Internet Banking Kya Hai | ई-बैंकिंग के प्रकार, फायदे और नुकसान क्या है?

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आप घर बैठे बैठे इंटरनेट पर जाकर अपने बैंक अकाउंट से संबधित कई काम बहुत सरलता से कर सकते है जैसे किसी को भी पैसे ट्रांसफर कर सकते है या आपको RTGS या NEFT करनी हो! ये सब कुछ आप कुछ ही टाइम में कर सकते है तो यदि आप Internet Banking Kya Hai के बारे में जानना चाहते है तो हमारे साथ बने रहिये इस पोस्ट में!

अक्सर आज के समय में लेनदेन की प्रणाली को Internet Banking ने बहुत ही आसान कर दिया है! और प्रत्येक व्यक्ति के पास कोई न कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैस कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन होता है जिसमे वह इंटरनेट की सुविधा होने पर वह बहुत ही आसानी से Internet Banking कर सकता है!

Internet Banking का उपयोग करने वालों की संख्या आज के समय में बढ़ती जा रही है!

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यह एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जिसे कुछ सेकेण्ड में ही पूरा कर लिया जाता है और ग्राहकों को Financial Website के माध्यम से ऐसा करना बहुत ही आसान हो जाता है!

Internet Banking Kya Hai और इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? के साथ हम जानेंगे की E Banking क्या है? इसके क्या फ़ायदे क्या है? और भारत में Feature of Online Internet Banking क्या है तो चलिए आगे बढ़ते हैं!

Internet banking kya hai in Hindi
Internet banking kya hai in Hindi

विषय - सूची

इंटरनेट बैंकिंग क्या है (Online Internet Banking Kya Hai in Hindi)

Internet Banking जिसे Online Banking भी कहा जाता है! Internet Banking ऐसी इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जो वित्तीय संस्थान के ग्राहकों को वित्तीय वेवसाइट द्वारा लेनदेन की शृंखला का संचालन करने में सक्षम बनाती है!

बैंक द्वारा दी जाने वाली Online Internet Banking अपने ग्राहकों को बैंक खाते से वित्तीय और गैर वित्तीय लेनदेन करने की सुविधा देती है! 

ग्राहक लेनदेन के लिए माध्यम का उपयोग करता है! ग्राहक किसी भी संसाधन से लैपटॉप, मोबाईल, कम्प्यूटर से Online Internet Banking का उपयोग कर सकते हैं! जिससे वो विभिन्न खातों में धनराशि को ग्राहक ट्रांसफर कर सकते हैं! 

Online Banking का सबसे बड़ा लाभ यह है कि कोई भी व्यक्ति कार्यालय से, घर से या फिर चलते फिरते इसका उपयोग कर सकता है!

आज के समय में Online Banking से करोड़ो रूपये के ट्रांजक्शन एक दिन में किये जाते हैं! कभी कबार ये आंकड़ा बहुत ज्यादा हो जाता है!  

ग्राहक को इस सुविधा को पाने के लिए बैंक की Website में Bank Account पंजीकरण करना होता है! पंजीकरण करने से हमेशा के लिए ग्राहक बैंक की Online Internet Banking का उपयोग कर सकते हैं! 

भारत में इंटरनेट बैंकिंग की स्थापना कब हुई?

1990 के बाद भारत में Internet Banking को बैंक की सुविधाओं के साथ जोड़ने पर विचार किया गया! इसके बाद 1996 में आईसीआई बैंक ने पहली बार Online Internet Banking को Established किया!

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किन्तु पूरी तरह से Online Internet Banking को India में 1999 में स्थापित किया गया! यहां से एक नए इंटरनेट बैंकिंग युग की शुरुवात हुई! 

ऑनलाइन नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कैसे करें?

जिस भी बैंक में आपका खाता है तो आप उस बैंक से अपनी बैंक खाते का Internet Banking, User id और Password ले सकते हैं! अब यह Password आपको स्वंय Generate कराना होता है!

Internet Banking प्रत्येक बैंक की होती है! किन्तु कभी कभी लाभ के चक्कर में बैंक की Internet Banking सुविधा पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े उठते हैं! 

अब आपको बता दें Online Internet Banking को आप सावधानी पूर्वक कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं –

  • आप Internet Banking को Google Browser या अन्य किसी भी Browser के जरिये Open कर सकते हैं!
  • और अगर आप Online Banking Mobile App के जरिये open करना चाहते हैं! तो आपको उस बैंक की Online Banking Mobile App को Google Play Store में जाकर Install करना होगा!
  • आपको सबसे पहले User id और Password पूछा जायेगा! User id और Password डालने के बाद Login कर लें! 
  • जैसे ही आप Login करेंगे तो आपकी Internet Banking शुरू हो जाएगी! जिसमें आपको कई Services दी जाएँगी जैसे Fund Transfer, E- Deposits, My Account, Mobile Recharge, DTH Recharge, Payments, UPI Payments इत्यादि! 

इंटरनेट बैंकिंग की विशेषताएं क्या है (Feature of Online Internet Banking)

साधारण परिभाषा में समझें तो Online Internet Banking वह माध्यम है जो बैंक की तकनीक व बैंक के कार्य को बहुत आसान बना देता है!

यह मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि Internet के समय में बैंक द्वारा दी जाने वाली हर सुविधा अब Internet Banking के जरिये की जा सकती है! 

  • ग्राहक अपने द्वारा किये गए किसी भी वित्तीय लेनदेन की हिस्ट्री को चेक कर सकता है! 
  • खाता धारक किसी भी समय अपने खातों का विवरण देख सकते हैं! 
  • बैंक खातों के Statement, Credit Card Bill, Mutual Fund में Investment, विभिन्न प्रकार के Form और Payment Application Download किये जा सकते हैं! 
  • Internet Banking के जरिये कोई भी व्यक्ति E -Commerce Platform पर वस्तुओं की बिक्री या खरीद कर सकता है! 
  • उपभोक्ता Online यात्रा टिकट, परिवहन, मेडिकल पैकेज, इंश्योरेंश इत्यादि पैकेज बुक करा सकता है!

इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

आज कल फिशिंग के जरिये कुछ जालसाज लोगों के बैंक खातों को हैक कर नुकसान पहुंचा रहे हैं! ऐसे में बहुत आवश्यक है की इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते वक्त कुछ जरूरी सावधानियां बरती जाएँ! 

  • Internet Banking का Use करते वक्त उपभोक्ता को वेबसाइट या यूआरएल की जाँच कर लेनी चाहिए! जिसके माध्यम से वो Internet Banking के द्वारा Payment कर रहे हों! 
  • बैंक के Domain की जाँच कर लें! Domain उसी बैंक का हो जिसमें आपका बैंक खाता है! ऐसे में बैंक खातों की सुरक्षा की संभावना मजबूत हो जाती है! 
  • Internet Banking का इस्तेमाल अपने Mobile और अपने Personal Computer या Laptop में ही करें! किसी भी Cyber Cafe या किसी और के Computer पर Internet Banking इस्तेमाल ना करें! 
  • अगर आपके पास संसाधन नहीं हैं और आप Cyber Café में इंटरनेट बैंकिंग Use करते हैं! तो ऐसे में अपनी Internet Banking का Password बदलते रहें!
  • अधिकतर उपभोक्ता Internet Banking का Use करने के बाद Mobile या Computer को सीधे बंद कर देते हैं जो नुकसानदायक हो सकता है! अपने Internet Banking System को अच्छे से Log Out कर लें! उसके बाद अपने Mobile या Computer को बंद करें! 
  • अपने Online Banking के Password को किसी कागज पर ना लिखें! कभी भी पासवर्ड को अपने Name, DOB या Place से ना बनायें! आप Google की सहायता से भी Strong Password बना सकते हैं!   

ई बैंकिंग सुविधा क्या है (E Banking Kya Hai)

E Banking Fecility Kya Hai – बैंक द्वारा उपभोक्ताओं को Online Internet Banking के अंतर्गत दी जाने वाली अनेक प्रकार की सुविधाओं को ई बैंकिंग सुविधा कहा जाता है!

ये वर्चुअल भी होती हैं! जिनमें Payment Transfer करने की विभिन्न प्रणाली शामिल होती हैं! जैसे Neft, Imps, Billdesk Payment, Upi, Google Pe इत्यादि शामिल हैं!

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अन्य सुविधा जैसे टेलीफोन और बिजली के बिलों का भुगतान, Online Bank Accounts खोलना, KYC करना इत्यादि शामिल हैं! 

ई-बैंकिंग के प्रकार – Types of E- Banking

इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग, जिसे ई-बैंकिंग के रूप में भी जाना जाता है, ई-बैंकिंग सेवाएँ प्रत्येक अलग-अलग बैंकिंग आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को पूरा करती हैं। यहां ई-बैंकिंग के कुछ सामान्य प्रकार दिए गए हैं जो इस प्रकार है:

  • ऑनलाइन बैंकिंग: ऑनलाइन बैंकिंग ग्राहकों को अपने बैंक खातों तक पहुंचने और बैंक की वेबसाइट या बैंकिंग ऐप के माध्यम से इंटरनेट पर विभिन्न लेनदेन करने की अनुमति देती है।
  • यूजर अपने खाते की बैलेंस को चेक कर सकते हैं, पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं, बिलों का भुगतान कर सकते हैं, ट्रांज़ैक्शन हिस्ट्री आसानी से देख सकते हैं और बहुत कुछ कर सकते हैं।
  • मोबाइल बैंकिंग: मोबाइल बैंकिंग ऑनलाइन बैंकिंग के समान है लेकिन विशेष रूप से स्मार्टफोन और मोबाइल उपकरणों के लिए डिज़ाइन की गई है। ग्राहक कभी भी और कहि भी अपने खाते प्रबंधित करने, मोबाइल जमा करने और अलर्ट और सूचनाएं प्राप्त करने के लिए मोबाइल बैंकिंग ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं।
  • एटीएम बैंकिंग: Automated trailer machine (ATM) इलेक्ट्रॉनिक कियोस्क हैं जो ग्राहकों को केस निकलने, खाते की शेष राशि की जांच करने और 24/7 कुछ लेनदेन करने की अनुमति देती हैं। कुछ एटीएम नकदी और चेक जमा करने की भी सुविधा देते हैं।
  • फोन बैंकिंग: फोन बैंकिंग में बैंकिंग सेवाओं तक पहुंचने के लिए टेलीफोन का उपयोग करना शामिल है। ग्राहक अपने बैंक की ग्राहक सेवा पर कॉल करके या इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस (आईवीआर) प्रणाली का उपयोग करके खाते की शेष राशि की जांच कर सकते हैं, धनराशि स्थानांतरित कर सकते हैं, बिलों का भुगतान कर सकते हैं और अन्य लेनदेन कर सकते हैं।
  • एसएमएस बैंकिंग: एसएमएस बैंकिंग ग्राहकों को खाते की बैलेंस राशि की जांच करने, लेनदेन अलर्ट प्राप्त करने और एसएमएस कमांड के माध्यम से बैंकिंग कार्य करने के लिए अपने बैंक को टेक्स्ट संदेश भेजने की अनुमति देता है।
  • मोबाइल वॉलेट: ऐप्पल पे, गूगल पे और सैमसंग पे, अमेज़न पे जैसी मोबाइल वॉलेट सेवाएं ग्राहकों को अपने भुगतान कार्ड की जानकारी अपने स्मार्टफोन पर सुरक्षित रूप से संग्रहीत करने और खुदरा स्टोर, ऑनलाइन दुकानों और अन्य स्थानों पर ऑनलाइन पेमेंट करने में सक्षम बनाती हैं।

भारत में ई बैंकिंग का भविष्य – Future of E Banking in India

भारतीय बैंक Online Banking उपलब्ध करवाने में अन्तर्राष्ट्रीय बैंकों से काफी पीछे हैं। यह पर्याप्त संख्या में Users के बिना संभव नहीं है। कई बैंक के जानकार बताते हैं कि Internet Banking पर किया जाने वाला लेन-देन सीमित है।

कुछ कठिनाइयां भारतीय ई बैंकिंग में सामने आती हैं! जिस पर भारत सरकार और RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया) को ध्यान देने की जरूरत है-  

  • ई बैंकिंग में सुरक्षा के कई नियम हैं किन्तु प्राधिकरण द्वारा उन माप मापदंडों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता! 
  • कई Rural Banks में आज भी बिजली की समस्या रहती है! जिससे ई बैंकिंग पर खासा असर पड़ता है और लोगों की ट्रांसजेशन्स रुक जाती है! 
  • बैंक की सेवाएं एक तरफा होती हैं! कई बार बैंक कर्मचारी उपभोक्ता की किसी भी बात या उसकी समस्या को तक नहीं सुनते हैं! ऐसे बैंक खाता धारकों का आत्म विश्वास बैंकों के प्रति सजग नहीं होता है! 
  • बैंक कर्मचारी रूरल बैंकों में ATM और Tele-banking को प्राथमिकता के लिए कहते हैं किन्तु उन इलाकों में सिमित ससाधन ही उपलब्ध हो पाते हैं! 
  • बैंक द्वारा कम्प्यूटर सम्बन्धित अपराध (Cyber Crimes) पर नियन्त्रण कर पाना बहुत ही कठिन होता हो जाता है! देश भर में सभी बैंक और वित्तीय प्रणालियों में पर्याप्त Cyber Laws की बहुत आवश्यकता है।

भारत की ई बैंकिंग व्यवस्था में क्या अच्छा हो रहा है?

  • बैंकिंग सैक्टर में अधिक कम्प्यूटरीकरण कार्य पर जोर दिया जा रहा है जिससे लेनदेन में पारदर्शिता का बढ़ना सम्भव है! 
  • RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया) द्वारा RTGS (Real Time Gross Settlement) की प्रणाली द्वारा RTFT (Real Time Fund Transfer) प्रणाली को शुरू करना! 
  • प्रमाणिकता प्राधिकरण द्वारा समय समय पर उचित कदम उठाये जाते रहे हैं! 
  • विभिन्न बैंक द्वारा बनाये गए Payment Gateway से E Banking को अधिक प्रोत्साहन मिला है! 
  • दूरसंचार विभाग कई अलग अलग Band Width उपलब्ध करवा रहा है! 
  • बैंकों की ई बैंकिंग सुविधा का Access एक ही Gateway द्वारा होता है! जिसकी अनुमति सिर्फ बैंक खाता धारक को ही दी जाती है! इससे कठोर प्रवेश नियंत्रण को सुनिश्चित किया जाएगा! 

ई-बैंकिंग के फायदे और नुकसान क्या है? Advantage and Disadvantage of E banking

इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग (ई-बैंकिंग) बैंकों और कस्टमर दोनों के लिए कई फायदे और नुकसान पेश करती है। यहां कुछ प्रमुख फायदे और नुकसान को बताया गया है जो की इस प्रकार निम्न है:

ई-बैंकिंग के फायदे:

  • ई-बैंकिंग के माध्यम से ग्राहक अपने बैंक अकाउंट को आसानी से एक्सेस कर सकते है और इंटरनेट कनेक्शन के साथ कहीं से भी लेनदेन करने कर सकते है, यह 24/7 पहुंच प्रदान करता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के समय में ग्राहक को बैंक शाखाओं में जाने की आवश्यकता भी नहीं है, जिससे ग्राहकों का बहुमूल्य समय बचता है और बैंकिंग की परेशानी कम हो जाती है।
  • ई-बैंकिंग में अक्सर व्यक्तिगत बैंकिंग की तुलना में लेनदेन शुल्क कम होता है, और यह मुद्रण और मेलिंग पेपर स्टेटमेंट से जुड़ी लागत को कम कर सकता है।
  • ई-बैंकिंग उन लोगों के लिए सुलभ है जिन्हें गतिशीलता की समस्या है या जो दूरदराज के इलाकों में रहते हैं जहां भौतिक बैंक शाखाएं उपलब्ध नहीं हो सकती हैं।
  • ग्राहक आसानी से खाते के बैलेंस को चेक कर सकते हैं, लेनदेन की निगरानी कर सकते हैं, अलर्ट सेट कर सकते हैं और खर्च को ट्रैक कर सकते हैं।
  • लेन-देन बहुत आसानी से और बहुत कम समय में हो जाते है, जिससे धनराशि स्थानांतरित करने या बिलों का भुगतान करने में लगने वाला समय कम हो जाता है।

ई-बैंकिंग के नुकसान:

  • जबकि ई-बैंकिंग सुरक्षा सुविधाएँ प्रदान करता है, यह हैकिंग, फ़िशिंग और पहचान की चोरी जैसे साइबर खतरों से प्रतिरक्षित नहीं है। ग्राहकों को अपने खातों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
  • ई-बैंकिंग के लिए इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक पहुंच होना बहुत आवश्यक होता है। जिन लोगों के पास विश्वसनीय इंटरनेट पहुंच या तकनीकी ज्ञान नहीं है, उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
  • कुछ जटिल लेनदेन के लिए अभी भी बैंक शाखा में व्यक्तिगत रूप से जाने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे बड़ी नकदी जमा या कुछ कानूनी दस्तावेज़।
  • इसमें कई बार धोखाधड़ी गतिविधियों का risk है, और ग्राहकों को संदिग्ध लेनदेन को पहचानने और रिपोर्ट करने में सतर्क रहने की आवश्यकता है।
  • ग्राहकों को बैंकों और third-party service प्रदाताओं द्वारा उनके व्यक्तिगत डेटा के संग्रह और उपयोग के बारे में चिंताएँ हो सकती हैं।
  • कई बार ई-बैंकिंग प्लेटफ़ॉर्म तकनीकी गड़बड़ियों या डाउनटाइम का अनुभव कर सकते हैं, जिससे खातों तक पहुंचने या लेनदेन पूरा करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

FAQs – Internet Banking Kya Hai

इंटरनेट बैंकिंग कैसे चालू करें? 

इंटरनेट बैंकिंग चालू करने के लिए आप गूगल में जिस बैंक में आपका अकाउंट है उस बैंक की साइट में जाइए! आगे Internet Banking ऑप्शन में क्लिक कीजिये और User Id बना लीजिये!
इसके लिए आपको अकाउंट नंबर, डेबिट कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर की जरुरत होती  है! आप बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके भी इंटरनेट बैंकिंग चालू करने की जानकारी ले सकते हैं! 

नेट बैंकिंग से क्या क्या कर सकते हैं? 

आप अपने बैंक की नेट बैंकिगं से पैसे ट्रांसफर, डेबिट कार्ड के लिए अप्लाई, क्रेडिट कार्ड के लिए अप्प्लाई, चेक बुक के लिए अप्लाई, आरडी और एफडी बनाना, इत्यादि काम कर सकते हैं! आपको इन कामों के लिए बार बार बैंक में जाने की जरुरत नहीं पड़ती है

ई बैंकिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं?

अगर हम ई बैंकिंग के फायदे और नुकसान की बात करें तो इसमें फायदे आपको अधिक और नुकसान काम ही होते हैं! फायदों की बात करें तो आप पैसे ट्रांसफर से लेकर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, चेक बुक से जुड़े सभी काम ऑनलाइन कर सकते हैं! इसके लिए आपको बैंक में जाने की जरुरत नहीं होती है! 
ई बैंकिंग के नुकसान की बात करें तो नुकसान ना के बराबर है क्योंकि आजकल सभी बैंक की वेबसाइट सुरक्षित रहती है! यूजर को कभी भी अपने इंटरनेट बैंकिंग के पासवर्ड को सेव करके नहीं रखना चाहिए और ना ही आपने नेट बैंकिगं पासवर्ड किसी को शेयर करना चाहिये! 

 

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Conclusion

आज के Online Banking Kya Hai in Hindi पोस्ट में हमने जाना इंटरनेट बैंकिंग क्या है? ऑनलाइन बैंकिंग की शुरुआत कब हुई थी? किस बैंक ने सबसे पहले ई बैंकिंग की शुरुआत की! इंटरनेट बैंकिंग की विशेषताएं क्या है? इंटरनेट बैंकिंग को कैसे use करना चाहिए और हमें इसे use करते किन बातों का ध्यान रखना चाहिए! 

हमें उम्मीद है इंटरनेट बैंकिंग की जानकारी वाला Internet Banking Kya Hai यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा आप हमारे इस पोस्ट को अन्य लोगों तक शेयर जरूर कीजिये! 

हमें बहुत ही ख़ुशी हो रही है कि आपने हमारे इस पोस्ट को अंत तक पढ़ा इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद! 

    

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