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विशेषण के कितने भेद होते हैं? (विशेषण की परिभाषा) Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain

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नमस्कार दोस्तों, आज के इस हिंदी ब्लॉग में हम हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषय विशेषण किसे कहते है और विशेषण के कितने भेद होते है? (Visheshan ke kitne bhed hote hai) के बारे में विस्तार से जानेंगे! इसके साथ ही इस ब्लॉग में हम विशेषण के सभी प्रकार और उनके उदाहरण के बारे में विस्तारपूर्वक जानेंगे!

हिंदी व्याकरण में संज्ञा एवं सर्वनाम के बाद विशेषण भी व्याकरण का एक प्रमुख अंग होता है! मुख्यतः किसी भी वाक्य में उपस्थित संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता दर्शाने वाले शब्द ही विशेषण होते है!

इससे पिछले ब्लॉग में हमने वाक्य की परिभाषा और वाक्य कितने प्रकार के होते हैं? के बारे में बताया था! हिंदी भाषा में शब्द और वाक्यों के माध्यम से ही भाषा का उच्चारण किया जाता है! 

तो चलिए बिना किसी देरी के इस आर्टिकल को शुरू करते है और हिंदी व्याकरण में विशेषण किसे कहते है और विशेषण कितने प्रकार के होते है? (Visheshan kitne parkar ke hote hai) विशेषण के भेद (Visheshan Ke Kitne Bhed Hote Hain) और उनके उदाहरण के बारे में विस्तार से जानते है! 

विशेषण किसे कहते है – Visheshan Kise Kahte Hain

Visheshan in Hindi: हिंदी व्याकरण में किसी भी वाक्यों में उपस्थित संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता दर्शाने वाले शब्द विशेषण कहलाते है! अर्थात विशेषण संज्ञा शब्दों का पूर्ण रूप से विस्तार करते है!

विशेषण संज्ञा की विशेषता रंग, रूप, अवस्था, स्थिति, के आधार को दर्शाते है!

विशेषण के उदाहरण 

विशेषण के कितने भेद होते हैं – Visheshan Ke Kitne Bhed Hote

मुख्यतः विशेषण के चार भेद होते हैं जो इस प्रकार निम्नलिखित हैं;

  1. गुणवाचक विशेषण 
  2. संख्यावाचक विशेषण
  3. परिणाम वाचक विशेषण 
  4. सार्वनामिक विशेषण

1). गुणवाचक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में वह विशेषण शब्द जो वाक्य में उपस्थित संज्ञा और सर्वनाम के गुण, रंग और रूप,दोष, अवस्था, स्पर्श, स्वाद, गंध आदि का बोध कराता है गुणवाचक विशेषण कहलाता है!

कारक के कितने भेद होते है?

संज्ञा या सर्वनाम के गुण का पता कई अलग अलग प्रकार के शब्दों से चलता है!

गुणवाचक विशेषण का क्षेत्र विस्तृत है जिसे हम उदाहरण के माध्यम से जान सकते है!

जैसे:

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण

ऊपर दिए गए उदाहरणों में सुशील, मद्रासी, उत्तर दिशा, सुंदर, खूबसूरत इत्यादि वाक्य में लिखे गए शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता अर्थात गुण का बोध करा रहे है, इसीलिए यह गुण वाचक विशेषण है!

2). संख्यावाचक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में वह विशेषण शब्द जिसे संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध हो संख्यावाचक विशेषण कहलाता है! 

संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण 

ऊपर दिए गए उदाहरणों में लिखें विशेषण शब्दों से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का पता चल रहा है जो कि निश्चित या अनिश्चित हो सकती है!

मुख्यतः संख्यावाचक विशेषण के दो भेद होते हैं जो की इस प्रकार निम्न है!

  1. निश्चित संख्यावाचक विशेषण
  2. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

1). निश्चित संख्यावाचक विशेषण

ऐसे शब्द जिनके लिखे होने से निश्चित संख्या का पता चलता हो निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहलाते है!

निश्चित संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण 

1, 283, 1000, 1550, 2222 इत्यादि!

2). अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

हिंदी व्याकरण में ऐसे शब्द जिनके लिखे होने से निश्चित संख्या का पता ना चलता हो अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहलाते है!

अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण 

बहुत अधिक, कई, सब, अनेक, जितने भी इत्यादि!

3). परिणाम वाचक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में वह विशेषण शब्द जिससे किसी भी वस्तु की मात्रा का अनुमान लगाया जा सके अर्थात वस्तु की नापतोल का पता चलता हो वह विशेषण शब्द परिणाम वाचक विशेषण कहलाता है!

परिणाम वाचक विशेषण के उदाहरण 

मुख्य रूप से परिणाम वाचक विशेषण के दो उप भेद होते है जो इस प्रकार निम्न है;

1). निश्चित परिणाम बोधक विशेषण

हिंदी व्याकरण में वह विशेषण शब्द जिससे किसी वस्तु की एक निश्चित मात्रा का पता चलता है! निश्चित परिणाम बोधक विशेषण कहलाता है!

निश्चित परिणाम बोधक विशेषण के उदाहरण 

2 किलो दाल, 1 लीटर दूध, दो सौ ग्राम चीनी इत्यादि!

2). अनिश्चित परिणाम बोधक विशेषण

इससे किसी भी वस्तु की मात्रा का निश्चित पता ज्ञात नहीं हो पाता है अनिश्चित परिणाम बोधक विशेषण कहलाता है!

अनिश्चित परिणाम बोधक विशेषण के उदाहरण 

थोड़ा पानी, कुछ किलो दूध, थोड़ा दाल इत्यादि!

4). सार्वनामिक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में वह सर्वनाम शब्द जो वाक्य में संज्ञा से पहले आकर उस संज्ञा शब्द की विशेषता का बोध कराये और विशेषण के तरह कार्य करें, सर्वनामिक विशेषण कहलाते है! 

उस, इस, यह, वह, हमारा, मेरा, तेरा इत्यादि जैसे शब्द सार्वनामिक विशेषण हैं!

सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण 

ऊपर दिए गए उदाहरणों में जो सर्वनाम के शब्द संज्ञा से पहले लिखे हैं तथा संज्ञा की विशेषता बता रहे हैं सभी सर्वनामिक विशेषण के रूप है!

विशेषण के मुख्यतः चार भेंदों के अलावा अन्य कुछ उपभेद भी होते हैं जो इस प्रकार निम्न है;

1). व्यक्तिवाचक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में वे विशेषण शब्द जो व्यक्ति वाचक शब्दों से बनकर संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध करते है! व्यक्तिवाचक विशेषण कहलाते है! जैसे भारतीय, पश्चिमी, बंगाली इत्यादि!

व्यक्तिवाचक विशेषण के उदाहरण 

दिए गए उदाहरणों में बंगाली, बनारसी, मराठी, भारतीय इत्यादि शब्द व्यक्तिवाचक विशेषण के रूप है जो  यहां  संज्ञा की विशेषता बता रहे हैं!

2). तुलनाबोधक विशेषण किसे कहते है?

हिंदी व्याकरण में जिस शब्द से दो या दो से अधिक व्यक्ति या वस्तुओं की तुलना करके विशेषता बताई जाती हो, तुलनाबोधक विशेषण कहलाते है!

तुलनाबोधक विशेषण के उदहारण

निष्कर्ष – Conclusion

तो आज के इस हिंदी ब्लॉग में हमने महत्वपूर्ण विषय विशेषण किसे कहते है और विशेषण के कितने भेद होते है? (Visheshan ke kitne bhed hote hai) के बारे में जाना! साथ ही हिंदी व्याकरण में विशेषण कितने प्रकार के होते हैं? (Visheshan Kitne Parkar Ke Hote Hai) और विशेषण के उदाहरण के बारे में विस्तारपूर्वक जाना!

उम्मीद करते है आपको इस पोस्ट को पढ़कर हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण अंग यानी की विशेषण के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! और विशेषण विषय से संबंधित कोई सवाल, विचार को निचे कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताये!

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