Hello दोस्तों, इस कोरोना काल में आपने कोरोना से पीड़ित मरीजों के लिए प्रयाप्त वेंटीलेटर उपलब्ध ना होने की खबरें तो सुनी होगी! लेकिन क्या आपको पता है की आखिर वेंटीलेटर क्या होता है? (Ventilator Kya Hota Hai) और ये कितने प्रकार होते है?
आज के इस आर्टिकल में हम वेंटीलेटर के बारे में (Ventilator in Hindi) महत्वपूर्ण जानकारी आप तक साझा करने वाले है!
वेंटिलेटर का इस्तेमाल अस्पतालों में आने वाले उन मरीजों को ऑक्सीजन (साँस) उपलब्ध कराने में किया जाता है जो किसी शारीरिक चोट या फिर किसी प्रकार की फेफड़ो की बीमारी के कारण सांस लेने में असमर्थ होते है!
वर्तमान में कोरोना महामारी से पीड़ित मरीजों के उपचार में वेंटिलेटर का सबसे अधिक उपयोग किया जा रहा है!
यह हम सब जानते है की कोरोना वायरस मरीज के फेफड़ो को क्षतिग्रस्त करता है जिस कारण से मरीज को प्राकृतिक रूप से साँस लेने में परेशानी होने लगती है और धीरे धीरे मरीज के शरीर में ऑक्सीज़न का लेवल कम होने लगता है!
मरीज के शरीर में ऑक्सीज़न की कमी को पूरा करने के लिए मरीज को वेंटीलेटर की सहायता से कृतिम रूप से ऑक्सीज़न प्रदान की जाती है!
चलिए आगे बढ़ते है और वेंटीलेटर क्या होता है? (Ventilator Kya Hota Hai), वेंटीलेटर के बारे में (Ventilator in Hindi) में विस्तार से जानते है!
वेंटीलेटर का हिंदी मीनिंग – Ventilator Hindi Meaning
Ventilator का मुख्य रूप से Hindi meaning श्वषनयंत्र अर्थात कृत्रिम रूप से फेफड़ो को साँस प्रदान करने के लिए उपयोग में लाया जाने वाला मशीन होता है! Ventilator को Respirator Breathing Machine के नाम से भी जाना जाता है!
वेंटीलेटर क्या होता है – Ventilator Kya Hota Hai
Ventilator Kya Hai: वेंटीलेटर एक प्रकार का कम्प्यूटरीकृत माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रित मशीन होता है! जिसका उपयोग अस्पतालों में मरीज के किसी बीमारी के इलाज के दौरान मरीज के शरीर में Oxygen की कमी को पूरा करने यानी की साँस की Process को Continue करने के लिए किया जाता है! यह ऑक्सीजन को शरीर में पम्प करने में मदद करता है!
पेशेंट के शरीर में दो तरह से ऑक्सीजन डिलीवर की जाती है!
1. अंतःश्वासनलीय ट्यूब (Endotracheal Tube)
यह वेंटिलेटर मशीन से जुड़ा हुवा एक प्रकार का लचीला प्लास्टिक ट्यूब होता है जिसे मरीज के मुँह के द्वारा Windpipe (साँस की नली) से कनेक्ट किया जाता है और ऑक्सीजन को मरीज के फेफड़ो तक भेजा जाता है! इस प्रक्रिया को Endotracheal intubation.(अंतःश्वासनलीय अंतर्ज्ञान) कहा जाता है!
2. नासोगौस्ट्रिक नली (Nasogastric Tube)
यह ट्यूब भी प्लास्टिक या रबर का बना होता है! वेंटिलेटर से कनेक्ट इस ट्यूब को मरीज के नाक के द्वारा पेट तक डाला जाता है और इस प्रकार शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाया जाता है! इस प्रक्रिया को Nasogastric intubation (नासोगौस्ट्रिक अंतर्ज्ञान) कहा जाता है!
अस्पतालों के ICU में अधिकतर मेकेनिकल वेंटिलेटर का इस्तेमाल किया जाता है! आमतौर पर हम वेंटिलेटर मशीन को लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम (Life Supporting System) के नाम से जानते है!
वेंटीलेटर के प्रकार – Ventilator Types in Hindi
हॉस्पिटल में अलग अलग प्रकार के Ventilators का उपयोग किया जाता है!
सामान्यता वेंटिलेटर 4 प्रकार के होते है जो इस प्रकार है!
- फेस मास्क वेंटिलेटर (Face Mask Ventilators)
- यांत्रिक वेंटिलेटर (Mechanical Ventilators)
- मैनुअल पुनर्जीवन बैग (Manual Resuscitator Bags)
- ट्रेकियोस्टोमी वेंटिलेटर (Tracheostomy Ventilators)
1. फेस मास्क वेंटिलेटर (Face Mask Ventilators)
यह मास्क को पेशेंट के Nose और Mouth में फिट किया जाता है जिससे पेशेंट के फेफड़ों (Lungs) तक ऑक्सीजन को सप्लाई किया जाता है!
यह एक Noninvasive Method है! Covid-19 Patient के सांस लेने में तकलीफ होने पर Face Mask Ventilators का इस्तेमाल कर सकते है!
2. यांत्रिक वेंटिलेटर (Mechanical Ventilators)
Mechanical Ventilators में Artificially मशीन के द्वारा साँस लेने में मदद की जाती है! यह एक Invasive Method का वैंटिलेशन होता है!
जिसमे मुँह के माध्यम Trachea में एक Tube को Connect किया जाता है इस Tube को वैंटिलेशन मशीन से जोड़ा जाता है! इस प्रकार पेशेंट के फेफड़ो तक Tube हवा पहुंचाई जाती है!
मेकेनिकल वैंटिलेशन (Mechanical Ventilators) दो प्रकार का होता है!
1. सकारात्मक दबाव वेंटिलेशन (Positive Pressure Ventilation)
इसमें फेफड़ो तक वायुमार्ग में माध्यम से हवा पंप की जाती है! सकारात्मक दबाव वेंटिलेशन सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वैंटिलेशन प्रकिया है!
2. नकारात्मक दबाव वेंटिलेशन (Negative Pressure Ventilation)
इसमें मरीज के छाती पर समय समय पर दबाव कर उसके सॉंस को उत्तेजित किया जाता है! यह वैंटिलेशन का बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है!
इंट्रामस्क्युलर रोग (Intramuscular Decease) के रोगियों में नकारात्मक दबाव वेंटिलेशन का इस्तेमाल किया जाता है!
3. मैनुअल पुनर्जीवन बैग (Manual Resuscitator Bags)
यह एक वैंटिलेशन डिवाइस है यह एक बैग के रूप में होता है! यह एक Self – Inflating Bag होता है! पेशेंट के फेस पर मास्क फिट किया जाता है जो की Manual Resuscitator Bags से कनेक्ट रहता है!
4. ट्रेकियोस्टोमी वेंटिलेटर (Tracheostomy Ventilators)
जब सामान्य श्वषन मार्ग block होने या गर्दन में किसी प्रकार के चोट लगने के कारण से कोई व्यक्ति को साँस लेने तकलीफ हो!
तो Breathing के लिए पेशेंट के Neck में Cut करके Trachea में Tracheotomy Tube को डाला जाता है! और मरीज के फेफड़ो तक air pass किया जाता है! इस प्रकार मरीज को Tracheotomy द्वारा साँस प्रदान की जाती है!
वेंटिलेटर मशीन कैसे काम करता है?
वेंटिलेटर Hospital Room में लगाया जाने वाला एक प्रकार Automatic Machine होता है! जिसके द्वारा फेफड़ों (Lungs) तक मुहँ और नाक के माध्यम से साँस लेने युक्त हवा को पहुंचाया जाता है। और कार्बन डाई ऑक्साइड को पेशेंट फेफड़ो से बाहर out किया जाता है!
वेंटिलेटर मशीन में मोटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और दो ट्यूबिंग जुड़े रहते है! एक ट्यूब से पेशेंट को ऑक्सीजन और दूसरे ट्यूब से फ्रेश हवा सप्लाई की जाती है! वेंटीलेटर में लगे ट्यूबिंग लाइन को हॉस्पिटल के सेन्ट्रल लेन से कनेक्ट किया जाता है!
वेंटीलेटर मशीन में लगे मॉनिटर के द्वारा मरीज के शरीर में हृदय गति, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर को चैक किया जाता है! इसमें लगे रेगुलेटर के द्वारा ऑक्सीजन प्रेशर को कम और ज्यादा कंट्रोल किया जाता है!
Covid-19 में वेंटिलेटर द्वारा मरीजों का इलाज कैसे किया जाता है?
इस कोरोना काल में डॉक्टर्स द्वारा मरीजों के इलाज के लिए वेंटिलेटर का बहुत इस्तेमाल किया जा रहा है! और तो और अपने अस्पतालों में वेंटिलेटर्स की कमी की खबर भी जरूर सुनी होगी!
दरअसल कोरोना महामारी से पीड़ित व्यक्ति को सबसे अधिक साँस लेने में परेशानी होती है! क्युकी कोरोना वायरस के कारण उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा लगातार घटने लग जाती है!
अब ऐसे में उस व्यक्ति को जिन्दा रखने के लिए उसके फेफड़ो तक कृत्रिम ऑक्सीजन वेंटिलेटर मशीन की मदद से पहुंचाई जाती है!
कोरोना महामारी पुरे विश्व भर में करोड़ो लोगो की जान ले चूका है! इसका सबसे बड़ा कारण यह है की कोरोना वायरस मनुष्य के श्वषन तंत्र को सबसे अधिक प्रभावित करता है!
इस वायरस के शरीर में अधिक फ़ैल जाने के कारण व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और प्रयाप्त ऑक्सीजन नहीं देने की वजह से व्यक्ति की मौत हो जाती है!
इसलिए वेंटिलेटर के माध्यम से व्यक्ति के फेफड़ों में डायरेक्ट ऑक्सीज़न पहुंचाकर व्यक्ति को जीवित रखा जाता है! covid संक्रमण को मरीज के शरीर में फैलने से रुकने में ventilators की अहम भूमिका है!
वैंटिलेशन के माध्यम से हम एक स्वच्छ हवा प्रदान होती है। घरो में आपको AC, पंखे आदि के उपयोग से बचना है।
Covid संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों और भीड़ भाड़ से दूर रहे, मास्क का इस्तेमाल करें! घर पर रहे और सुरक्षित रहें।
- आईसीयू क्या है – ICU में Use होने वाले उपकरण क्या होते हैं?
- WHO क्या है – WHO का सीईओ कौन है?
- Pneumonia क्या है? न्युमोनिआ के कारण और लक्षण क्या होते है?
निष्कर्ष – Conclusion
आज के इस हिंदी लेख के माध्यम से हमने वेंटीलेटर क्या होता है? (Ventilator Kya Hota Hai), यह कितने प्रकार का होता है? और साथ ही वेंटीलेटर किस प्रकार कार्य करता है? के बारे में जाना!
हमें उम्मीद है हमारी इस पोस्ट से आपको वेंटीलेटर के बारे में (Ventilator in Hindi) में बहुत कुछ जानने को मिला होगा! और यह पोस्ट आपको पसंद भी आयी होगी!
दोस्तों, वेंटीलेटर गंभीर स्थितियों में मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की कमी (साँस की Process को Continue करने में) को पूरा करने में बहुत अधिक सहायक होती है! इसलिए हम सभी को वेंटीलेटर के बारे में पूर्ण जानकारी होना बहुत जरूरी है!
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हमारी यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !