाख 
हिमांचल प्रदेश681.25 लाख 
जम्मू और कश्मीर871.60 लाख 
झारखण्ड811.51 लाख 
कर्नाटक22463 हजार 
केरल14043 हजार 
मध्य प्रदेश2302.10 लाख 
महाराष्ट्र2881.60 लाख 
मणिपुर601.12 लाख 
मेघालय6027 हजार 
मिजोरम4065 हजार 
नागालैंड6035 हजार 
उड़ीसा145 35 हजार 
पंजाब1171.10 लाख 
राजस्थान20055 हजार 
सिक्किम3252 हजार 
तमिलनाडु2341.13 लाख 
तेलांगना1192.50 लाख 
त्रिपुरा6025 हजार 
उत्तर प्रदेश4031.87 लाख 
उत्तराखंड7035 हजार 
पश्चिमी बंगाल29452 हजार 
पांडुचेरी 301 लाख 

MLA का काम क्या होता है?

किसी भी MLA का सबसे प्रमुख कार्य राज्य में कानून की कार्य प्रणाली को सुचारु रूप से चलना होता है! इस प्रकार किसी भी राज्य में एक विधायक को यानि की MLA को एक से अधिक जिम्मेदारियाँ सौपीं जाती है जो निम्न है!

  • राज्य में मंत्रियो और सरकारी विभागों के कार्यो की समय समय पर जाँच करना!
  • अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास योजना का आयोजना करना 
  • जनता की समस्याओं को सुनना और उनके समाधान पर सहयोग करना!
  • क्षेत्र के विकास के लिए सरकारी परियोजनाओं के प्रस्ताव विधानसभा में पेश करना!
  • राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्थाएं, आर्थिक स्थिति, नौकरी, और कृषि व्यवस्थाओ का निरीक्षण करना!
  • सार्वजनिक व्यय और करों की जांच और प्रमाणित करना!
  • राज्य में शिक्षा, विवाह और तलाक, जंगली जानवरों और पक्षियों के संरक्षण हेतु कानून लागु करना!
  • राज्य में परिवहन सेवाओं की जांच करना!
  • गरीब और असहाय लोगो को राशन प्रदान करना! राज्य में विद्यालयों में चल रहे शिक्षा प्रणाली का निरीक्षण करना!
  • राज्यों के कुछ प्रमुख मुद्दों से निपटने के लिए गठित विशेष समितियों में भाग लेना!

एमएलए के गलत कार्यों पर कौन निर्णय लेता है? 

हमारे देश में कई विधायक ऐसे हैं जिन्हें किसी न किसी आरोप में जेल हुई या फिर वो तस्करी, क़त्ल या अन्य जुर्म में गिरफ्तार किये गए! तो ऐसे विधायकों को पार्टी में रखना है या नहीं रखना है! यह निर्णय पार्टी के अध्य्क्ष या फिर पार्टी के केंद्रीय नेता तय करते हैं! हर कोई पार्टी ऐसे विधायकों को पार्टी से निष्काषित भी कर देती है! केंद्रीय नेतृत्व को इस तरह का अधिकार प्राप्त होता है! 

People Also Ask – MLA Full Form in Hindi

Q 1. एमएलए को हिंदी में क्या कहते हैं? 

Ans. एमएलए विधानसभा का सदस्य होते हैं! ये वह प्रतिनिधि हैं जिनको किसी निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा एक उप राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र के विधानमंडल के लिए चुना जाता है! जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए ही इन्हें चुना जाता है!

Q 2. एमएलए कैसे चुना जाता है? 

Ans. देश के हर किसी निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं द्वारा वोट वोटिंग प्रक्रिया को करके एमएलए को चुना जाता है! लप ग मत का प्रयोग करके प्रतिनिधि को चुनकर विधानसभा में भेजते हैं! 

Q 3. विधायक का फुल टर्म कितना होता है? 

Ans. किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुना जाने वाला विधायक या अन्य कोई जन प्रतिनिधि का कार्यकाल 5 वर्ष का होता हैं! 

Q 4. एक राज्य में कितने विधायक होते हैं? 

Ans. भारत के संविधान के अनुसार अगर बात करें तो हर किसी भी राज्य में विधानसभा में सदस्यों की संख्या 600 से ज्यादा नहीं होती है और यह संख्या 60 से भी कम नहीं होती है!  

Conclusion  

आज के इस हिंदी लेख में हमने एमएलए का फुल फॉर्म क्या होता है? (MLA Ka Full Form in Hindi) एमएलए क्या होता है? (MLA Kya Hota Hai) शैक्षिक योग्यता और एमएलए का कार्यकाल कितने समय का होता है? विधायक का चयन कैसे होता है? MLA (Member of the Legislative Assembly) की सैलरी कितनी होती है? के बारे में जानकारी प्राप्त की!

हमें उम्मीद हैं आपको एमएलए क्या होता है? (MLA Ka Full Form in Hindi) यह पोस्ट को पढ़कर बहुत कुछ जानकारी जानने को मिली होगी!

एक राज्य सरकार को सुचारु रूप से व्यवस्थित रखने में विधायक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है! आप इस पोस्ट को अपने जानकारों कर दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिए! 

इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने हेतु आपका बहुत बहुत धन्यवाद 

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