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What is Blockchain Technology in Hindi | ब्लॉकचेन क्या है? कैसे काम करता है?

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नमस्कार दोस्तों, क्या आपको पता है की ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) और ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? आपने बिटकॉइन का नाम तो सुना होगा! यह एक क्रिप्टोकरेंसी यानी की डिजिटल पैसा है! बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी दरअसल ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर ही आधारित है! तो यदि आप ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi) जानना चाहते है तो इस पोस्ट में हमारे साथ अंत तक बने रहे!

अभी वर्तमान में 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 35 हजार अमेरिकी डॉलर यानी की 26 लाख भारतीय पैसा है! और एक समय था जब बिटकॉइन को कोई जानता भी नहीं था! और एक बिटकॉइन की कितम 2 से 3 रुपये हुआ करती थी!

बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी बहुत Secure मानी जाती है क्युकी इसके पीछे Blockchain Technology का उपयोग किया गया है! Blockchain Technology में बहुत सारे डाटा ब्लॉक्स होते है! और ये ब्लॉक्स एक दूसरे से जुड़े होते है और एक ब्लॉकचैन बनाते है!

तो चलिये आगे बढ़ते है और ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi) और इस टेक्नोलॉजी के फ़ायदे क्या है? विस्तार से जानते है!

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी से पहले ब्लॉकचैन को समझना जरुरी है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आखिर ब्लॉकचैन क्या है?

ब्लॉकचैन क्या है – What is Blockchain in Hindi

Blockchain in Hindi: ब्लॉकचैन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है! पहला Block और दूसरा Chain यानी की श्रृंखला! पहले शब्द ब्लॉक का मतलब ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में बहुत सारे डाटा ब्लॉक से होता है! इन सारे Data Blocks में Cryptography Technology का उपयोग करके डाटा को Encode किया जाता है! और ये ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े होते है और एक लम्बी चैन बनाते है!

प्रत्येक ब्लॉक में उसके पिछले ब्लॉक का एक क्रिप्टोग्राफ़िक हैश, एक टाइमस्टैम्प और लेन-देन डेटा होता है! और इस तरह हर एक ब्लॉक से संबधित डाटा उसके आगे वाले ब्लॉक में होता है! 

इसलिए एक बार डाटा इन ब्लॉक में रिकॉर्ड होने के बाद इस डाटा को डिलीट या फिर हटाया नहीं जा सकता!

ब्लॉकचेन तकनीक क्या है – What is Blockchain Technology in Hindi

Blockchain Technology in Hindi: ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी एक बहुत पुरानी टेक्नोलॉजी है! इस तकनीक को सबसे पहले 1991 में स्टुअर्ट हैबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटा द्वारा समझाया गया! ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का मुख्य उदेश्य Digital Documents को Timestamp करना था! ताकि कोई इसके साथ छेड़छाड़ या इसमें बदलाव ना कर सकें!

2009 में एक रहस्य्मय जापानी व्यक्ति सतोशी नाकामोतो ने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बिटकॉइन का आविष्कार किया! और तब से ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी बहुत ज्यादा चर्चा का विषय बन चूका है!

ब्लॉकचैन कैसे काम करता है – How Blockchain Works in Hindi

अभी तक Blockchain Kya Hai और Blockchain Technology Kya Hai जानने के बाद आप सोच रहे होंगे की आखिर ब्लॉकचैन कैसे काम करता है? तो चलिए जानते है!

ब्लॉकचैन में कई Block होते है और इन Blocks में Data जैसे की पिछले ब्लॉक का हैश (Prev_Hash) टाइमस्टैम्प (Timestamp) और लेनदेन का डेटा (Transaction Data) स्टोर होता है! इसके बाद ये बहुत सारे ब्लॉक, Nodes जो की Computes या फिर Servers होते है में Store होते है!

अब एक Blockchain में सभी Nodes एक दूसरे से जुड़े होते है! और ये लगातार नये डाटा ब्लॉक को एक दूसरे के साथ आदान प्रदान करते है ताकि सभी Nodes नवीनतम डाटा के साथ Up to Date रहें!

आसान भाषा में कहे तो, ब्लॉकचैन एक ऐसा बहीखाता है या फिर बहीखाते की तरह कार्य करता है जो वितरित मतलब की Distributed होता है! और जिसके हर नोड के पास नवीनतम डाटा की अपडेटेड कॉपी होती है! और जब भी कोई नयी ट्रांजेक्शन होती है तो नया डाटा ब्लॉक सभी नोड्स द्वारा स्वीकारा जाता है जिससे सभी नॉड्स के पास ब्लॉकचेन के लेनदेन इतिहास की पूरी प्रति होती है!

लेकिन नया डाटा ब्लॉक तब स्वीकारा जाता है जब ब्लॉकचैन के सारे Nodes यानी की Pairs एक Agreement को राजी होते है!

ब्लॉकचेन तकनीक के फ़ायदे – Benefits of Blockchain in Hindi

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के आने वाले भविष्य में अनेको फ़ायदे है! यह अद्भुद टेक्नोलॉजी सुरक्षा, हमारे अस्पताल और पुरे बैंकिंग सिस्टम को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखती है!

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फ़ायदे निम्नलिखित है!

👉 सुरक्षा (Security)

यह एक बहुत ही सुरक्षित तकनीक है और ब्लॉकचैन में रखे डाटा को चुराना हैकर के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है क्युकी किसी भी तरह के ट्रांसेक्शन के लिए सभी नोड्स में पहले एग्रीमेंट होता है! 

हर एक लेन-देन Cryptography Technique से Encrypt होता है! और साथ ही प्रत्येक Block के बिच में हैशिंग तकनीक का उपयोग करके लिंकिंग होती है!

👉 पारदर्शिता (Transparency)

ब्लॉकचैन में एक बार ट्रांसेक्शन वेरीफाई होने के बाद जब डाटा इन ब्लॉक में रिकॉर्ड हो जाता है! उसके बाद डाटा को डिलीट या फिर हटाया नहीं जा सकता है इससे डाटा की पारदर्शिता बनी रहती है! और इसके साथ ही नेटवर्क में सभी नोड्स नवीनतम डाटा के साथ Up to date रहते है!

👉 कम लागत (Low Cost)

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में किसी तीसरे व्यक्ति यानी की Third-parties की आवश्यकता नहीं होती है! उदहारण के लिए दो अलग अलग बैंको के बिच में RBI (Reserv Bank of India). इसे ही ट्रस्ट स्थापित करने के लिए किसी भी तरह के कोई नियम और कानून बनाने की जरुरत नहीं होती है! 

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का भविष्य में उपयोग –  Blockchain Technology Future Use in Hindi

अभी के समय में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग Cryptocurrency जैसे की Bitcoin इत्यादि में किया जा रहा है! लेकिन भविष्य में इस तकनिकी का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है!

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस हिंदी आर्टिकल में हमने ब्लॉकचैन क्या है? (Blockchain Kya Hai) और ब्लॉकचेन तकनीक क्या है? (What is Blockchain Technology in Hindi), ब्लॉकचैन कैसे काम करता है? इस टेक्नोलॉजी के फ़ायदे और साथ ही ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का भविष्य में उपयोग के बारे में विस्तार से जाना!

उम्मीद है आपको इस आर्टिकल से ब्लॉकचैन के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! जानकारी अच्छी लगी तो पोस्ट को जरूर लाइक करें और ऐसे ही इंफोर्मटिव जानकारी सबसे पहले प्राप्त करने के लिए हमारे इस ब्लॉग को निचे दाई ओर दिख रहे लाल घंटी 🔔 को दबाकर अवश्य सब्सक्राइब करें!

हमारी यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!

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