G20 Summit 2023 in Hindi: सबसे पहले जानेंगे की जी20 शिखर समिति आखिर होती क्या हैं, तो आपको बता दे के जी20 शिखर समिति जिसे ‘The Group of Twenty‘ भी कहा जाता है जो कि एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय मंच है।
नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम G20 शिखर सम्मेलन क्या होता है? और इससे संबंधित सभी पहलुओं जैसे G20 सदस्य देशों के नाम, G20 2023 logo और Theme, G20 समिति का उद्देश्य और कार्य और G20 शिखर सम्मेलन 2023 में कब और कहां पर होगा? के बारे में विस्तार से जानेंगे
G20 सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अनुशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य करता है। यह सम्मेलन जटिल वैश्विक चुनौतियों का समाधान, सतत विकास को बढ़ावा देने और समावेशी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
G20 शिखर सम्मेलन क्या हैं?
G20 शिखर सम्मेलन बीस के समूह (G20) के राज्य और सरकार के प्रमुखों की एक वार्षिक बैठक होती है, जोवैश्विक अर्थव्यवस्थाका सामना करने वाले प्रमुख मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक मंच की तरह कार्य करती है। शिखर सम्मेलन की मेजबानी उस देश द्वारा की जाती है जो G20 की अध्यक्षता करता है।
G20 देशों के नेताओं को एकत्रित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है और उनके बीच ग्लोबल मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का एक अवसर प्रदान करता है।
G20 शिखर सम्मेलन वैश्विक आर्थिक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा और निर्णय लेने का एक मंच है, जिसमें वित्तीय स्थिरता, व्यापार, जलवायु परिवर्तन और विकास जैसे बड़े शामिल हैं!
- वित्तीय स्थिरता: वैश्विक वित्तीय प्रणाली को मजबूत करना और भविष्य के संकटों को रोकना
- व्यापार: मुक्त व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना
- जलवायु परिवर्तन: ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद् करना
- विकास: विकासशील देशों को अपनी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने में मदद करना
G20 शिखर समिति की स्थापना कब हुई थी?
जी 20 शिखर सम्मेलन की स्थापना 1919 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने का एक मंच के रूप में स्थापित किया गया था।
G20 शिखर समिति को “ग्रुप ऑफ ट्वेंटी” भी कहा जाता है। यह एक ऐसा समूह है जिसमें 19 देश है और 20वा यूरोपीय संघ है साल में एक बार G20 शिखर सम्मेलन होता है जिसमें राज्यों के सरकार प्रमुखों के साथ उन देशों के केंद्रीय बैंक के गवर्नर भी शामिल होते हैं और इस सम्मेलन में मुख्य रूप से आर्थिक विषयों पर चर्चा होती है।
जी-20 के सदस्य कौन-कौन से देश हैं – G20 members list 2023
G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी में 19 देश शामिल है। और 20वा यूरोपीय संघ है जो इस प्रकार है।
- अर्जेंटीना
- ऑस्ट्रेलिया
- ब्राजील
- कनाडा
- चीन
- फ्रांस
- जर्मनी
- भारत
- इंडोनेशिया
- इटली
- जापान
- कोरिया गणराज्य
- मेक्सिको
- रूस
- सऊदी अरब
- दक्षिण अफ्रीका
- तुर्की
- यूनाइटेड किंगडम (संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल है)
G20 शिखर समिति का logo और Theme क्या है?
G20 शिखर समिति का लोगो – G20 Logo 2023
जीरन के लोगों में भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों का प्रयोग किया गया है। जिसमें केसरिया, सफेद और हरे रंग एवं नीले रंग से प्रेरित दिखाई देता है।
इस logo में भारत के राष्ट्रीय फूल कमल को पृथ्वी को एक ग्रह के साथ प्रस्तुत किया गया है। जो चुनौती के साथ विकास को दर्शाता है और पृथ्वी जीवन के प्रति भारत के पर्यावरण को अनुकूल दृष्टिकोण को प्रस्तुत करती है!
इसके साथ ही इस LOGO में पृथ्वी के साथ इसका पूरा सामंजस्य दर्शाता है G20 के लोगों के नीचे देवनागरी लिपि में भारत लिखा गया है।
G20 शिखर समिति की अध्यक्षता का विषय “वसुधैव कुटुम्बकम” या “वन अर्थ” है। एक परिवार। एक भविष्य” – महा उपनिषद को प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है।
मुख्य रूप से है विषय सभी प्रकार के जीवन मूल्य, मानव, पशु पौधे सूक्ष्म जीव एवं व्यापक ब्राह्मण को आपस में परस्पर संबंधों की पुष्टि करता है।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 Theme in Hindi
मेजबान देश द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के आधार पर जी20 की थीम हर साल भिन्न भिन्न हो सकती है। मेजबान देश किसी दिए गए वर्ष के लिए अध्यक्षता करता है इसके साथ ही G20 चर्चाओं और पहलों के लिए विस्तृत विषय चुनने का अधिकार रखता है।
G20 का थीम या विषय व्यक्तिगत जीवन शैली और राष्ट्रीय विकास के दोनों स्तरों पर पर्यावरण की दृष्टि और पर्यावरण की जीवन शैली पर प्रकाश डालता है जिसमें वैश्विक स्तर पर परिवर्तनकारी कार्यों के परिणाम स्वरूप एक स्वच्छ हरे भरे और उज्जवल भविष्य का निर्माण करता है!
g20 शिखर समिति का विषय है या फिर सामाजिक और व्यक्तिगत और उपभोग विकल्पों पर भी प्रकाश डालता है जो कि वैश्विक सुधारात्मक कार्रवाई के रूप में मानवता को अपेक्षाकृत स्वच्छ हरित और उज्जवल भविष्य प्रदान करता है।
G20 शिखर समिति का लोगो और चीन दोनों ही भारत की अध्यक्षता का एक सशक्त संदेश प्रदान करता है जो दुनिया के सभी न्याय संगत और सामान विकास के प्रयास को दर्शाता है क्योंकि आज के समय में हम सभी एक स्थाई समग्र जिम्मेदार और समावेशी चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहे हैं भारत के लिए जी-20 अध्यक्षता अमृत काल की शुरुआत माना जा रहा है
G20 शिखर समिति के उद्देश्य क्या है?
G20 का मुख्य और प्राथमिक उद्देश्य इसके सदस्यों के बीच आर्थिक और वित्तीय मामलों पर संवाद और सहयोग की सुविधा प्रदान करना है। और शिक्षा स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है तथा रिसर्च व इनोवेशन पर केंद्रित है।
G20 शिखर सम्मेलन अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- आर्थिक नीति अनुकूलता: G20 मजबूत, स्थिर, उत्तम और संतुलित वैश्विक आर्थिक विकास प्राप्त करने के लिए सदस्य देशों के बीच नीति समन्वय को बढ़ावा देना चाहता है। इसमें आम समस्याओ और चुनौतियों का समाधान करने और स्थिरता बनाये रखने के लिए आर्थिक नीतियों पर चर्चा और समन्वय करना शामिल है।
- वित्तीय स्थिरता: G20 सिखर सम्मलेन फाइनेंसियल समस्याओं को रोकने और कम करने के लिए ग्लोबल इकनोमिक ग्रोथ को मजबूत करने पर केंद्रित है। यह वित्तीय रेगुलेशन, देख – रेख और जोखिम प्रबंधन को बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंकों और वित्तीय नियामकों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार: G20 खुले और निष्पक्ष व्यापार का सहयोग और समर्थन करता है, और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सिस्टम को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य व्यापार असंतुलन को कम करना, व्यापार बाधाओं को कम करना और वैश्विक व्यापार और निवेश के लिए एक उचित वातावरण को बढ़ावा देना है।
- कौशल विकास: जी20 व्यक्तियों को भविष्य में जॉब के लिए आवश्यक स्किल्स उपलब्ध कराने के महत्व पर जोर देता है। इसमें रोजगार के अवसरों को बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए टेक्निकल और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (टीवीईटी), डिजिटल साक्षरता और उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देना शामिल है।
- समावेशी शिक्षा: G20 सिखर सम्मलेन के अंतर्गत उन सभी व्यक्तियों के लिए समान पहुंच और अवसर सुनिश्चित किए जाते है, जिसमें लड़कियों, विकलांग बच्चों और शरणार्थियों जैसे सीमांत समूहों को शामिल किया गया है। इस प्रकार शैक्षिक असमानताओं को कम करने और समावेशी शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नीतियों और कार्यक्रमों का समर्थन किया जाता है।
- विकास: G20 समावेशी और सतत विकास के महत्व को पूर्ण रूप से पहचानता है। यह विशेष रूप से विकासशील देशों में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार और सामाजिक कल्याण से संबंधित मुद्दों को संबोधित करता है। और सामाजिक और आर्थिक कल्याण को बढ़ावा देता है।
- जलवायु परिवर्तन और स्थिरता: हाल के वर्षों में, G20 ने जलवायु परिवर्तन और स्थिरता पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इसका उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देना, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करना है।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 में कब और कहां पर होगा?
G20 शिखर सम्मेलन 2023 में 18 वीं बैठक कहलाई जाएगी जोकि प्रगति मैदान, नई दिल्ली में हुई है। G20 शिखर सम्मेलन 2023 23 से 25 फरवरी तक आयोजित की गई थी।
G20 शिखर सम्मेलन का मुख्यालय कहां पर है?
जी 20 शिखर सम्मेलन का मुख्यालय मेक्सिको और ये अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है।
जी-20 सम्मेलन का महत्व क्या है?
G20 शिखर सम्मेलन निम्नलिखित कारणों से वैश्विक क्षेत्र में महत्वपूर्ण महत्व रखता है जो इस प्रकार है:
- आर्थिक शक्तियाँ: G20 दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का वर्णन करता है, जो ग्लोबल जीपीडी का लगभग 80% और दुनिया की आबादी का दो-तिहाई हिस्सा है। इस प्रकार, G20 सम्मेलन में हुए निर्णयों और समझौतों का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पर्याप्त प्रभाव पड़ता है।
- नीति समन्वय: जी 20 शिखर सम्मेलन के इस मंच में आर्थिक नीतियों पर चर्चा और समन्वय किया जाता है! इस समन्वय के माध्यम से, G20 का लक्ष्य दुनिया भर में स्थिरता, विकास और सतत विकास को बढ़ावा देना है।
- संकट प्रबंधन: G20 द्वारा वर्ष 2008-2009 के वैश्विक वित्तीय संकट के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी। संकट के समय प्रमुख निर्णयकर्ताओं को एक साथ लाने की G20 की क्षमता वैश्विक चुनौतियों से निपटने में इसके महत्व को बढ़ाती है।
- वैश्विक शासन: G20 शिखर सम्मेलन राष्ट्रों के बीच बहुपक्षवाद और सहयोग को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण योगदान निभाता है। यह नेताओं को साझा चिंताओं को दूर करने, आम जमीन खोजने और सामूहिक समाधान की दिशा में काम करने का अवसर प्रदान करता है।
- एजेंडा सेटिंग: G20 शिखर सम्मेलन सभी देशो के नेताओं को उभरती चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने और नीतिगत प्राथमिकताओं की पहचान करने, महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक मामलों पर वैश्विक संवाद को आकार देने की अनुमति देता है।
- गैर-सदस्यों के साथ कार्य: G20 सक्रिय रूप से गैर-सदस्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ संवाद और सहयोग को बढ़ावा देता है।
- वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियां: COVID-19 महामारी जैसे वैश्विक स्वास्थ्य संकट के दौरान G20 को अतिरिक्त महत्व मिला है। इसने सम्पूर्ण रूप से सूचना साझा करने और स्वास्थ्य आपात स्थितियों को संबोधित करने के लिए संसाधन जुटाने, स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने और टीकों और चिकित्सा आपूर्ति के वितरण की सुविधा के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है।
G20 शिखर सम्मेलन का प्रमुख कार्य क्या है?
G20 शिखर सम्मेलन का प्रमुख कार्य समावेशी न्याय संगत और सतत विकास करना है
- पर्यावरण के लिए जीवन शैली का सही होना
- महिला सशक्तिकरण
- विकासात्मक सहयोग आर्थिक अपराध के विरुद्ध लड़ाई और बहुपक्षीय सुधार का करना
- स्वास्थ्य कृषि और शिक्षा से लेकर वाणिज्य तक के क्षेत्रों में डिजिटल सार्वजनिक अब संरचना एवं सक्षम विकास का होना।
- कौशल मानचित्रण संस्कृति और पर्यटन जलवायु वित्तपोषण चक्रीय अर्थव्यवस्था खाद्य सुरक्षा वैश्विक खाद्य ऊर्जा सुरक्षा ग्रीन हाइड्रोजन आपदा जोखिम में कमी तथा अनुकूलन बनाए रखना।
- संयुक्त राष्ट्र और महत्वपूर्ण आर्थिक संगठनों के साथ बैठकें
भारत में जी20 शिखर सम्मेलन 2023
G20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। जिसमे बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई इस कार्यक्रम में “अतिथि देश” के रूप में होंगे।
विदेश मंत्रालय द्वारा एक आधिकारिक बयान यह कहा गया है की जी20 शिखर सम्मेलन 2023 की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखा जायेगा और कहा गया है कि सभी सदस्य देशों के बीच चर्चा विषय में “महिला सशक्तिकरण, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन, जलवायु वित्तपोषण, सर्कुलर” से संबंधित मुद्दे शामिल किये जायेंगे।
भारत देश में G20 सत्र की एक बड़ी चुनौती यूक्रेन में चल रहे संकट को शामिल किया जायेगा, जिसने रूस और पश्चिम देशों के औद्योगिक राष्ट्रों के बीच संबंधों को खराब कर दिया है, जिनमें से अधिकांश G20 के सदस्य हैं जो जीडीपी के लगभग 85% और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के 75% का प्रतिनिधित्व करते हैं। .
G20 शिखर सम्मेलन का अध्यक्षता का दायित्व किस पर?
जी-20 शिखर समिति की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्यों के बीच एक चक्रीय रूप में प्रदान की जाती है। और अध्यक्ष पद धारण करने वाला देश पिछले और अगले अध्यक्षता धारक के साथ मिलकर g20 एजेंडा की निरंतर सुनिश्चित करने के लिए एक ट्राईका बनाता है!
ट्राईका में इटली इंडोनेशिया और भारत देश वर्तमान में इंडोनेशिया अध्यक्ष पद पर आसीन है।
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G20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में 18 वा राज्य प्रमुख और सरकार के प्रमुख का शिखर सम्मेलन सभी जीव जंतु प्रतिक्रिया और मंत्रियों वरिष्ठ अधिकारी और नागरिक समाजों के बीच पूरे वर्ष आयोजित बैठकों का अंतिम समापन नई दिल्ली में होगा जिसके फल स्वरूप जी-20 की नेताओं की घोषणाओं को स्वीकार किया जाएगा!
जिसमें संबंधित मंत्री स्तरीय और कार्यकारी समूह की बैठकों के दौरान चर्चा और सहमति प्राप्त प्राथमिकताओं के प्रति नेताओं की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया जाएगा जिसके अंतर्गत नेता सदस्य भाग लेंगे।
जी-20 (G20) के सदस्य देशों के नेता वर्तमान में निम्नलिखित हैं:
- अर्जेंटीना राष्ट्रपति – अल्बर्टो फर्नांडीज
- ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री – एंथनी अल्बनीज
- ब्राज़ील राष्ट्रपति – लुइज इनासियो लूला डिसिल्वा
- कनाडा के प्रधानमंत्री – जस्टिन पियरे जेम्स टुडो
- चीन राष्ट्रपति – जिनपिंग
- फ्रांस राष्ट्रपति – एमैनुएल मैक्रों
- जर्मनी चांसलर – ओलाफ स्कोलज
- भारत प्रधानमंत्री – नरेंद्र मोदी
- इंडोनेशिया राष्ट्रपति – जोको विडोडो
- इटली प्रधानमंत्री – जॉर्जिया मेलोनी
- जापान प्रधानमंत्री – फुमियो किशिदा
- मेक्सिको राष्ट्रपति – आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्राडोर
- कोरिया गणराज्य राष्ट्रपति – यूंसुक येओल
- रूस राष्ट्रपति – व्लादीमीर पुतिन
- सऊदी अरब किंग – सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद
- दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रपति – सीरिल रामफोसा
- तुर्कीये राष्ट्रपति – रेसेप तैयप एदरों ऑन
- यूके प्रधानमंत्री – ऋषि सुनक
- अमेरिका राष्ट्रपति – जोसेफ आर. बाइडेन जूनियर
- यूरोपीय संघ अध्यक्ष. यूरोपीय परिषद – चार्ल्स मिशेल
- यूरोपीय संघ अध्यक्ष. यूरोपीय आयोग – उर्सुला वोनडेर लियेन
निम्नलिखित g20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है।
- बांग्लादेश प्रधानमंत्री – शेख हसीना
- मिश्र राष्ट्रपति – अब्देल फतह सहिद हुसैन खलील अलसीसी
- मॉरीशस प्रधानमंत्री – प्रविंद कुमार जगन्नाथ
- नीदरलैंड के प्रधानमंत्री – मार्क रूट
- नाइजीरिया के राष्ट्रपति – बोला अहमद टीनुबू
- ओमान राज्य के प्रधान – सुल्तान हैथम बिन तारिक
- सिंगापुर प्रधानमंत्री – ली सीन लूंग
- स्पेन के प्रधानमंत्री – पेड्रो सांचेज
- संयुक्त अरब अमीरात राष्ट्रपति – शेख मोहम्मद बिन जायद अल नह्यान
इन सभी माननीय नेता गणों को जी-20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है जो 2023 में आयोजित होगा।
निष्कर्ष – G20 Summit 2023 in Hindi
अंत में, G20 शिखर सम्मेलन विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच वैश्विक आर्थिक सहयोग और संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में भूमिका निभाता है। यह आर्थिक और वित्तीय चुनौतियों पर चर्चा करने और उनका समाधान करने के लिए विभिन्न देशों के नेताओं को एक साथ लाता है।
G20 शिखर सम्मेलन मुख्य रूप से नेताओं को द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चर्चाओं में शामिल होने, संवाद को बढ़ावा देने, संबंध बनाने और राष्ट्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। यह वैश्विक आर्थिक विकास और स्थिरता प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और नीतियों के समन्वय के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 में भारत के अध्यक्षता का एक प्रमुख उदेश्य डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना है! उम्मीद है आज का यह लेख को पढ़कर आप को 2023 में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से जुड़े तथ्यों के बारे में जानने और समझने को मिला होगा।
हमारा यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो निचे कमेंट में लिखकर अवश्य बताएं और जी20 2023 से जुड़े अपने विचार, सवालों को हमारे साथ साँझा अवश्य करें।