क्या आपको पता है की एसईओ कितने प्रकार का होता हैं? (SEO Types in Hindi). पिछले ब्लॉग में हमने SEO क्या होता है? के बारे में जाना था! आज के इस लेख में हम SEO के कितने प्रकार होते है? (SEO Kitne Prakar ka hota hai) और साथ ही एसईओ फेक्टर्स क्या क्या होते है? (Best SEO Fectors in Hindi) के बारे में बताने वाले है!
किसी भी वेबसाइट को सर्च इंजन पर टॉप रैंकिंग और वेबसाइट पर अधिक आर्गेनिक ट्रैफिक लाने के लिए वेबसाइट का एसईओ करना बहुत जरुरी होता है!
एसईओ का फूल फॉर्म सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन होता है! और यह किसी भी ब्लॉग या फिर वेबसाइट की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने की एक प्रक्रिया होती है!
आज के समय में 90% लोग किसी भी समस्या, समाधान, सुझाव या फिर कुछ खरीदारी के लिए चीजे Internet पर ऑनलाइन सबसे पहले गूगल या फिर अपने किसी पसंदीदा सर्च इंजन में ढूढ़ते है!
इसलिए आपकी वेबसाइट में जो भी आर्टिकल लिखे गए हैं सभी में SCO अच्छी होनी चाहिए ताकि रैंकिंग में आपकी पोस्ट गूगल के पहले पेज में आए!
तो ऐसे में यदि आप एक ब्लॉगर है या फिर ऑनलाइन अपना बिज़नेस करते है तो आप जरूर चाहेंगे की आपकी वेबसाइट सर्च इंजन के पहले पेज में रहे मतलब की ब्लॉग टॉप रैंक करें!
ताकि आपके वेबसाइट में अधिक से अधिक आर्गेनिक ट्रैफिक आये और आपका बिज़नेस और साथ ही आपकी इनकम लगातार बड़े!
इसलिए सर्च इंजन में टॉप रैंक हासिल करने के लिए आपको अपने वेबसाइट का बेहतर SEO करना जरुरी होता है! और आप अपने वेबसाइट को बहुत अच्छे से SEO तब कर सकते है जब आपको SEO के कितने प्रकार होते है? के बारे में अच्छे से जानकारी हो!
तो चलिये बिना किसी देरी के आज के इस ब्लॉग में SEO कितने प्रकार का होता हैं? (SEO Types in Hindi) और साथ ही एसईओ फेक्टर्स क्या क्या होते है? (Best SEO Fectors in Hindi) जानते है!
किसी Website पर Traffic बढ़ाने के लिए एसईओ करना बहुत आवश्यक होता है!
और किसी वेबसाइट का एसईओ करने का मतलब होता हैं की उस वेबसाइट को हम कितने प्रकार से और कौन कौन से तरीको से सर्च इंजन के अनुकूल बना सके ताकि अधिकतर लोगो को इंटरनेट में किसी जानकारी को सर्च करने पर हमारी वेबसाइट सबसे पहले मिले!
एसईओ के प्रकार – Types of SEO in Hindi
मुख्यता SEO 3 प्रकार का होता हैं!
- टेक्निकल एसईओ
- ऑन-पेज एसईओ
1). टेक्निकल एसईओ (Technical SEO)
किसी ब्लॉग में SEO (Search Engine Optimization) करने में सबसे पहले Technical SEO आता हैं! Technical SEO की मदद से आपके वेबसाइट की Readability improve होती है!
ताकि Google का क्रॉलर आपकी वेबसाइट को क्रॉल कर सके और बड़ी आसानी से समझ सके जिससे सर्च इंजन आपकी वेबसाइट को एक अच्छे High Quality साइट के रूप में दिखाता है!
वैसे Technical SEO को आप इसके नाम “Technical “से ही समझ सकते हैं! की अपनी वेबसाइट को टेक्निकली Optimize करना अर्थात वो सारे Fectors जो Technical SEO में आते हैं!
जैसे – वेबसाइट की स्पीड, सर्वर कॉन्फ़िगरेशन और सिक्योरिटी इत्यादि पर काम करना और उन्हें अच्छे से improve करना ही टेक्निकल SEO कहलाता हैं!
विशेष रूप से Technical SEO आपके पुरे वेबसाइट के Structure को Improve करने की strategy होती हैं।
Technical SEO Fectors in Hindi
Technical SEO निचे दिए गए SEO Fectors पर आधारित होता हैं। जैसे-
- website architecture
- website Speed
- Security such as SSL
- Indexing
- Crawlability
- Structured data
- Mobile-friendly
अतः Technical SEO में हमें अपने वेबसाइट के architecture, Server की Speed , Security आदि पर अच्छे से काम करना होता है!
2). ऑन-पेज एसईओ (On-Page SEO)
Technical SEO पर काम करने के बाद हम जानते है एसईओ के दूसरे प्रकार को On-page SEO कहा जाता हैं! और जानते हैं की यह क्या होता है What is On Page SEO in Hindi? तथा हम कैसे On page SEO कर सकते हैं? On Page SEO kese karte hai?
On-page SEO का मतलब अपने वेबसाइट के Page, Post, Blog अथवा Article को Optimize करना होता हैं! यह आपके वेबसाइट के पेज की सर्च इंजन ranking को improve करता हैं!
On Page SEO Fectors in Hindi
On-Page SEO भी कुछ महत्वपूर्ण फेक्टर्स पर आधारित होता हैं। जैसे-
- Keyphrase
- Text Length
- Title Tag
- Meta description
- headlines
- Header Tag
- Content
- Image Optimization
- Keyphrase
- Text Length
- Internal Links
- Outbound Links
यह भी जानिये :
- Bloggers के लिए Best Free Keyword Research Tools 2020
- SEO क्या होता हैं? SEO (Search Engine Optimization) कैसे करते हैं?
3). ऑफ-पेज एसईओ (Off Page SEO)
एक Blogger को अपने ब्लॉग में Technical SEO और On Page SEO के साथ साथ Off page SEO का बहुत ज्यादा ध्यान रखना होता हैं! Off page SEO का मतलब हमारे वेबसाइट के outside से लिए गए उन सभी Action से होता हैं जो हमारी website की ranking और domain कि authority को बढ़ाती हैं!
ऑफ पेज एसईओ पूरी तरह से आपके Control में नहीं होता हैं! यह आपके वेबसाइट के दूसरे वेबसाइट से links पर निर्भर होता हैं! जैसे यदि आपका ब्लॉग बहुत अच्छा होगा तो दूसरे लोग अपने रीडर्स को आपके ब्लॉग का Link suggest करते हैं! इसलिए Off page SEO गूगल को यह बताता हैं की अन्य ब्लॉग आपके Website के बारे में क्या विचार रखते हैं!
वास्तव मे आपके आर्टिकल को शेयर करना भी Off page SEO में शामिल होता हैं क्यूकि यह भी आपके वेबसाइट के लिए लिंक generate करता हैं!
Off Page SEO Fectors
अन्य की तरह Off-Page SEO भी निचे दिए गए कुछ महत्वपूर्ण फेक्टर्स पर आधारित होता हैं! जैसे-
- Link Building
- Backlinks
- Social Media Power
- Guest Posting is Still talk of Town
- Building Trust
- Building Relationships with webmasters
- Be Present on the Internet
- Positive User Comments
Conclusion [ निष्कर्ष ]
आज के इस ब्लॉग में हमने जाना की असल में एसईओ कितने प्रकार का होते हैं SEO Types in Hindi और SEO के टाइप्स के आधार पर SEO Fectors कौन कौन से होते हैं!
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पूरा पोस्ट पढ़ने हेतु आपका बहुत बहुत धन्यवाद!
Sir Black Hat SEO नहीं है क्या SEO का प्रकार… मैने इसके बारे में बहुत सुना है
Ganesh, aapne seo par bohot hi badhiya article likha hai, muzhe Digital marketing me aapna carrier banana hai. Aapke article ki wajh se jan paya ki seo kya hota hai?
Thank you for sharing this article
nice article sir ji