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हिंदी व्याकरण के अनुसार – संज्ञा, उसके भेद और उदाहरण (Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain)

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नमस्कार दोस्तों, आज के इस हिंदी ब्लॉग में हम संज्ञा किसे कहते है? (Sangya Kya Hai) और हिंदी व्याकरण के अनुसार संज्ञा के कितने भेद होते हैं? (Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain) के बारे में विस्तार से बताने वाले है इसके साथ ही हम इस ब्लॉग में संज्ञा के प्रकार और उदाहरण के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे!

संज्ञा हिंदी व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और इसे हिंदी भाषा का एक प्रमुख आधार भी माना जाता है! किसी भी वस्तु, स्थान, प्राणी, धर्म, गुण सभी संज्ञा के ही रूप है! 

इससे पिछले ब्लॉग में हमने वर्ण की परिभाषा और वर्ण के कितने भेद होते हैं? के बारे में आपको बताया था! 

भारत देश की मातृभाषा यानी हिंदी को समझने और सीखने के लिए हिंदी भाषा के सभी महत्वपूर्ण भागों जैसे की संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, वाक्य और वर्ण आदि का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है!

तो चलिए बिना किसी विलम्ब के आज के इस लेख में हम हिंदी व्याकरण में संज्ञा किसे कहते है? (Sangya Kya Hai) संज्ञा के भेद उदाहरण सहित (Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain), संज्ञा के प्रकार और उदाहरण के बारे में विस्तार से जानते है!

संज्ञा किसे कहते है? – Sangya Kise Kahte hai in Hindi

Sangya Kya Hai: हिंदी व्याकरण में किसी भी वस्तु, व्यक्ति, प्राणी, स्थान, धर्म, गुण, जाति, और क्रिया आदि के नाम को संज्ञा कहते है! अर्थात जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव तथा प्राणी के नाम का बोध हो संज्ञा कहलाता है!

साधारण शब्दों में 

“संसार की जो भी रचनाएँ हैं, जैसे-प्राणी, गुण, धर्म, वस्तु, स्थान आदि, प्रत्येक को कोई न कोई नाम दिया गया है, नाम से ही जीव, स्थान, धर्म, क्रिया आदि के पहचान होती है और हिन्दी व्याकरण में इन्हीं नामों को संज्ञा कहते हैं।”

संज्ञा के उदाहरण वाक्य:

इस प्रकार संज्ञा के उदाहरण पहचान सकते है!

संज्ञा कितने प्रकार के होते है? – Sangya Ke Kitne Bhed Hai in Hindi

हिंदी व्याकरण में मुख्यतः संज्ञा को दो आधार पर विभाजित किया गया है जो इस प्रकार निम्न है!

  1. व्युत्पत्ति के आधार पर
  2. अर्थ के आधार पर

1). व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा के भेद

व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा के तीन भेद होते हैं जो की निम्नलिखित है: 

1). यौगिक संज्ञा किसे कहते है?

यौगिक संज्ञा की परिभाषा: एक या एक से अधिक सार्थक शब्दों के मेल से संज्ञा बनती है यौगिक संज्ञाएँ कहलाते है! 

उदाहरण 

हिमखंड एक यौगिक संज्ञा है क्यूंकि यदि हिमखंड के शब्दों ‘हिम’ और ‘खंड’ को अलग करते है तो देखते है कि ये दोनों सार्थक शब्द है, अर्थात् इनका अर्थ है! 

इसी प्रकार पाठशाला, हिमालय, मधुशाला आदि यौगिक संज्ञाएँ है!

2). रूढ़ संज्ञा (Common noun) किसे कहते है?

रूढ़ संज्ञा की परिभाषा: वे संज्ञाएँ जिनके शब्दों को अलग करने पर कोई अर्थ नहीं रह जाता है! वे रूढ़ संज्ञा कहलाते है! 

उदाहरण 

घर, अगर घर के घ और र  को अलग करे तो उसका कोई अर्थ नहीं रह जाता है! 

इसी प्रकार खाना के अगर खा और ना को अलग करें तो उसका कोई अर्थ नहीं रह जाता है! 

अर्थात वे संज्ञा वे संज्ञाएं जिनके प्रत्येक खंड निरर्थक होते है,रूढ़ संज्ञा के रूप में जाने जाते है!

3). योगरूढि संज्ञा(Compound noun) किसे कहते है?

योगरूढि संज्ञा की परिभाषा: वे संज्ञाएं जिनका कोई विशेष अर्थ होता है या वे संज्ञाएं जो अपने खंडो को छोड़कर दूसरा अर्थ देते है, योगरूढ़ संज्ञा कहलाते है! 

उदाहरण 

जलज, यदि जलज का खंड किया जाए तो ‘जल’ और ‘ज’ सार्थक है!

यहां जल का मतलब पानी से है और ज का अर्थ जन्म से है, जिसका अर्थ हुआ पानी में जन्मा! पानी में कई जीव जंतु जन्म लेते है लेकिन यहां जलज का अर्थ कमल हो!

2). अर्थ के आधार पर संज्ञा के भेद 

हिंदी व्याकरण में अर्थ के आधार पर संज्ञा के मुख्यतः पांच भेद होते हैं जो इस प्रकार निम्न है;

1). व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) किसे कहते है?

वह संज्ञा जिसमे किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु और स्थान के नाम का बोध हो व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाता है!

व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण

2). जातिवाचक संज्ञा (Common noun) किसे कहते है?

जिस शब्द में किसी जीव या वस्तु की समस्त जाति का बोध होता है,उन शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है!

जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य

लड़का, लड़की, हिमालय, पर्वत, बिल्ली आदि!

जातिवाचक संज्ञा के मुख्यतः दो भेद होते है 

3). द्रव्यवाचक संज्ञा (mass noun) किसे कहते है?

जिस शब्दों में किसी धातु, द्रव्य, सामग्री, पदार्थ आदि का बोध होता हो, उन शब्दों को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है! 

द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य

4). समूहवाचक संज्ञा (Collective nouns) किसे कहते है?

जिन संज्ञा शब्दों से किसी अकेले व्यक्ति का बोध न होकर पुरे समूह/समाज का बोध होता हो, वह समूह वाचक/समुदायवाचक संज्ञा कहलाते है!

समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य

5). भाववाचक संज्ञा (Abstract noun) किसे कहते है?

जिस संज्ञा शब्द में किसी प्रकार के पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, भाव या दशा, धर्म आदि का बोध हो, भाववाचक संज्ञा कहलाते है! 

भाववाचक संज्ञा के प्रकार वाक्य

संज्ञा की पहचान क्या होती है? – Sangya Ki Pehchan Kya Hai

कुछ संज्ञा शब्द प्राणीवाचक होता है, तो कुछ शब्द अप्राणिवाचक, कुछ शब्द गणनीय होती है तो कुछ शब्द अगणनीय होते है!

प्राणीवाचक:

जिससे किसी सजीव वस्तु का बोध हो जिसमे प्राण हो!

जैसे: लड़का, लड़की, रमेश, भैंस, चिड़िया आदि!

अप्राणिवाचक:

जिस वस्तु, में प्राण न हो

जैसे: किताब, गाड़ी, नदी, मकान, पानी आदि!

गणनीय:

जिस व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ आदि की संख्या ज्ञात की जा सकती है, उसकी गणना की जा सकती है!

जैसे: पुस्तक, पेंसिल, केले, पेड़, आदमी आदि! 

अगणनीय:

जिस व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ आदि की गणना नहीं की जा सकती है। उसकी संख्या ज्ञात नहीं की जा सकती है!

जैसे: दूध, पानी, हवा, आदि!

निष्कर्ष – Conclusion

आज इस हिंदी लेख में हमनें हिंदी व्याकरण के बहुत ही अहम भाग संज्ञा की परिभाषा और संज्ञा के कितने भेद होते है? (Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain) के बारे में आपको बताया इसके साथ ही संज्ञा के सभी प्रकारों और उनके उदाहरण को समझाने के कोशिश की!

उम्मीद करते है आपको इस पोस्ट से संज्ञा से संबंधित जानकारी प्राप्त हुवी होगी और आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी!

आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी हमे कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताये और यह लेख को सोशल मिडिया (व्हाट्सप, इंस्टाग्राम, ट्विटरपर शेयर जरूर करे! 

हमारी यह पोस्ट को पढ़ने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद!

स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें और अपनों का ख्याल रखें!

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