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26 जनवरी 2023 गणतंत्र दिवस पर निबंध | Republic Day Essay in Hindi

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गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2023 | 26 जनवरी पर निबंध हिंदी में | Indian Republic day 2022 | गणतंत्र दिवस निबंध, महत्व, इतिहास, भाषण, शुभकामनाएं | गणतंत्र दिवस पर निबंध प्रस्तावना उपसंहार | Republic Day Eassy 300 Words | गणतंत्र दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

26 जनवरी यानी की गणतंत्र दिवस हर एक भारतीय के लिए गर्व का दिन होता है! प्रतिवर्ष 26 जनवरी को पूरा देश मिलकर गणतंत्र दिवस मनाता है! और अक्सर विद्यालयों मे होने वाली परीक्षाओं मे गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic Day Essay in Hindi) लिखने को जरूर आता है!

इसलिए आज के इस लेख मे हम “गणतंत्र दिवस पर निबंध 500 शब्दों में” लेकर आए है! वैसे छात्रो को उनकी कक्षा के आधार पर परीक्षा मे भारत के राष्ट्रिय पर्व 26 जनवरी पर निबंध लिखने को प्रश्न जरूर आता है, जैसे कभी गणतंत्र दिवस पर निबंध 300 शब्द, 400 शब्द और 800 शब्द तो कभी गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन निबंध!

इस राष्ट्रिय पर्व के दिन ही हमारे देश भारत का संविधान लागू हुआ था! और यह दिन हर एक भारतीय के लिए ख़ासकर बच्चों के लिए हर्सौल्लास का दिन होता है! भारत सरकार द्वारा इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है!

तो चलिये आज के इस लेख मे गणतंत्र दिवस पर निबंध प्रस्तावना उपसंहार (Republic Day Essay in Hindi) सहित जानते है!

गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन निबंध

प्रस्तावना

26 जनवरी हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है! इस दिन हमारा देश गणतंत्र हुआ था! 26 जनवरी 1950 के दिन बिट्रीश शासन से हमारे देश को पूर्ण स्वराज्य प्राप्त हुआ था! हमारे देश का संविधान का निर्माण भी इसी दिन हुआ था और देश ने अपने कानून को अपनाया था!

इसलिए यह दिन हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और एक राष्ट्रीय पर्व से कम नहीं है! इसलिए इसे बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ हमारे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है!

Image Credit: freepik.com

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

हमारे देश में 26 जनवरी के दिन देश का संविधान लागू हुआ था! जो कि 26 नवंबर 1949 का दिन था परंतु 26 जनवरी 1950 को इसे पूरे देश में लागू किया गया था! इसलिए इसे  गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है!

हमारा देश इस दिन से अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था और अपने देश की स्वतंत्रता की खुली हवा में जीवन का शुभ आरंभ हुआ था! एक तरह से हमारे देश में पूर्ण स्वराज्य प्राप्त किया था! हमारे देश का संविधान पूरी दुनिया का सबसे बड़ा और लिखित संविधान के रूप में घोषित किया गया था!

और इसे लागू करने के लिए 9 दिसंबर 1946 से कार्य का शुभारंभ हुआ था! और इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे! जिसे संविधान सभा में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी को सौंपा गया था!

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गणतंत्र दिवस पर निबंध 500 शब्दों में (Republic day Eassy 250 Words)

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्योहार है और हमारे पूरे देश में इसे बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है! और इसकी रोनक सबसे अधिक स्कूल, कॉलेजों, और सरकारी दफ्तरों में देखने को मिलती है! हमारे भारत देश में 15 अगस्त 1947 और 26 जनवरी 1950 यह दो राष्ट्रीय त्यौहार है! जिसे हम सभी बड़े ही उत्साह मिलकर मनाते हैं!

सभी स्कूल और कॉलेज, दफ्तरों में गणतंत्र दिवस के अवसर पर कई तरह के समारोह आयोजन किए जाते है और साथ ही कई तरह की प्रतियोगिताएं रखी जाती है! जिसमें भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, डांस प्रतियोगिता आदि होती है जिसमें सभी विद्यार्थी बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं!

और सरकारी हो या कोई भी प्राइवेट दफ्तर सभी जगह इस त्यौहार की रोनक आज के दिन देखी जा सकती है! आखिर हमारा देश हैं ही अनेकता में एकता की मिशाल तो इसके राष्ट्रीय त्योहार में केसे कोई कमी हो सकती हैं!

गणतंत्र दिवस पर निबंध 300 शब्द (Republic Day Eassy 300 Words)

26 जनवरी 1950 यानी गणतंत्र दिवस जिसे रिपब्लिक डे भी कहा जाता है! यह हमारे देश भारत का एक विशेष दिन कहलाता है! क्योंकि हम भले ही 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गए हो परंतु पूर्ण रूप से स्वतंत्र 26 जनवरी 1950 को ही कहा जा सकता है!

क्योंकि इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था! और इस दिन का महत्व इसलिए भी है कि हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति को नई दिल्ली में राजपथ पर एक झांकियों की तरह प्रदर्शित किया जाता है! जहां संपूर्ण भारत की खूबसूरती को प्रदर्शित किया जाता है और इसके साथ ही राष्ट्रगान और ध्वजारोहण भी किया जाता है!

गणतंत्र दिवस का महत्व

26 जनवरी का महत्व हमारे लिए इसलिए भी है कि हमने एक स्वतंत्र देश में जन्म लिया और इस देश के स्वतंत्र नागरिक कहलाते है! हमें उन वीर जवानों पर गर्व होना चाहिए! जिन्होंने हमें इतना खूबसूरत जीवन दिया कि हम एक गणतंत्र देश की हवा में खुल कर सांसे ले रहे हैं!

26 जनवरी 1950 को संविधान क्यों लागू हुआ

आपको शायद ज्ञात हो की गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी मनाया जाता है! हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को पहली बार औपचारिक रूप से अपनाया गया था! परंतु यह पूरी तरह से संविधान के रूप में 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था!

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को संविधान का निर्माता कहा जाता है! भारत का संविधान विश्व का सबसे लंबा और लिखित संविधान के रूप में स्थापित किया गया है! और इस संविधान को बनने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे!

इसके साथ हमारा संविधान हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा गया है! भारत के संविधान का अंग्रेजी संस्करण 117369, शब्दों का है भारत के संविधान को हाथों से ही लिखा गया है इसकी मूल कॉपी हाथ से लिखी हुई है! और इस संविधान को लिखने वाले प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने इटैलिक राइटिंग स्टाइल में लिखा था! और भारतीय संविधान का हर एक पेज शांतिनिकेतन के जो कलाकार है!

उनके द्वारा सुसज्जित रूप से स्थापित किया गया है! भारत के संविधान में 448 अनुच्छेद है इसमें विधानमंडल, कार्यपालिका अनुसूचियां भारतीय संविधान के भाग, वैधानिक निकाय, संवैधानिक निकाय, मौलिक अधिकार और बहुत से महत्वपूर्ण तथ्य शामिल किए गए हैं!

74वा गणतंत्र दिवस 2023 | Republic Day Eassy इन हिन्दी

वर्ष 2023 को हमारा भारत देश को गणतंत्र हुए 74 वर्ष पूरे हो जाएंगे और हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़े – बूढ़ो, छात्र – छात्राओ और देश के सभी लोगो द्वारा बहुत अधिक हर्ष उल्लास और उत्साह के साथ बनाया जाएगा! गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में लाल किले से भव्य फ्लाइंग पास्ट होता है! जिसमें देश के तीनो शसक्त बल आकर्षण का केंद्र बनते हैं!

भारत का पहला गणतंत्र दिवस दिल्ली में ही मनाया गया था! और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने झंडा फहराया था! जो कि पुराना लाल किला के सामने स्थित बिट्रिश स्टेडियम था! इस स्टेडियम में ही देश की पहली परेड निकाली गई थी!

वर्तमान में उस स्थान पर दिल्ली का चिड़ियाघर के रूप में परिवर्तित हो चुका है और इस भव्य परेड की सलामी हमारे देश के राष्ट्रपति लेते हैं! और राष्ट्रपति जी ही भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर इन चीफ होते हैं! इन परेड में टैंको, मिसाइल, रडार आदि का प्रदर्शन किया जाता है!

गणतंत्र दिवस समापन समारोह

बीटिंग स्ट्रीट गणतंत्र दिवस के समापन समारोह के रूप में मनाया जाता है! बीटिंग रिट्रीट का आयोजन रायसिना हिल्स जो की राष्ट्रपति भवन के सामने हैं! वहां किया जाता है! बीटिंग रिट्रीट का आयोजन गणतंत्र दिवस समारोह के तीसरे दिन मतलब 29 जनवरी की शाम को किया जाता है!

इसमें थल वायु और नौसेना तीनों ही के बैंड पारंपरिक धुन बजाते हुए मार्च करते हैं! इसके आयोजन की मुख्य खास बात सरकारी भवनों को रोशनी से जगमगाते हुए तथा उसके साथ ही महात्मा गांधी जी के प्रिय धुन बजाई बजाई जाती है जो कि सबका मन मोह लेती है! इस प्रकार बीटिंग स्ट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है!

FAQs – People Also Asks – Republic Day Essay in Hindi

Q 1. गणतंत्र दिवस का मतलब क्या होता है? 

Ans. गणतंत्र दिवस यानि कि 26 जनवरी को भारत देश में भारत का संविधान लागु हुआ था इसलिए इसे 26 जनवरी यानि कि गणतंत्र दिवस के रूप में मानते हैं! अब आप सोच रहे होंगे की 26 जनवरी को ही क्यों? इसका उत्तर है 26 जनवरी  1930 में भारत पूर्ण स्वराज्य घोषित किया इसी लिए 26 जनवरी की तारीख को गणतंत्र दिवस मनाना तय किया गया!  

Q 2. गणतंत्र दिवस का इतिहास क्या है? 

Ans. गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी को भारत में सार्वजनिक अवकाश होता है! इस दिन में भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था! नए संविधान ने भारत सरकार अधिनियम 1935 को भारत के शासी दस्तावेज के रूप में बदल दिया था और राष्ट्र को ब्रिटिश राज से अलग एक गणतंत्र में बदल दिया गया! 

Q 3. 1947 से पहले 26 जनवरी को क्या कहा जाता था? 

Ans. इसका उत्तर है पूर्ण स्वराज्य दिवस!

Q 4. 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा कौन फहराता है? 

Ans. गणतंत्र दिवस को पूर्ण रूप से दिल्ली में राजपथ में मनाया जाता है! जहाँ पर राष्ट्रपति भारतीय झंडे को फहराते हैं! आज के समय में राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्य पथ रख दिया गया है! 

Q 5. तिरंगे का अपमान करने वाले में कौन सी धारा लगाई जाती है? 

Ans. तिरंगे का अपमान करने वाले लोगों के खिलाफ भारतीय ध्वज आचार संहिता 2002 व राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत कार्रवाई की जाती है जिसमें 3 साल की सजा व जुर्माने का प्रावधान है! 

उपसंहार (Republic Day Essay in Hindi)

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है! परंतु इस राष्ट्रीय त्योहार को मनाते वक्त हमें यह भी याद रखना होगा कि इस दिन को दिखाने के लिए कितने ही शुरु वीरों ने अपना बलिदान दिया है! उन शहीदों की स्मृति में हमारी आंखें नम हो जाती है और साथ ही हमारे देश को पूर्ण रूप से गणतंत्र होने की खुशी भी हमारे चेहरे पर लेकर आती है!

यह पर्व हमें यह सीख देता है कि हमें हमारे देश के प्रति ईमानदार, कृतज्ञ, और निष्ठावान रहना चाहिए! और हमारे देश के सुर वीरों के बलिदान को यूं ही व्यर्थ में नहीं जाने देना चाहिए! जिस तरीके से उन्होंने अपनी इस मातृभूमि के लिए अपने तन, मन, धन से बलिदान दे दिया हैं! उसी प्रकार हमें भी हमारी मातृभूमि के लिए तन मन धन से ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होना चाहिए!

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