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Bank Overdraft क्या है? ओवरड्राफ्ट कैसे मिलता है? Overdraft Types in Hindi

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दोस्तों, क्या आपको पता है की बैंक में ओवरड्राफ्ट क्या होता है? (Bank Overdraft Kya Hai), ओवरड्राफ्ट का हिंदी मीनिंग (Hindi Meaning of Overdraft) ओवरड्राफ्ट कितने प्रकार के होते हैं? और किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट कैसे मिलता है? आज के इस ब्लॉग में हम बैंक ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के बारे में पूरी जानकारी बताने वाले है!

दरअसल ओवरड्राफ्ट बैंक द्वारा कम समय के लिए दिया जाने वाला लोन होता है! और ओवरड्राफ्ट से आप अपने बैंक अकाउंट में जमा राशि से ज्यादा की राशि निकाल सकते है!

अक्सर जब भी हमें अधिक पैसों की जरूरत होती है तो हम बैंक से ऋण आवेदन करने के बारे में सोचते हैं! यदि यह ऋण आपको कम समय के लिए चाहिए तो आपके लिए ओवरड्राफ्ट फैसलिटी बहुत ही फायदेमंद हो सकती है! 

ओवरड्राफ्ट की सुविधा (Overdraft Facility) के अंतर्गत ग्राहक को बैंक द्वारा तुरंत Loan मुहैया कराया जाता है! 

इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप एक बड़े बिजनेसमैन हों! इसलिए अगर आप कोई प्राइवेट नौकरी करते हैं तो जिस बैंक में आपकी सैलरी क्रेडिट होती है उस बैंक से भी आप ओवरड्राफ्ट सुविधा ले सकते हैं!

लेकिन, किसी भी बैंक में ओवरड्राफ्ट लिमिट क्या होनी चाहिए? और किस तरह के ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट देना चाहिए? यह आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है!

तो चलिये आज के इस आर्टिकल को शुरू करते है और बैंक ओवरड्राफ्ट फैसलिटी क्या होती है (Bank Overdraft Kya Hai), किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट कैसे मिलता है? (Bank Se Overdraft Kaise Le) और ओवरड्राफ्ट कितने प्रकार के होते हैं? के बारे में विस्तार से चर्चा करते है!

Bank overdraft kya hota hai

ओवरड्राफ्ट का हिंदी मीनिंग – Hindi Meaning of Overdraft

Overdraft का हिंदी मीनिंग “अति आहरण” होता है! बैंक की परिभाषा में इसका अर्थ किसी भी बैंक से जमा राशि से अधिक राशि की निकासी करना होना होता है!  

बैंक ओवरड्राफ्ट क्या होता है – Overdraft Facility Kya Hai

Bank Overdraft Kya Hai: ओवरड्राफ्ट बैंक द्वारा दी जाने वाली वह फैसलिटी है जिसमें ओवरड्राफ्ट धारक अपने खाते में उपलब्ध जमा राशि से अधिक पैसा निकल सकता है! इस सुविधा को ओवरड्रॉन यानि अधिक निकासी किया हुआ भी कहते हैं!

बैंक ओवरड्राफ्ट सुविधा उन ग्राहकों को उपलध कराता है जिनका बैंक से लेनदेन अधिक मात्रा में होता है! अधिकतर बिजनेसमैन, ट्रस्ट और बड़ी कंपनियों को इस तरह की सुविधा की जरूरत होती है! 

सबसे पहला ओवरड्राफ्ट 1928 में ब्यापारी विलियम हॉग को 1000 डॉलर का दिया गया था! यह ओवरड्राफ्ट स्कॉटलैंड के एक बैंक द रॉयल बैंक ऑफ़ स्कॉटलैंड ने दिया था!

जिन लोगों को पैसों की अधिक जरूरत पड़ती है उनका बैंक में खाता विवरण सही हो तो वो किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट की सुविधा ले सकते हैं! 

ओवरड्राफ्ट ग्राहक के बैंक खाते में जमा राशि से अधिक हो सकता है बशर्ते बैंक और ग्राहक के मध्य संबंध सही हों!

बैंक द्वारा ओवरड्राफ्ट में दिया गया पैसा एक तय समय सीमा एक अंतर्गत बैंक को वापस करना होता है! यहां पर सहमत शर्तो के आधार पर अन्य शुल्क और ब्याज भी लगाया जाता है!  

Overdraft Facility के अंतर्गत ब्याज दर सभी बैंकों का अलग अलग रहता है! बैंक आपके सिबिल स्कोर के आधार पर ओवरड्राफ्ट फैसलिटी में ब्याज दर जारी करते हैं! ब्याज दर आपके क्रेडिट हिस्ट्री पर भी निर्भर करता है! 

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ओवरड्राफ्ट कितने प्रकार का होता है? (Bank Overdraft Types in Hindi)

मुख्यतः Bank ओवरड्राफ्ट दो प्रकार के होते हैं:

  1. सुरक्षित ओवरड्राफ्ट – Secured Overdraft
  2. असुरक्षित ओवरड्राफ्ट – Unsecured Overdraft

1). सुरक्षित ओवरड्राफ्ट (Secured Overdraft)

सुरक्षित ओवरड्राफ्ट वो Overdraft होते हैं जो किसी भी Asset को बैंक में गिरवी रखकर लिए जाते हैं जैसे FD, Bonds, Shares, Policies या फिर कोई भी अचल सम्पति!

Secured ओवरड्राफ्ट के माध्यम से लिया ऋण जब भी पूरा हो जाता है तो गिरवी में रखा हुआ Asset ग्राहक को वापस कर दिया जाता है!

ग्राहक जब भी लिया गया ऋण नहीं चुका पाते हैं तो बैंक एसेट को बेचकर ऋण चुकता करती है! 

2). असुरक्षित ओवरड्राफ्ट (Unsecured Overdraft)

असुरक्षित ओवरड्राफ्ट, बिना किसी कोलेट्रल या फिर सिकियॉरिटी के लिए गया ऋण होता है! जैसे किसी भी क्रेडिट कार्ड से निकाला गया पैसा या फिर किसी भी मोबाइल के लोन लेने वाला ऐप माध्यम से लिया गया ऋण Unsecured Overdraft कहलाता है!

अधिकतर बैंक अपने ग्राहकों को Unsecured ओवरड्राफ्ट की सुविधा नहीं देते हैं क्योंकि ऐसे में असुरक्षित ओवरड्राफ्ट लोन का NPA (Non Performing Asset) होने का खतरा सबसे अधिक होता है! 

बैंक से ओवरड्राफ्ट कैसे मिलता है? (Bank Se Overdraft Kaise Le)

तो चलिए अब सबसे जरुरी सवाल यानी की किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट कैसे मिलता है? तो आपको बता दे की आप ओवरड्राफ्ट की सुविधा केवल उसी बैंक से ले सकते है जिस बैंक में आपका अकाउंट है!

ओवरड्राफ्ट की सुविधा (Overdraft Facility) किसी भी बैंक से लोन लेने जैसा ही होता है! आपका जिस भी बैंक में आपका खाता है आपको उस बैंक में जाकर ही ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन करना होता हैं!

ध्यान रहे की आप उसी बैंक के आधार पर ओवरड्राफ्ट की मांग कर सकते हैं जिसमें आपका लेन देन अधिक हो और आपके अकाउंट में अधिक राशि हफ्ते या महीने में क्रेडिट होती रहे! 

अधिकतर यह सुविधा करंट अकाउंट ग्राहकों को अधिक दी जाती है क्योंकि उनके अकाउंट में पैसों का लेनदेन अधिक रहता है! और बिजनेसमैन को रकम की भी जरूरत पड़ती है! 

बैंक द्वारा ओवरड्राफ्ट के आवेदन के बाद ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री चेक की जाती है! सब कुछ जांचे जाने के बाद ही बैंक ओवरड्राफ्ट देने को तैयार होता है!

ओवरड्राफ्ट के माध्यम से लिया गया पैसा एक तय समय सिमा के अनुसार बैंक को वापस लौटना जरुरी होता है! 

ओवरड्राफ्ट के फायदे क्या हैं? (Bank Overdraft Benefits in Hindi)

ओवरड्राफ्ट में लिमिट कितनी होती है?

बैंक द्वारा दिए जाने वाले Overdraft Facility में लिमिट आपके जमा राशि की 80 % तक हो सकती है!

यदि आपकी कोई एफडी 3 लाख की है तो बैंक आपको एफडी के आधार पर 2 लाख 40 हजार की ओवरड्राफ्ट लिमिट दे सकता है! 

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस आर्टिकल में हमने ओवरड्राफ्ट क्या होता है? (Bank Overdraft Kya Hai), ओवरड्राफ्ट का हिंदी मीनिंग (Hindi Meaning of Overdraft) और ओवरड्राफ्ट कितने प्रकार के होते हैं? किसी भी बैंक से ओवरड्राफ्ट कैसे आवेदन करना चाहिए? विस्तृत रूप से जाना! के बारे में विस्तृत जानकारी का उल्लेख किया!

हमारे (Overdraft Facility kya Hai In Hindi) इस आर्टिकल में दी गयी जानकारियों से संबधित यदि आपके पास कोई भी सवाल या फिर सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूरअवगत कराएं!

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हमारी यह पोस्ट को पढ़ने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद!

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