Top 10 Moral Short Stories in Hindi | बच्चों के लिये छोटी कहानियाँ हिन्दी में | Short Stories in Hindi | पारियों की कहानियाँ | दादी की कहानियाँ | नानी की कहानियाँ | बच्चों के लिए कहानियाँ | कहानियों से सीखे अच्छी बातें
नमस्कार दोस्तो, बचपन मे आपने भी अपनी दादी की कहानियाँ और नानी से राजा-रानी और पारियों की कहानियाँ तो जरूर सुनी होंगी! लेकिन जब से फोन और कम्प्युटर आए है तब से यह सिलसिला काफी कम हो गया है! लेकिन आज हम आपके बचपन के दिनो को फिर से याद दिलाने के लिए कुछ रोचक और मज़ेदार Top 10 Moral Short Story In Hindi लेकर आये है! जिनसे आपको बचपन की यादों के साथ साथ बहुत कुछ सीखने को मिलने वाला है!
आज के समय मे इन रोचक Short Story और दादा- दादी की कहानियो को बड़े बड़े Motivational Speakar अपने महंगे महंगे सेमीनारों मे लोगो को motivate करने के लिए सुनाते है! इसलिए यदि आप अपने ज़िंदगी मे दादी और नानी की इन प्यारी से कहानियो से motivate होना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े!
एक समय था जब हम अपने घरो मे अपने दादा दादी से देर रात तक कहानियाँ सुनते थे! लेकिन आज ऐसा दिन भी आ गया की जब हमारे बच्चे हमसे दादा दादी की कहानिया पूछते है तो हमे उनको सुनाने के लिए एक भी कहानी याद नही होती है!
यदि आपके अपने बच्चों भी आपसे कहानी सुनाने की जिद करते है तो आप हमारे इस लेख मे दी गयी रोचक कहानियों को पढ़कर अपने बच्चों को सुना सकते है!
तो चलिये आगे बढ़ते है और आज के इस लेख मे दी गयी प्यारी प्यारी Top 10 Moral Short Stories in Hindi और रोचक कहानियों को पढ़ते है!
कहानी विडियो देखने के बजाय क्यों कहानी को पढ़ना चाहिये?
दोस्तों, बच्चों मे किए गये एक सोध के अनुसार, यह माना गया है की किसी भी कहानी की विडियो देखने से आपके बच्चे की सोचने और समझने की क्षमता कम होती है या फिर बच्चे की सोचने की क्षमता का विकाश नही हो पाता है!
क्यूकी बच्चे का पूरा ध्यान विडियो मे दिखाई देने वाले चित्रो मे होता है! और जिस कारण से बच्चा अपने दिमाग मे कहानी को समझने की कोशिश ही नही करता है!
जबकि, इसके विपरीत यदि आपका बच्चा कहानियों को किताबों मे पढ़ता है या फिर रेडियो और टेप रिकॉर्ड!र के माध्यम से कहानियों को सुनता है तो उसके सोचने और समझने की क्षमता का विकास बहुत तेजी से होता है! क्यों की कहानियों को पढ़ने से या फिर सुनने से आपका बच्चा उस कहानी को अपने दिमाग मे Imagine करना शुरू करता है!
वेसे अपने भी यह कई बार अनुभव किया होगा की जब हम किसी कहानी को पढ़ते है! या फिर रेडियो मे सुनते है तो हम अपने दिमाग मे उस कहानी की कल्पना करने लगते है! और तो और उस कल्पना मे किरदार भी हमारी पसंद के होते है!
लघू कहानियाँ हिन्दी में बच्चों के लिये – Top 10 Moral Short Stories in Hindi for Kids 2022
इस लेख मे बच्चों के लिये छोटी कहानियाँ हिन्दी में बताई गयी है! और ये सभी नतिक शिक्षा, और ज्ञान के आधार पर शीर्ष कहानियाँ है! हमें विश्वास है की ये सभी Stories in Hindi आपके बच्चों के लिये जीवन मे बहुत अच्छा सीखने को प्रेरित करने वाले है!
इसके साथ ही ये कहानियाँ पढ़ने से आपके बच्चों मे समझ और नैतिकता का ज्ञान प्रवाहित होना निश्चित है! जो बच्चों की इस दुनिया को समझने मे मदद करता है! बदलते वक्त मे फिर से दादी-नानी की कहानियाँ पढ़ने के लिये चलिये आगे बढ़ते है!
1. कौवा या मोर – कौन ज्यादा खुश किस्मत Short Stories in Hindi
एक समय की बात है एक जंगल में एक कौवा रहा करता था! वह अपने काले रंग से हमेशा दुखी रहता था! जब भी वह रंग-बिरंगे और खूबसूरत पक्षियों को देखता तो उसके मन में यही विचार आता कि “काश मैं भी इनकी तरह खूबसूरत होता”!
उसने अपने इस विचार को अपने दोस्त तोते के साथ साथ सांझा किया! जिस पर तोते ने उसे यह सुझाव दिया कि इस दुनिया का सबसे रंगबिरंगा पक्षी मोर है! इसलिए इस बारे में उसे मोर से बात करनी चाहिए!
जब कौवा अपने इस विचार को लेकर मोड़ के पास गया तब मोर ने उसे कहा, “दोस्त तुम इस दुनिया के सबसे भाग्यशाली पक्षी हो! शायद तुम्हें नहीं पता है कि खूबसूरती के साथ कैद भी आती है! सभी खूबसूरत पक्षियों को पिंजरे में कैद कर लिया जाता है और उनसे उनकी आजादी छीन ली जाती है! जबकि तुम हमेशा आजाद होकर खुले आसमान में उड़ सकते हो”!
मोर की बात सुनते ही कौवे को अपनी गलती का एहसास हो गया और वह खुशी-खुशी घर वापस लौट आया!
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “कभी भी खुद की तुलना दूसरों के साथ नहीं करनी चाहिए और आपके पास जो भी है उससे खुश रहना चाहिए”! भगवान ने हर किसी को अलग और अद्भुद बनाया है!
2. आलसी लड़का – Short Stories in Hindi
एक समय की बात है, राहुल नाम का एक 5 साल का लड़का बहुत आलसी हुआ करता था! राहुल इतना ज्यादा आलसी था कि वह स्कूल से घर आने के बाद ना ही अपने धोता था और ना ही कपड़े बदलता था! वह बस ज्यादा से ज्यादा समय सोने में बिताता था!
एक दिन राहुल ने देखा कि उसके बगीचे में मौजूद आम के पेड़ पर खूब ढेर सारे आम लगे हुए हैं! राहुल को भूख लगी थी, इसलिए उसने सोचा कि “चलो आज आम खाया जाए”, लेकिन उसे इतना ज्यादा आलस आ रहा था कि वह आम के पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ना नहीं चाहता था!
इसलिए वह आम के पेड़ के नीचे जाकर लेट गया और आम के नीचे गिरने का इंतजार करने लगा! इंतजार करते करते पता नहीं कब राहुल को नींद आ गई! राहुल सो गया और सपने देखने लगा, लेकिन तभी उसे यह एहसास होता है कि किसी ने उसके सिर पर बैट से काफी जोरदार फटका मारा है!
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चौक कर राहुल की आंख खुल जाती है और फिर वह देखता है कि उसके सिर पर बैट नहीं, बल्कि एक साथ दो आम के गिरने की वजह से काफी ज्यादा सूजन आ चुकी होती है! राहुल को उसके आलस की सजा मिल चुकी होती है, और फिर वह कसम खाता है कि वह दुबारा कभी भी आलस नहीं करेगा!
शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी – Moral of the Stories in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “आलस करने से सभी काम बिगड़ जाते हैं”! इसलिए हमे कभी भी आलस नही करना चाहिये!
3. शेर और चूहा – Short Stories in Hindi
एक बार की बात है, जब एक शेर को खाने के लिए कोई भी बड़ा जानवर नहीं मिलता है तो वह खाने के लिए एक चूहे को पकड़ लेता है! शेर जैसी ही चूहे को खाने वाला होता है,चूहा तुरंत गिड़गिड़ाना शुरू कर देता है और शेर से कहता है कि “मैं तो बहुत छोटा हूं! मुझे खाने से तुम्हारा पेट भी नहीं भरेगा! अगर तुम आज मुझे छोड़ देते हो तो, मैं भविष्य में तुम्हारी मदद जरूर करूंगा!”
चूहे की बात सुनकर शेर को हंसी आ जाती है और वह बोलता है कि “तुम्हारे जैसा छोटा सा चूहा मेरी क्या मदद कर सकता है! लेकिन चलो तुम इतना ज्यादा गिड़गिड़ा रहे हो तो मैं तुम्हें छोड़ देता हूं!”
कुछ दिनों बाद उसी जंगल में एक शिकारी आता है और शेर उसके बिछाए जाल में फंस जाता है! शेर जाल से निकलने की बहुत कोशिश करता है, लेकिन वह खुद निकल नहीं पाता है! जिसके बाद शेर मदद के लिए दहाड़ लगाना शुरु करता है! लेकिन क्योंकि सभी जानवर शेर से काफी ज्यादा डरते हैं इसलिए कोई भी शेर की मदद करने नहीं जाता है!
पर जैसे ही चूहे को किस बात की खबर लगती है, वह तुरंत ही दौड़कर शेर के पास आता है, और जाल को काटना शुरू कर देता है! लगभग आधे घंटे के अंदर चूहा पूरे जाल को अपने दांतों से काटकर शेर को आजाद कर देता है!
शेर चूहे का शुक्रिया करता है और वह, चूहे से यह वादा करता है कि अब वह कभी भी किसी चूहे को नुकसान नहीं पहुंचाएगा!
शार्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी – Moral of the Story in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “हमे कभी भी छोटों को खुद से कम नहीं समझना चाहिए!” भगवान ने एक चिटी को भी इतनी ताकत दी है की वह हाथी जैसे विशालकाय जानवर को भी मार सकती है! आगे हमने हाथी और चिटी की कहानी भी सुनाई है!
4. गरीब की दिवाली – Short Stories in Hindi
काफी सालों पहले की बात है, गरीब राकेश अपनी बीवी सुधा और पांच साल की बेटी टीना के साथ एक झोपड़ी में रहा करता था! राकेश पेशे से मोची था, और दिन भर में उसकी बस इतनी ही कमाई होती थी, जिससे उस दिन उसके खाने पीने की व्यवस्था हो सके!
दिवाली का दिन आने वाले था, और राकेश की बेटी टीना अभी से जिद करने लगी थी, इस दिवाली उसे नए कपड़े खिलौने और खूब ढेर सारी मिठाइयां चाहिए!
राकेश अपनी बेटी को यह सारी चीजें देना तो चाहता था लेकिन इसके लिए, उसके पास एक भी पैसे नहीं थे! दिवाली का दिन बिल्कुल पास आ गया, और दिवाली के ठीक एक दिन पहले राकेश दुखी मन से काम पर निकला!
राकेश अभी रास्ते में जा ही रहा था, कि तभी उसे एक घायल लड़की दिखाई देती है! जिसकी कार का एक्सीडेंट हो चुका होता है! उस लड़की की गंभीर हालत को देखते हुए, कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था! राकेश ने जैसे ही उस लड़की को देखा, वह तुरंत मदद के लिए आगे बढ़ा, और उस लड़की को अपनी गोद में उठाकर हॉस्पिटल ले गया!
उस लड़की की जान बच गई, और इसके बाद राकेश जैसे ही, अपने घर जाने लगा, सामने से उस लड़की के पिता आ गए! वे उस शहर के सबसे अमीर इंसान थे! राकेश उनको देखकर काफी घबरा गया! लेकिन उन्होंने, बड़ी सादगी के साथ राकेश का धन्यवाद करते हुए ये कहा कि, “अगर आप ना होते, तो शायद आज मैं अपनी बेटी को खो देता”!
इस पर राकेश ने कहा, “इसमें धन्यवाद की क्या बात है, आपकी बेटी भी, मेरी बेटी की तरह ही है! इसके बाद उस लड़की के पिताजी ने कहा, “तो बस आज से आप हमारे यहां चौकीदार की नौकरी करेंगे, और मैं 15,000 रुपए महीना सैलरी भी दूंगा! मुझे आपकी आर्थिक स्थिति के बारे में सब कुछ पता चल चुका है!
अब आप हमारे यहां नौकरी करेंगे!” साथ ही उन्होंने, राकेश को 5000 रुपए एडवांस भी दिए, और इस तरह से राकेश को उसके मदद करने का इनाम मिल गया!
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
इस मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “हमे कभी भी दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए!” दूसरों की मदद करने से भगवान खुश होते है और यदि आप हमेशा दूसरों की मदद करते है तो जरूरत पड़ने पर आपकी मदद के लिए भी भगवान किसी ना किसी को जरूर भेजता है!
5. हाथी और चींटी – Short Stories in Hindi
एक समय की बात है, जंगल में गज नाम का एक बदमाश हाथी रहा करता था! अपने बड़े आकार के कारण वह हाथी, सभी छोटे जानवरों को परेशान किया करता था! जंगल की लगभग सभी जानवर उस से तंग आ चुके थे, और उन्होंने फैसला किया कि अब वे उस जंगल को छोड़कर दूसरे जगह पर रहने चले जाएंगे!
जानवरों की यह बात, जब चींटी के पास पहुंची तो उसे बहुत दुख हुआ! चींटी अपने दोस्तों को खोना नहीं चाहती थी, इसलिए उसने हाथी को सबक सिखा सिखाने का फैसला किया!
एक दिन जब गज हाथी जंगल के रास्ते गुजर रहा था, तब चींटी चुपके से उसके सूंड में घुस गई और अंदर जाकर उसे ज़ोर ज़ोर से काटने लगी! हाथी को तेज दर्द होने लगा, और उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे! हाथी दर्द में चिल्लाने लगा “कोई मदद करो, कोई मदद करो”, लेकिन कोई भी जानवर उसकी मदद के लिए सामने नहीं आया!
सभी जानवर सामने खड़े होकर तमाशा देखते रहे! अब हाथी समझ चुका था कि उसकी बदमाशी की वजह से कोई भी जानवर उसकी मदद करने के लिए आगे नहीं बढ़ रहे हैं! इसके बाद हाथी ने तुरंत सभी जानवरों से माफी मांगी और उन्हें अपनी मदद के लिए आने को कहा!
हाथी की माफी की बात सुनते ही, चींटी उसके सूंड से बाहर निकल गई और हाथी को कहने लगी की “अगली बार से अगर तुमने जंगल के किसी भी जानवर को परेशान किया तो मैं तुम्हें इसी तरह सबक सिखाऊंगी!”
तो फिर हाथी को अपनी गलती का एहसास हो चुका था और उसने चिटी से अब आगे से किसी भी जानवर को परेशान नही करने का वादा किया!
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “हमें कभी भी किसी को बेवजह परेशान नहीं करना चाहिए!” इसलिये हम उम्मीद करते है की आप किसी को भी किसी वजह के परेशान नही करेंगे! चलिये इसके बाद वाली कहानी Short Stories in Hindi को पढ़ते है!
6. शेर और चालक खरगोश – Short Stories in Hindi
एक समय की बात है, जंगल में एक शेर रहा करता था! वह हर दिन अपने खाने के लिए दो से तीन जानवरों को मारता है! शेर की इस हरकत से परेशान होकर सभी जानवरों ने फैसला किया कि वह खुद ही रोज एक एक करके शेर के पास चले जाएंगे! इस तरह से रोज कम से कम, एक ही जानवर की मौत होगी!
सभी जानवरों ने साथ मिलकर जब शेर को यह बात बताई, तो शेर इसके लिए तैयार हो गया! शेर ने सोचा कि उसे घर बैठे बिठाए शिकार मिल जाएगा, तो शिकार ढूंढने में मेहनत नहीं करनी पड़ेगी!
इस तरह से रोज एक – एक जानवर, शेर के पास जाता रहा, और फिर एक दिन खरगोश की बारी आई! खरगोश ने अपनी जान बचाने के लिए और शेर को मारने के लिए एक उपाय सोचा! जिस दिन उसे जाना था, उस दिन वह बिल्कुल शाम के वक्त शेर के पास पहुंचा!
सुबह से भूखा शेर खरगोश को देखकर चिल्ला उठा, “तुम सुबह से कहां थे”! इस पर खरगोश ने बड़ी मासूमियत से कहा, “हुजूर मैं तो सुबह ही आ रहा था लेकिन दूसरे शेर में मुझे यहां आने से रोक दिया”! दूसरे शेर की बात सुनकर इस शेर को काफी गुस्सा आया और उसने बोला “चलो मैं देखता हूं दूसरा शेर कौन है!“
खरगोश शेर को कुएं के पास ले गया और उसने कहा “दूसरा शेर इसी में के अंदर रहता है!” इस पर शेर ने जब कुएं के अंदर झांक कर देखा तो उसे अपनी ही परछाई नजर आई! लेकिन वह इस बात को समझ नहीं सका और उसे लगा कि कुएं के अंदर दूसरा शेर बैठा हुआ है!
शेर ने कुएं के अंदर झांक कर दहाड़ा, तो उसे भी वापस दहाड़ ने की आवाज सुनाई दी! दहाड़ की आवाज सुनकर, शेर को काफी गुस्सा आया और वह कुएं के अंदर मौजूद शेर से लड़ाई करने के बारे में सोच कर कुएं के अंदर ही कूद गया, और इस तरह से कुएं के अंदर गिरते ही शेर की मौत हो गई!
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “आप अपनी बुद्धि से किसी को भी हरा सकते हैं”! हो सकता है की आप अभी छोटे है लेकिन बहुत अधिक बुद्धिमान है! इसलिये बुद्धिमान बनिये, फिर आप जिसे चाहेंगे उसे हरा सकते है! अपनी बुद्धिमानी से आप कई लोगों को शिक्षित और जागरूक बना सकते हैं! इस काम में आपको कोई भी धन खर्च नहीं करना होता है बस आपकी समझदारी और बुद्धिमानी काम आती है!
7. गोलू और मोलू की कहानी
एक छोटा सा गुलाब का फूल एक सुन्दर गुलदस्ता बनाता था। यह फूल बहुत ही महत्वपूर्ण था क्योंकि इसे उस सभी फूलों का राजा माना जाता था। फूल को अपने अंतर्मन को बाहर लाने के लिए एक दिन उसने दो छोटे मछलियों से मदद मांगी।
गोलू और मोलू नाम के दो मछलियों ने फूल की मदद करने के लिए उसके साथ सहयोग करना शुरू कर दिया। गोलू और मोलू ने फूल के बीच में से एक छोटी सी गुफा बनाई जहां फूल चुपके से जाकर रह सकता था।
उन दोनों मछलियों ने अपने शानदार तरीकों से फूल की सेवा की। गोलू फूल को पानी से भरे एक बर्तन में ले जाता था जबकि मोलू फूल के चारों ओर के कीटों को दूर रखने के लिए नियमित रूप से फूल को साफ करता था।
फूल ने उन दोनों मछलियों की मदद से खुशी से अपने अंतर्मन को बाहर लाया और जल्द ही यह फूल बाग़ का सबसे खूबसूरत फूल बन गया।
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
यह कहानी हमें दोस्ती के महत्व के बारे में सिखाती है। गोलू और मोलू जैसे दो अलग-अलग प्रकार के मछलियों ने साथ मिलकर फूल की मदद की और एक-दूसरे के साथ मिलकर काम किया।
इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें दोस्तों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और साथ हमेशा एक-दूसरे के साथ खुश रहना चाहिए। इससे हम अपने जीवन में खुशहाली और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
8. एक नन्ही सी लड़की
यह कहानी एक नन्ही सी लड़की की है जो अपनी बुद्धिमानी और उत्साह के साथ एक दुर्घटना का सामना करती है। लड़की का नाम था अनुशा।
अनुशा को अपनी स्कूल से लौटते हुए घर आना था, लेकिन रास्ते में एक बड़ी बड़ी बारिश हो गयी थी। रास्ते में उसने एक गुम्पट में घुस जाने का निर्णय लिया। लेकिन जब वह बाहर निकली तो उसने देखा कि बहुत अधिक बारिश हो गई है और गुम्पट भर गया है। वह अपनी वापसी की सोचने लगी, लेकिन तभी वह एक जानवर को देखती है जो अपने बच्चों के साथ उसी गुम्पट में फंस गया है।
अनुशा देखती है कि जानवर बहुत परेशान हो रहा है और उसके बच्चे भूखे हैं। इससे परेशान होकर अनुशा ने तुरंत अपनी डबल शर्ट और बड़े बहन के जूते निकालकर जानवर के पास ले जाने का फैसला किया। वह जानवर के बच्चों को भोजन देने लगी और जानवर को अपनी शर्ट में सुखाने के लिए छत से उतारा।
जब अनुशा अपने घर वापस आई तो उसने अपनी माँ को ये सब बताते हुए बहुत खुशी महसूस की। उसने अपने परिवार के लोगों के बीच जानवर को बचाने की अपनी खुशी बाँटी और सभी ने उसे उसके साहस और बुद्धिमानी के लिए बहुत तारीफ की।
इस कहानी से मिली सीख – Moral of the Stories in Hindi
यह कहानी हमें एक महत्वपूर्ण सबक सिखाती है कि हमें अपने आसपास होने वाली जरूरतों के बारे में सोचना चाहिए। अनुशा ने अपनी बुद्धिमानी के साथ जानवर की मदद की और हमें सबक सिखाया कि हमें हमारे साथी जीवों की भी देखभाल करनी चाहिए।
इस कहानी से बच्चों को न केवल जानवरों और प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाने की सीख मिलती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि बच्चों के भीतर बहुत सारी बुद्धिमानी और जागरूकता होती है।
हमने क्या सीखा – Conclusion
दोस्तों, आज के इस प्यारे से हिन्दी (Short Stories in Hindi) ब्लॉग से हमने अपनी बचपन की यादों को ताजा करते हुए रोचक दादा-दादी की कहानियाँ और नाना-नानी की कहानियों को पढ़ा! और इस लेख से हमने कोशिश की की आप लोगो को अपने बचपन के दिन याद रह सके और आप अपने छोटे छोटे बच्चों को अपनी ये कहानियाँ सुना सकों!
तो आज के लिए बस इतना ही और हम आपसे वादा करते है की आने वाले समय मे हम इस लेख मे और भी रोचक और मज़ेदार कहानिया शामिल करते रहेंगे! इसलिए आपसे निवेदन है की आप इस लेख मे समय समय पर विसिट जरूर करें और हमारी इन प्यारी सी कहानियों को जरूर पढ़े!
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