ब्रेन ट्यूमर के लक्षण: जानिए ब्रेन ट्यूमर के संकेत और उपचार | Brain Tumor Symptoms in Hindi

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Brain Tumor Kya hota hai: ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में विकसित होने वाली एक गंभीर बीमारी है इसके कई प्रकार जैसे कि माइनिंगियोमा, ग्लाइोमा, मेनिंजियोमा आदि होते है! यह मनुष्य के जिंदगी को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है!

इस लेख में हम ब्रेन टूयूमर क्या होता है और ट्यूमर के प्रकार, लक्षण, निदान और इसके उपचार – Brain tumor, types, symptoms, diagnosis, treatment आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे! इसके लिए कृपया इस लेख में अंत तक अवश्य बने रहे!

ब्रेन ट्यूमर हमारे शरीर में ऊतकों और कोशिकाओं को अपना निशाना बनाता है! और सेल्स और टिश्यू की असामान्य वृद्धि होती है! इसे ट्रीटमेंट के द्वारा धीमा किया जा सकता है! और मेडिसिन से प्रभावित सेल्स को खत्म किया जाता है!

Brain Tumor Symptoms in Hindi

तो आइये बिना किसी देरी के इस लेख को शुरू करते है और इस स्थिति ब्रेन ट्यूमर के कारण, लक्षण, निदान, उपचार और रोकथाम के बारे में विस्तारपूर्वक समझायेंगे!

ब्रेन ट्यूमर क्या होता है(What is Brain Tumor)

ब्रेन ट्यूमर एक प्रकार का कैंसर है जो मस्तिष्क या आसपास के सेल्स और उत्तको को प्रभावित करता है! इससे ब्रेन में टिश्यू और सेल्स की abnormal वृद्धि होने लगती है! ट्यूमर एक ऐसी बीमारी है जो मस्तिष्क से शुरू होती है और धीरे धीरे पुरे शरीर को प्रभावित कर देता है!

Tumor ब्रेन में तंत्रिका तंत्र, पिट्यूटरी ग्रंथि, पीनियल ग्रंथि और मस्तिष्क की सतह को ढकने वाली झिल्लियां के कोशिकाएं और उत्तक प्रभावित होते है! 

ट्यूमर मनुष्य में होने वाली सबसे Dangerous बीमारी है जो कई बार मनुष्य के मौत का कारण बन सकती है! कभी कभी जल्दी पकड़ में आ जाने इसका इलाज कर ठीक भी किया जा सकता है!

Tumor दो तरह से हो सकता है;

  1. पहला Benign tumor (सौम्य) यह ट्यूमर धीरे धीरे विकसित होते है! बेनाइन ट्यूमर बॉडी के दूर हिस्सों में नहीं फैलते है! यह Non – Cancerous ट्यूमर होता है! 

2. दूसरा Malignant tumors(घातक) यह ट्यूमर बहुत तेजी से उत्तको को प्रभावित करता है और शरीर के अन्य हिस्सों में भी फ़ैल जाता है! यह Cancerous ट्यूमर होता है! 

ब्रेन ट्यूमर के प्रकार – Types of Brain Tumors

1. Gliomas (ग्लियोमास)

ग्लियोमास ट्यूमर ब्रेन कैंसर का एक प्रकार है यह ट्यूमर अधिकतर एडल्ट्स में होता है! जो की glial cells से शुरू होता है, यह सेल्स मस्तिष्क में नर्वस सिस्टम कोशिकाओं का सपोर्ट करती हैं! ग्लिअल कोशिकाएं ब्रेन में स्पाइनल कॉर्ड में कहि भी हो सकती है! अलग-अलग प्रकार के ग्लायोमा के अलग अलग लक्षण होते हैं!

ग्लिओमास ब्रेन ट्यूमर के लक्षण सिर दर्द, उल्टी, नज़रों की समस्या,  मेमोरी लॉस, कमजोरी और पैरालाइसिस इत्यादि हो सकते है! 

इसके जाँच के लिए सिटी स्कैन, एमआरआई और पीईटी टेस्ट किये जाते है इसके अलावा बायोप्सी और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट किये जाते है! 

इसका इलाज कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरपी और आणविक थेरपी द्वारा किया जाता है! 

यह ट्यूमर के प्रकार इस प्रकार निम्न लिखित है!

  • Astrocytomas
  • Oligodendrogliomas
  • Ependymomas
  • Mixed Gliomas

2. Meningitis (मेनिंगिओमास)

यह एक वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण होता है जिसके कारण मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को कवर करने  वाली protective membranes में सूजन होने लगती है! जिसे Meninges कहा जाता है! 

मेनिनजाइटिस के लक्षण बुखार, उल्टी होना, दौरे पड़ना, सर दर्द, गर्दन में अकड़न, मेमोरी प्रॉब्लम, और शरीर में Rashes इत्यादि दिखाई देने लगते है! और इसका समय पर Diagnosis और ट्रीटमेंट न करने पर गम्भीर न्यूरोलॉजिकल क्षति और मृत्यु हो सकती है!

Good Hygienic habits को फॉलो करें और vaccination अवश्य लें! और मच्छर और टिक काटने से बचे! इससे आप  इन्फेक्शन से खुद को prevent कर सकते है!

मेनिनजाइटिस निम्न प्रकार के वायरस बैक्टीरिया, फंगस और पैरासिटिक इन्फेक्शन्स के कारण हो सकता है!

  1. वायरल संक्रमण (एंटरोवायरस, हर्पीसवायरस)
  2. जीवाणु संक्रमण (मेनिंगोकोकस, न्यूमोकोकस, हिब)पैरासिटिक 
  3. कवकीय संक्रमण
  4. परजीवी संक्रमण

इसका डायग्नोसिस के लिए पेसेंट के सिटी स्कैन, एमआरआई, ब्लड टेस्ट और फिजिकल टेस्ट किये जाते है! मेनिनजाइटिस में मेडिसिन इन्फेक्शन के आधार पर दिए जाते है जैसे;

  1. बैक्टीरियल मेनिनजाइटिस में एंटीबैक्टीरियल मेडिसिन 
  2. फंगल मेनिनजाइटिस में एंटीफंगल मेडिसिन 
  3. वायरल मेनिनजाइटिस में एंटीबायोटिक मेडिसिन इत्यादि!

3. Pituitary tumor (पिट्यूटरी ट्यूमर)

यह पिट्यूटरी ग्रंथि में होने वाली एक असमान्य वृद्धि होती है! जो की नॉन – कैंसर होती है! pituitary Gland ब्रेन की छोटी ग्रंथि होती है! जो हॉर्मोन बैलेंस, मेटाबोलिज्म और बॉडी ग्रोथ को रेगुलेट करने का कार्य करती है! यह ग्रंथि ब्रेन के बेस पर नाक मार्ग में स्थित होती है! 

पिट्यूटरी ट्यूमर के प्रकार

  1. Prolactinomas
  2. Somatotroph adenomas
  3. Corticotroph adenomas
  4. Thyrotroph adenomas
  5. Non-functioning adenomas

पिट्यूटरी ट्यूमर के लक्षण सिर दर्द, विज़न प्रॉब्लम, हार्मोनल इम्बैलेंस, थकान, उल्टी और बेचैनी, रिप्रोडक्शन प्रॉब्लम, सिरदर्द और मेमोरी लॉस इत्यादि हो सकते है!

Pituitary Tumors  की जाँच ब्लड और यूरिन टेस्ट, शारीरिक टेस्ट, एमआरआई, सिटी स्कैन, बायोप्सी और Visual Field Test के द्वारा की जाती है! इसका इलाज दवाओं, ऑपरेशन और रेडिएशन थेरपी द्वारा किया जाता है! 

4. Medulloblastoma (मेडुलोब्लास्टोमा)

मेडुलोब्लास्टोमा एक प्रकार का ब्रेन ट्यूमर है जो सेरिबैलम में विकसित होता है! यह ट्यूमर अधिकतर बच्चो में घातक होता है इसके अलावा adults में भी हो सकता है! मेडुलोब्लास्टोमा कोशिकाओं के abnormal ग्रोथ के कारण यह cancerous ट्यूमर होता है

सेरिबैलम ब्रेन का वह भाग है जो गति और  को coordination को कण्ट्रोल करने का कार्य करता है! मेडुलोब्लास्टोमा कोशिकाओं के abnormal ग्रोथ के कारण यह cancerous ट्यूमर होता है!

मेडुलोब्लास्टोमा ट्यूमर के लक्षण सिरदर्द, बेचैनी और उल्टी, फेसिअल कमजोरी, बैलेंस प्रॉब्लम, विज़न प्रॉब्लम इत्यादि होते है!

इस ट्यूमर को सिटी स्कैन, एमआरआई और बायोप्सी के माध्यम से diagnose किया जाता है! इसके ट्रीटमेंट के लिए कीमोथेरपी और रेडिएशन थेरपी द्वारा किया जाता है!

5. Acoustic neuromas (ध्वनिक न्यूरोमास)

यह एक प्रकार का नॉन – कैंसर ट्यूमर होता है जो आंतरिक कान से मस्तिष्क तक जाने वाली वेस्टिबुलोकोकलियर तंत्रिका पर विकसित होता है! यह तंत्रिका मनुष्य में सुनने की क्षमता और बॉडी संतुलन के लिए जिम्मेदार होती है! 

ध्वनिक न्यूरोमास को वेस्टिबुलर स्वाइनोमा भी कहा जाता है! इस ट्यूमर के कारण कान दर्द बहरापन, चेहरे का सुन्न हो जाना, सिरदर्द, बोलने और खाने में दिक्क्त इत्यादि हो सकते है!

इस ट्यूमर को सिटी स्कैन, एमआरआई, Hearing टेस्ट, शारीरिक परीक्षण के द्वारा diagnose किया जाता है! इसका ट्रीटमेंट सर्जरी, रेडिएशन थेरपी इत्यादि द्वारा किया जाता है!

6. Craniopharyngiomas (क्रानियोफेरीन्जिओमास)

यह एक non – Cancerous ट्यूमर होता है जो जो मस्तिष्क के आधार पर पिट्यूटरी ग्रंथि के पास विकसित होते हैं। ये ट्यूमर धीरे धीरे बढ़ता है और अक्सर बच्चों और बड़े वयस्कों यह ट्यूमर होता है!

इस ट्यूमर के लक्षण सिर दर्द, विज़न प्रॉब्लम, थकान, उल्टी और बेचैनी, रिप्रोडक्शन प्रॉब्लम, और मेमोरी लॉस इत्यादि हो सकते है!

क्रानियोफेरीन्जिओमा ट्यूमर के डायग्नोसिस के लिए पेशेंट का सिटी स्कैन, हार्मोनल डिस्बैलेंस टेस्ट, एमआरआई और हॉर्मल लेवल चेक इत्यादि किया जाता है!

इसके उपचार के लिए रेडिएशन थेरेपी और हॉर्मोन के लेवल को संतुलित करने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी भी की जाती है!

ब्रेन ट्यूमर के कारण – Brain Tumors Cause Hindi

मस्तिष्क में ट्यूमर होने के कारण कई अलग अलग  हो सकते है जो की इस प्रकार है!

  • जेनेटिक कारक(Genetic Factors)
  • विकिरण के संपर्क में (UV Rays)
  • आयु (Age)
  • लिंग (Gender)
  • जाति और नस्ल (race and ethnicity)
  • डीएनए में परिवर्तन (DNA Changes)

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण – Brain Tumor Symptoms in Hindi

मस्तिष्क में ट्यूमर के लक्षण ट्यूमर के स्थान और आकार के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, जो लक्षण अधिकतर दिखाई देते है वो इस प्रकार है;

  • सिर दर्द
  • उल्टी और बेचैनी 
  • नज़रों की समस्या
  • बोलचाल में गड़बड़ 
  • मेमोरी लॉस 
  • कमजोरी / पैरालायसिस 
  • व्यवहार में परिवर्तन 
  • समुद्री बीमारी और उल्टी

ब्रेन ट्यूमर का निदान – Brain tumor diagnosis test

1. न्यूरोलॉजिकल परीक्षा

न्यूरोलॉजिकल टेस्ट के दौरान पेसेंट की दृष्टि, श्रवण, भाषण, संतुलन, समन्वय, सजगता और संवेदी धारणा की जाँच की जाती है! वे रोगी को विभिन्न कार्य करने के लिए भी कह सकते हैं, जैसे कि गिनना, शब्दों की एक श्रृंखला को याद रखना, या विशिष्ट तरीकों से अपनी उंगलियों या पैर की उंगलियों को हिलाना इत्यादि!
यह टेस्ट ब्रेन ट्यूमर के निदान और उपचार को निर्देशित करने में मदद करते हैं! साथ ही रोगी के शारीरिक जानकारी प्रदान करते है!

2. इमेजिंग टेस्ट (सीटी, एमआरआई, पीईटी)

ब्रेन ट्यूमर के डायग्नोसिस उपचार में आमतौर पर इमेजिंग टेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है।! ये परीक्षण मस्तिष्क की Images प्रदान करते हैं, जो डॉक्टर्स को ट्यूमर के स्थान, आकार और प्रकार को निर्धारित करने में हेल्प करते है! इमेजिंग परीक्षण कई प्रकार के होते है!

  • Magnetic Resonance Imaging (MRI): यह परीक्षण मस्तिष्क की विस्तृत छवियों का उत्पादन करने के लिए एक शक्तिशाली चुंबक और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है! यह ब्रेन ट्यूमर का पता लगा सकता है और उनके स्थान, आकार और प्रकार के बारे में सही प्रकार से जानकारी प्रदान कर सकता है!
  • Computed Tomography (CT) स्कैन: यह परीक्षण मस्तिष्क की विस्तृत cross-sectional images का उत्पादन करने के लिए एक्स-रे का उपयोग करता है! यह स्थान, आकार और ट्यूमर के प्रकार के बारे में भी जानकारी प्रदान कर सकता है!
  • Positron Emission Tomography (PET) स्कैन: यह परीक्षण मस्तिष्क की छवियों का उत्पादन करने के लिए एक रेडियोधर्मी पदार्थ का उपयोग करता है। यह बढ़ी हुई Metabolism activity वाले मस्तिष्क के क्षेत्रों का पता लगा सकता है, जो ट्यूमर की उपस्थिति का संकेत दे सकता है!

ब्रेन ट्यूमर का इलाज – Brain tumor treatment in Hindi

1. बायोप्सी

ट्यूमर की जाँच के लिए डॉक्टर द्वारा मरीज की बयोप्सी की जाती है जिसमे यह पता लगाया जाता है की आपको कैंसर है की नहीं! बयोप्सी एक ऐसी मेडिकल प्रोसेस है जिसका उपयोग आमतौर पर कैंसर, संक्रमण, ऑटोइम्यून विकार और अन्य बीमारियों सहित विभिन्न चिकित्सा स्थितियों के निदान के लिए किया जाता है।

बायोप्सी में मरीज के शरीर में  प्रभावित क्षेत्र से असामान्य उत्तक और सैल्स का नूमना लेकर सूक्ष्मदर्शी में देखा जाता है! और ऊतकों और कोशिकाओं की जाँच की जाती है!

2. ऑपरेशन

इसमें पेशेंट के बॉडी में  कैंसर से प्रभावित उत्तको और सेल्स को ओप्रशन के माध्यम से हटाया जाता है! ताकि अन्य उत्तको और कोशिकाओं तक ना फ़ैल पाए!

3. विकिरण चिकित्सा

रेडिएशन थेरेपी एक प्रकार का कैंसर ट्रीटमेंट होता है उच्च-ऊर्जा विकिरण प्रयोग शरीर में कैंसर कोशिकाओं को मारने या ट्यूमर को सिकोड़ने के लिए किया जाता है! 

यह कैंसर कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाकर काम करता है, उन्हें बढ़ने और विभाजित होने से रोकता है! विकिरण चिकित्सा बाहरी या आंतरिक रूप से वितरित की जा सकती है!

4. कीमोथेरपी

यह एक प्रकार का कैंसर का निदान है जो कैंसर से प्रभावित टिश्यू और सेल्स के ग्रोथ को रोकता है या कोशिकाओं को नष्ट कर देता है! दवाइयों के उपयोग से ऐसा किया जता है यह मेडिसिन बॉडी में तेजी से बढ़ने वाली कैंसर सेल्स पर हमला करती है और के ग्रोथ को धीमा करने का कार्य करते है!

कीमोथेरेपी कई तरीकों से दी जा सकती है, जिसमें गोलियों के रूप में मौखिक रूप से या शिरा के माध्यम से अंतःशिरा (IV) शामिल है! कीमोथेरेपी का उपयोग कैंसर के प्राथमिक उपचार के रूप में किया जा सकता है, या इसका उपयोग अन्य उपचारों, जैसे सर्जरी या विकिरण चिकित्सा के संयोजन में किया जा सकता है।

5. लक्षित थेरेपी

लक्षित थेरेपी एक प्रकार का कैंसर ट्रीटमेंट है जो विशेष रूप से  कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन पर हमला करने के लिए उपयोग की जाती है! 

यह थेरपी दवाओं या अन्य पदार्थों के द्वारा की जाती है! यह कीमोथेरेपी के विपरीत है, जो तेजी से विभाजित होने वाली कोशिकाओं पर हमला करती है, चाहे वे कैंसरग्रस्त हों या स्वस्थ!

6. इम्यूनोथेरेपी

Immunotherapy एक प्रकार का चिकित्सा उपचार है जो कैंसर कोशिकाओं पर सीधे हमला करने के लिए शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करके काम करती है, या उन संकेतों को अवरुद्ध करके काम करती है जो कैंसर कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने के लिए उपयोग करती हैं।

यह थेरपी को मुख्य रूप से असामान्य या कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने के लिए शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को प्रोत्साहित करने या बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है!

इम्यूनोथेरेपी कई प्रकार के हैं, जिनमें checkpoint inhibitors, CAR T-cell therapy, monoclonal antibodies और cancer vaccines शामिल हैं!

ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम – Brain tumors preventions

ब्रेन ट्यूमर को कैसे रोके: यह एक ऐसी बीमारी है जो अगर किसी भी व्यक्ति को अपने चपेट में ले लेती है तो यह बहुत घातक हो सकती है! तो आइये जान लेते है निम्न रूप से ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम की जा सकती है! 

  • UV Rays के संपर्क में आने से बचना!
  • विकिरण
  • केमिकल और टॉक्सिक पदार्थो के संपर्क को कम करना
  • अपने डाइट में पोषण युक्त आहार को रखें!
  • नियमित व्यायाम करना
  • अपने सिर को चोट से बचाना
  • पर्याप्त नींद 

निष्कर्ष – Conclusion

ब्रेन ट्यूमर बहुत ही Dangerous बीमारी है जो रोगी के स्वास्थ्य और सम्पूर्ण जीवन को बुरे तरह से प्रभावित कर देता है! विभिन्न प्रकार के ब्रेन ट्यूमर, उनके लक्षणों और विभिन्न के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है!

उम्मीद है आज के इस लेख में आप सभी ने ट्यूमर के प्रकार, लक्षण, निदान और इसके उपचार – Brain tumor, types, symptoms, diagnosis, treatment के बारे में विस्तार से जाना और समझा!

ब्रेन ट्यूमर का जल्दी पता लग जाये तो इसके ट्रीटमेंट से रोगी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। यदि आप या कोई प्रियजन ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है!

अंत में यह शब्द लेख के मुख्य बिंदुओं को दोहराता है और ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती पहचान और उपचार के महत्व पर जोर देता है! यह पाठकों को लक्षणों का अनुभव होने पर चिकित्सकीय ध्यान देने के लिए कॉल-टू-एक्शन भी प्रदान करता है! हमारा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो लाइक जरूर करें!

हमारा यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!

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