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PGDM Full Form in Hindi: पीजीडीएम कोर्स क्या है? कोर्स कैसे करें? (PGDM Course Details)

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Hello दोस्तों, आज के इस हिंदी लेख में हम PGDM Full Form, पीजीडीएम कोर्स क्या है? (PGDM Course Kya Hai) पीजीडीएम कोर्स कैसे करें? बारे में आपको जानकारी देने वाले है!

इसके साथ ही इग्नू से पीजीडीएम कोर्स कैसे करें?, पीजीडीएम कोर्स पाठ्यक्रम, PGDM Course Fees, एमबीए और पीजीडीएम में अंतर और सैलरी के बारे में विस्तार से बताने वाले है!

यदि आप अभी 12वी के छात्र है या फिर आप 12वी पास कर चुके है और साथ ही आप बिज़नेस, मार्केटिंग और प्रबंधन यानी की मैनेजमेंट के क्षेत्र में रूचि रखते है तो आपके लिए पीजीडीएम कोर्स बहुत ही फायदेमंद होने वाला है! 

PGDM कोर्स में आपको वित्तीय, व्यवसाय और मैनेजमेंट के सभी विषयों का अध्ययन विस्तार से कराया जाता है! इसके साथ ही इस कोर्स के पाठ्यक्रम को छात्रों में वैश्विक स्तर के कौशल और क्षमताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है! 

तो चलिए इस पोस्ट को आगे बढ़ाते है और PGDM Full Form, पीजीडीएम कोर्स क्या है? (PGDM Course Kya hai), इग्नू से पीजीडीएम कोर्स कैसे करें? और पीजीडीएम कोर्स प्रवेश परीक्षा (PGDM Course Entrance Exams ) के बारे में विस्तार पूर्वक जानते है!

पीजीडीएम का फुल फॉर्म क्या है – PGDM Full Form

PGDM Full Form: पीजीडीएम का फुल फॉर्म Postgraduate Diploma in Management होता है!

यह AICTE (All India Council for Technical Education) द्वारा एक मान्यता प्राप्त डिप्लोमा कोर्स होता है!

PGDM Full Form in Hindi: पीजीडीएम का हिंदी में फुल फॉर्म यानि की अर्थ प्रबंधन में ‘स्नाकोत्तर डिप्लोमा‘ होता है!

पीजीडीएम कोर्स क्या है? – PGDM Course Kya Hai

PGDM Course Kya Hai: पीजीडीएम प्रबंधन के क्षेत्र में किया जाने वाला स्नाकोत्तर डिप्लोमा कोर्स होता है! जिसके अंतर्गत व्यवसायिक प्रबंधन से संबंधित पाठ्यक्रम (व्यापार, मानव संसाधन, वित्त, अर्थव्यवस्था और संचार प्रबंधन आदि)का अध्ययन कराया जाता है! 

पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को PGDM कहे जाने का यह तात्पर्य होता है कि जब कोई संस्थान एक स्वायत्त निकाय यानि की किसी विश्वविद्यालय से संबद्ध नहीं हो और प्रबंधन पाठ्यक्रम उपलब्ध करता है तो ऐसे संस्थान एमबीए की डिग्री प्रदान नहीं कर सकते हैं!

स्वायत्त संस्थान विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का पालन करने के बजाय अपना स्वयं का पाठ्यक्रम तैयार करते हैं!

पीजीडीएम कोर्स के अंतर्गत टीम वर्क, कम्युनिकेशन स्किल्स, योजना रणनीति आदि पहलुओं पर फोकस किया जाता है! 

पीजीडीएम कोर्स शैक्षिक योग्यता – PGDM course qualification

PGDM course को करने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता इस प्रकार है!

पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन कैसे लें – PGDM Course Admission Process

PGDM प्रोग्राम में प्रवेश करने के लिए छात्र को अपनी शैक्षिक योग्यता को कोर्स के Requirement के अनुसार क्रिएट करना होता है इसके बाद ही पीजीडीएम कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है!

बारहवीं कोई एक स्ट्रीम से उत्तीर्ण करें!

यदि आप पीजीडीएम कोर्स यानि की मेनेजमेंट के फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा करना चाहते है! इसके लिए सबसे पहले आपको किसी एक स्ट्रीम से अपना बारहवीं करना होता है!

ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की हो!

यह आवश्यक होता है की पीजीडीएम प्रोग्राम में एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स को ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रीम के साथ पूरा करना होता है! आपको बता दे आप ग्रेजुएशन के अंत वर्ष में पीजीडीएम कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है!

पीजीडीएम प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करें!

पोस्टग्रेजुएशन डिप्लोमा इन मेनेजमेंट कोर्स में प्रवेश के लिए पीजीडीएम एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होता है! यह परीक्षाएं राष्ट्रीय और स्टेट लेवल पर आयोजित की जाती है! परीक्षा के लिए आवेदन ऑनलाइन कर सकते है! 

इस प्रकार आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है और एग्जाम को क्लियर करना होता है! परीक्षा में प्राप्त किये गए रैंक के आधार पर आपको यूनिवर्सिटी उपलब्ध कराया जाता है!

इंटरव्यू

आईआईएम यूनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद छात्र को ग्रुप डिस्कशन और लिखित क्षमता परीक्षण में भाग लेना होता है!

इसके अलावा कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लिया जाता है! इस प्रकार सभी स्कोर को काउंट किया जाता है! तब आईआईएम कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है!

प्रत्येक पीजीडीएम यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रोसेस के रूल्स अलग अलग होते है!

पीजीडीएम कोर्स समय अवधि – PGDM course duration

यह 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स होता है! इस समय अवधि में सेमेस्टर के आधार पर पाठ्यक्रम का अध्ययन किया जाता है!

पीजीडीएम कोर्स पाठ्यक्रम – PGDM Course Syllabus in Hindi

PGDM course subjects: प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम में कई अलग अलग विषयो का अध्ययन किया जाता है और उनमे से छात्र अपनी रूचि के अनुसार विषयो को चुन सकते है!

PGDM पाठ्यक्रम अनिवार्य विषयों और वैकल्पिक विषयों पर आधारित होता है! सेमेस्टर के आधार पर पीजीडीएम कोर्स पाठ्यक्रम इस प्रकार है!

पीजीडीएम पहला सेमेस्टर विषय – First Semester PGDM Course Subjects

पीजीडीएम दूसरा सेमेस्टर विषय – Second Semester PGDM Course Subjects

पीजीडीएम तीसरा सेमेस्टर विषय – Third Semester PGDM course subjects

पीजीडीएम चौथा सेमेस्टर विषय – Forth Semester PGDM Course Subjects

PGDM के लिए एंट्रेंस एग्जाम – PGDM Course Entrance Exams

पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन मेनेजमेंट कोर्स में प्रवेश हेतु देश में नेशनल और स्टेट और यूनिवर्सिटी स्तर पर कई अलग अलग एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है! जो इस प्रकार है!

  1. CAT 
  2. XAT
  3. GMAT
  4. CMAT
  5. ATMA
  6. NMAT

CAT

इसका फुल फॉर्म “Common Admission test” होता है! यह परीक्षा को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) द्वारा आयोजित किया जाता है! 

CAT परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम होता है! इसमें क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, लॉजिकल रीजनिंग, वर्बल एबिलिटी और रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन से संबंधित सवाल पूछे जाते है!

XAT

इसका फुल फॉर्म “Xavier Aptitude test” होता है! यह एक टॉप नेशनल लेवल मेनेजमेंट एंट्रेंस एग्जाम होता है! XAT एग्जाम को जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित किया जाता है! 

GMAT

इसका फुल फॉर्म “Graduate Management Aptitude Test” होता है! यह परीक्षा को स्नातक प्रबंधन प्रवेश परिषद [जीएमएसी] द्वारा आयोजित किया जाता है! इस परीक्षा में विश्लेषणात्मक लेखन मूल्यांकन, मात्रात्मक, मौखिक सवाल पूछे जाते है!

CMAT

इसका पूरा नाम “Common Management Admission Test” है! यह एग्जाम को नेशनल टेस्ट एजेंसी द्वारा आयोजित किया जाता है! 

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद [एआईसीटीई] द्वारा प्रबंधन और व्यावसायिक संस्थानों में प्रवेश हेतु राष्ट्रीय स्तर के यह परीक्षा को स्वीकृत किया जाता है !

ATMA

इसका फुल फॉर्म “AIMS Test for Management Admissions” होता है! यह परीक्षा मानव संसधान विकास मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त है और ATMA एग्जाम को  एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमेंट स्कूल द्वारा प्रबंधन कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु आयोजित किया जाता है! 

NMAT

सका फुल फॉर्म “NMIMS Management Aptitude Test” होता है! यह एग्जाम को नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज [एनएमआईएमएस] द्वारा आयोजित किया जाता है! NMAT एग्जाम प्रबंधन कोर्स में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संचालित की जाती है!

पीजीडीएम कोर्स फीस – PGDM Course Fees

पीजीडीएम कोर्स की फीस लगभग सालाना 3 से 12 लाख हो सकती है! यह फीस अलग अलग यूनिवर्सिटी में अलग अलग होती है! 

एमबीए और पीजीडीएम में अंतर – Difference Between MBA vs PGDM Course

तो चलिए अब पीजीडीएम और एमबीए के बीच का अंतर जान लेते है!

S.No MBA Course PGDM Course
1.एमबीए का पूरा नाम ‘मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन‘ होता है!पीजीडीएम का पूरा नाम ‘पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन मेनेजमेंट‘ होता है! 
2.MBA तीन वर्ष की समय अवधि की पूर्णकालिक स्नातक डिग्री होती है!PGDM दो वर्ष का डिप्लोमा कोर्स होता है! 
3.एमबीए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त कोर्स होता है! पीजीडीएम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा एक मान्यता प्राप्त कोर्स होता है! 
4.एमबीए पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा डिजाइन किया जाता है! MBA अधिक सैद्धांतिक है! पीजीडीएम पाठ्यक्रम व्यक्तिगत संस्थान द्वारा निर्धारित किए जाते हैं! PGDM अधिक व्यावहारिक है!
5.MBA कोर्स को करने की फीस सालाना लगभग 20 हजार से 4 लाख तक हो सकती है! यह कोर्स कम लागत में भी कर सकते है!MBA की तुलना में PGDM कोर्स की फीस अधिक होती है जो 3 लाख से 12 लाख प्रति वर्ष हो सकती है!
6.एमबीए कोर्स के पाठ्यकर्म में वित्तीय प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, ग्राहक संबंध प्रबंधन, विपणन अनुसंधान, संचालन प्रबंधन, आदि विषयो का अध्ययन कराया जाता है!पीजीडीएम कोर्स के पाठ्यक्रम के अंतर्गत वित्तीय लेखांकन, व्यावसायिक अर्थशास्त्र, गणित और सांख्यिकी की मूल बातें, विपणन प्रबंधन, व्यवसाय संचार, मानव संसाधन प्रबंधन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार आदि विषयो को पढ़ाया  जाता है!

पीजीडीएम कोर्स के बाद नौकरी – Job Profile after PGDM Course

मैनेजमेंट में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा करने के बाद कैंडिडेट्स को एक अच्छे पद पर नौकरी करने का अवसर प्राप्त हो सकता है! आप निजी और सार्वनजिक क्षेत्रों में कार्य कर सकते है!

पीजीडीएम के बाद आप मैनेजर, सलाहकार और प्रबंधक के तौर पर आप कार्य कर सकते है!

आपको बता दे एक अच्छी जॉब और इनकम आपके अनुभवों, कौशल पर निर्भर करता है! पीजीडीएम कोर्स करने के बाद आप निम्न पदों पर जॉब प्राप्त कर सकते है!

भारत के टॉप पीजीडीएम कॉलेज – Top PGDM Collage in India

पीजीडीएम कोर्स इग्नू से कैसे करें – PGDM Course from Ignue

भारत का टॉप और लोकप्रिय कॉलेज इग्नू यानी की इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है!

इग्नू से छात्र दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन, डिप्लोमा, मास्टर डिग्री और डॉक्टरेट डिग्री कोर्स कर सकते है! 

आप चाहे तो यह पीजीडीएम कोर्स के लिए आवेदन इग्नू से कर सकते है! यदि आप किसी वजह से रेगुलर यूनिवर्सिटी उपस्थित नहीं हो पाते है इसमें आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है! आप इग्नू से भी कोर्स कर सकते है!

इग्नू से पीजीडीएम कोर्स करने के लिए कैंडिडेट्स की शैक्षिक योग्यता – 50 % मार्क्स के साथ ग्रेजुएशन उत्तीर्ण किया हो और कोई एक पीजीडीएम प्रतियोगी परीक्षा पास किया हो!

PGDM Distance Education Colleges in India

PGDM Distance Education Colleges in India: चलिए जान लेते है भारत में इग्नू के अलावा दूरस्थ शिक्षा यानि की Distance education उपलब्ध कराने वाले यूनिवर्सिटी के नाम निम्न है!

FAQ – PGDM Course in Hindi

Q1. PGDM कोर्स विश्वविद्यालय से करना फायदेमंद होता है या नहीं?

Ans. PGDM कोर्स विश्वविद्यालय से करना फायदेमंद हो सकता है। विश्वविद्यालयों में PGDM कोर्स में अधिक विस्तार, अधिक विषयों का अध्ययन और बेहतर अध्यापन प्रणाली होती है।
इसके अलावा, विश्वविद्यालय अपने छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
अधिकांश विश्वविद्यालयों का PGDM कोर्स एक AICTE (All India Council for Technical Education) अनुमोदित कोर्स होता है जो कि अधिकतर नौकरीयों और उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा स्वीकार्य होता है। इसलिए, एक अच्छी विश्वविद्यालय से PGDM कोर्स करना छात्रों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

Q2. PGDM के लिए इंटर्नशिप कितने महत्वपूर्ण होते हैं?

Ans. PGDM के लिए इंटर्नशिप बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इंटर्नशिप के द्वारा, छात्रों को अपनी सीख और अनुभव को व्यापक करने का मौका मिलता है। छात्रों को व्यापक रूप से कंपनी के काम के बारे में जानने का मौका मिलता है, जिससे उन्हें उस इंडस्ट्री में नौकरी करने के लिए आवश्यक अनुभव हासिल होता है।
इंटर्नशिप छात्रों को नौकरी के लिए उनके रिज्यूमे को बेहतर बनाने में मदद करता है और उन्हें नौकरी की तलाश में आसानी प्रदान करता है। अतः, PGDM के दौरान इंटर्नशिप लेना बहुत जरूरी होता है।

Q3. PGDM के बाद भारतीय सेना में नौकरी की तैयारी कर सकते हैं क्या?

Ans. जी हां, PGDM के बाद भारतीय सेना में नौकरी की तैयारी की जा सकती है। भारतीय सेना में भर्ती के लिए विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों की जरूरत होती है, जैसे कि शामिल होने के लिए आपको नौसेना अधिकारी, वायु सेना अधिकारी या सेना अधिकारी के तौर पर आवेदन कर सकते हैं।
परन्तु ध्यान रखें कि सेना की नौकरी में चयन प्रक्रिया काफी सख्त होती है और आवेदकों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए। सेना में नौकरी के लिए अधिकतम आयु सीमा और शारीरिक दक्षता से संबंधित नियम होते हैं। इसलिए, आपको सेना की नौकरी की तैयारी करने से पहले सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

निष्कर्षConclusion

जैसा की हमने इस लेख के माध्यम से जाना की पीजीडीएम एक प्रबंधन पाठ्यक्रम है जो छात्रों को व्यापार की दुनिया की व्यापक समझ प्रदान करता है और उन्हें अपने करियर में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करता है।

एक प्रतिष्ठित संस्थान से पीजीडीएम करने से छात्रों के लिए करियर के कई अवसर खुल सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इंटर्नशिप और उद्योग का अनुभव पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण घटक हैं, जो छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।

आज के इस हिंदी आर्टिकल में हमने PGDM Full Form, पीजीडीएम कोर्स क्या है? (PGDM Course Kya hai) और इग्नू से पीजीडीएम कोर्स कैसे करें? के बारे में जाना! इसके साथ ही पीजीडीएम कोर्स शैक्षिक योग्यता, कोर्स समय अवधि, PGDM Course Fees और सैलरी के बारे में विस्तार से जाना!

उम्मीद करते है आज के इस आर्टिकल को पढ़कर PGDM कोर्स के बारे आपको बहुत कुछ जानने और समझने को मिला होगा। और आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट सेशन में जरूर बताये!

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